20 – 21 अप्रैल 2024 करंट अफेयर्स – महत्वपूर्ण MCQ | Today Current Affairs in Hindi | प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए

Today Current Affairs in Hindi

Today Current Affairs in Hindi: हम 20 – 21 अप्रैल 2024 के सबसे महत्वपूर्ण करंट अफेयर्स टॉपिक्स को MCQ फॉर्मेट में कवर करेंगे। यह  UPSC, SSC, Banking, Railway, State PSCs और अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।

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Today Current Affairs in Hindi

20 April सेजुड़ेदिवस 

  • यूएनचीनीभाषादिवस: संयुक्त राष्ट्र द्वारा बहुभाषावाद और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए स्थापित, यह दिवस चीनी वर्णों के पौराणिक आविष्कारक कांगजी को सम्मानित करता है। 
  • 420 दिवस (कैनबिससंस्कृतिदिवस): California – कैनबिस संस्कृति से संबंधित एक अनौपचारिक अंतर्राष्ट्रीय दिवस, जिसमें उत्साही लोग वैधीकरण की वकालत करते हैं और कैनबिस का सेवन करते हैं। 
  • अंतर्राष्ट्रीयक्लाइफाईदिवस: जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए जलवायु कथा Climate Fiction (“क्लाइ-फाई”) के माध्यम से मनाया जाता है। 
  • राष्ट्रीयचेडरफ्राइज़दिवस: अमेरिका में प्रतिवर्ष 20 अप्रैल को मनाया जाने वाला यह दिवस चेडरचीज़सेसजेकुरकुरेफ्रेंचफ्राइज़ को समर्पित है। 
  • राष्ट्रीयपाइनएप्पलअपसाइडडाउनकेकदिवस: America – इस क्लासिक मिठाई का आनंद लेने का दिन। 
  • राष्ट्रीयलीमाबीनसम्मानदिवस: दक्षिण अमेरिका – अक्सर अनदेखी की जाने वाली इस फलियों की सराहना करने का दिन। 

21 April सेजुड़ेदिवस

  • विश्वरचनात्मकताऔरनवाचारदिवस: संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित, यह दिवस समस्या-समाधान और सतत विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में रचनात्मकता और नवाचार की भूमिका को उजागर करता है। 
  • सिविलसेवादिवस (भारत): लोक प्रशासन और शासन में सिविल सेवकों के योगदान को सम्मानित करता है। 
  • रोमकीस्थापनादिवस (इटली): ७५३ ईसा पूर्व में रोम की स्थापना का उत्सव। 
  • कर्तिनीदिवस (इंडोनेशिया): राडेन अजेंग कर्तिनी, एक राष्ट्रीय नायिका जो महिलाओं के अधिकारों की वकालत करती थीं, की स्मृति में मनाया जाता है। 
  • सैनजैसिंटोदिवस (टेक्सास, अमेरिका): सैन जैसिंटो की लड़ाई की वर्षगांठ, जिसने टेक्सास की मेक्सिको से स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त किया। 
  • तिरादेंतेसदिवस (ब्राज़ील): ब्राज़ील की स्वतंत्रता के लिए शहीद हुए राष्ट्रीय नायक जोआकिम जोस दा सिल्वा ज़ेवियर (तिरादेंतेस) को सम्मानित करता है। 
  • राष्ट्रीयचायदिवस (यूके): चाय के प्रति राष्ट्र के प्रेम का उत्सव। 
  • राष्ट्रीयकिंडरगार्टनदिवस: प्रारंभिक बचपन शिक्षा के महत्व को मान्यता देने का दिन। 

📅 20 अप्रैल

🎂जन्मेप्रसिद्धव्यक्ति

  • एन. चंद्रबाबूनायडू (1950): आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रमुख भारतीय राजनेता। 
  • ममताकुलकर्णी (1972): 1990 के दशक की लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेत्री। 
  • अडोल्फहिटलर (1889–1945): ऑस्ट्रिया में जन्मे जर्मन राजनेता और नाजी पार्टी के नेता। 

🕯️निधन

  • ब्रैमस्टोकर (1847–1912): आयरिश लेखक, “Dracula” उपन्यास के लिए प्रसिद्ध। 

📅 21 अप्रैल

🎂जन्मेप्रसिद्धव्यक्ति

  • क्वीनएलिज़ाबेथ II (1926–2022): यूनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल देशों की रानी। 

🕯️निधन

  • मुहम्मदइक़बाल (1877–1938): दार्शनिक, कवि और राजनेता, पाकिस्तान आंदोलन के प्रेरणास्रोत। 
  • शकुंतलादेवी (1929–2013): भारतीय गणितज्ञ और लेखिका, “मानव कंप्यूटर” के रूप में प्रसिद्ध। 
  • जानकीबल्लभपटनायक (1927–2015): भारतीय राजनेता और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री। 

प्रश्न 1:

भारतीय वायुसेना ने अप्रैल 2025 में संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित ‘Exercise Desert Flag-10’ में भाग लेने के लिए किन विमानों को तैनात किया?

A) सुखोई-30MKI और तेजस
B) मिग-29 और जगुआर
C) राफेल और मिराज-2000
D) ध्रुव और चेतक

सहीउत्तर: B) मिग-29 और जगुआर

प्रश्न 2:

‘Exercise Desert Flag-10’ का आयोजन किस वायुसेना द्वारा किया गया?

A) भारतीय वायुसेना
B) संयुक्त राज्य अमेरिका की वायुसेना
C) संयुक्त अरब अमीरात की वायुसेना
D) फ्रांस की वायुसेना

सहीउत्तर: C) संयुक्त अरब अमीरात की वायुसेना

प्रश्न 3:

‘Exercise Desert Flag-10’ काआयोजनकिसस्थानपरकियागया?

A) अबू धाबी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
B) अल धाफरा एयर बेस
C) दुबई एयर बेस
D) शारजाह एयर बेस

सहीउत्तर: B) अल धाफरा एयर बेस

प्रश्न 4:

‘Exercise Desert Flag-10’ में भारतीय वायुसेना के अलावा किन देशों की वायुसेनाओं ने भाग लिया?

A) केवल अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी
B) ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, फ्रांस, जर्मनी, कतर, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूएई, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका
C) केवल खाड़ी देशों की वायुसेनाएं
D) केवल नाटो सदस्य देशों की वायुसेनाएं

सहीउत्तर: B) ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, फ्रांस, जर्मनी, कतर, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूएई, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका

प्रश्न 5:

‘Exercise Desert Flag-10’ का मुख्य उद्देश्य क्या था?

A) वायुसेना के नए विमानों का प्रदर्शन
B) विभिन्न वायुसेनाओं के बीच परिचालनिक ज्ञान और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान
C) वायुसेना के पायलटों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
D) वायुसेना के उपकरणों की खरीददारी

सहीउत्तर: B) विभिन्न वायुसेनाओं के बीच परिचालनिक ज्ञान और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान

प्रश्न 6:

टोक्यो मेट्रोपॉलिटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किस तकनीक का उपयोग करके कैंसरयुक्त और स्वस्थ कोशिकाओं के बीच अंतर करने की विधि विकसित की है?

A) फ्लोरोसेंस माइक्रोस्कोपी
B) इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी
C) फेज-कॉन्ट्रास्ट माइक्रोस्कोपी
D) कन्फोकल माइक्रोस्कोपी

सहीउत्तर: C) फेज-कॉन्ट्रास्ट माइक्रोस्कोपी

प्रश्न 7:

फेज-कॉन्ट्रास्ट माइक्रोस्कोपी का प्रमुख लाभ क्या है?

A) यह केवल मृत कोशिकाओं को देख सकता है
B) यह कोशिकाओं को रंगने की आवश्यकता नहीं होती
C) यह केवल बड़े आकार की कोशिकाओं को देख सकता है
D) यह केवल स्थिर कोशिकाओं को देख सकता है

सहीउत्तर: B) यह कोशिकाओं को रंगने की आवश्यकता नहीं होती

प्रश्न 8:

टोक्यो मेट्रोपॉलिटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कोशिकाओं की गति के विश्लेषण के लिए कौन-सी तकनीक का उपयोग किया?

A) जैविक रंगाई
B) सॉबेल फिल्टर आधारित इमेज प्रोसेसिंग
C) फ्लो साइटोमेट्री
D) स्पेक्ट्रोस्कोपी 

सहीउत्तर: B) सॉबेल फिल्टर आधारित इमेज प्रोसेसिंग

प्रश्न 9:

सऊदी अरब को 2034 फीफा विश्व कप की मेज़बानी कब और कैसे सौंपी गई?

A) दिसंबर 2024 में, FIFA कांग्रेस में सर्वसम्मति से
B) जनवरी 2025 में, FIFA द्वारा मतदान के माध्यम से
C) अक्टूबर 2023 में, CONMEBOL के प्रस्ताव के तहत
D) दिसंबर 2023 में, संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से

सहीउत्तर: A) दिसंबर 2024 में, FIFA कांग्रेस में सर्वसम्मति से

प्रश्न 10:

सऊदी अरब ने 2021 में प्रवासी श्रमिकों के लिए कौन-सी प्रमुख श्रम सुधार नीति लागू की?

A) कफ़ाला प्रणाली का उन्मूलन
B) न्यूनतम वेतन की गारंटी
C) मुफ़्त आवास की व्यवस्था
D) स्वास्थ्य बीमा की अनिवार्यता

सहीउत्तर: A) कफ़ाला प्रणाली का उन्मूलन

कफ़ालाप्रणाली एक विवादास्पद श्रम प्रणाली है जो मुख्य रूप से खाड़ीदेशों (सऊदी अरब, कतर, यूएई, कुवैत आदि) में प्रचलित है। यह प्रणाली विदेशी श्रमिकों (मजदूरों) और उनके स्थानीय नियोक्ताओं (स्पॉन्सर्स) के बीच एक वैधानिकसंबंध स्थापित करती है।

  • श्रमिक बिनाकफ़ीलकीअनुमतिके नौकरी बदल नहीं सकते या देश छोड़ नहीं सकते।

नियोक्ता श्रमिकों के पासपोर्ट और वीज़ा पर नियंत्रण रखते हैं।

मजदूरों को कमवेतन, अधिककामकेघंटेयायहाँतककिमानवतस्करी का सामना करना पड़ता है।

  • खाड़ी देशों में भारत, नेपाल, बांग्लादेश, फिलीपींस आदि से आए लाखों श्रमिक इस प्रणाली के तहत काम करते हैं।
  • इन श्रमिकों को अक्सर एग्ज़िटपरमिट के लिए नियोक्ता पर निर्भर रहना पड़ता है।

प्रश्न 11: भूटान की हरित क्रिप्टोकरेंसी पहल का मुख्य उद्देश्य क्या है?

A) पर्यटन को बढ़ावा देना
B) विदेशी मुद्रा भंडार को कम करना
C) आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना और युवाओं के पलायन को रोकना
D) नवीनतम तकनीकों का परीक्षण करना

सहीउत्तर: C) आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना और युवाओं के पलायन को रोकना

क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें आमतौर पर उच्च ऊर्जा खपत शामिल होती है, क्योंकि इसमें जटिल स्तर की गणना की आवश्यकता होती है। पहली डिजिटल मुद्राओं से जुड़े कार्बन पदचिह्न को कम करने के लिए, कम पर्यावरणीय प्रभाव वाले वैकल्पिक मॉडल विकसित किए गए हैं: तथाकथित ग्रीन क्रिप्टोकरेंसी।

प्रश्न 12: ISRO ने SpaDeX मिशन के तहत दूसरी बार सफलतापूर्वक उपग्रह डॉकिंग कब पूरी की?

A) 16 जनवरी 2025
B) 13 मार्च 2025
C) 20 अप्रैल 2025
D) 21 अप्रैल 2025

सहीउत्तर: D) 21 अप्रैल 2025

प्रश्न 13: SpaDeX मिशन के तहत कौन-कौन से दो उपग्रहों को डॉक किया गया? 

A) SDX01 और SDX02
B) INSAT-3C और INSAT-4B
C) GSAT-7 और GSAT-6
D) IRNSS-1A और IRNSS-1B

सहीउत्तर: A) SDX01 और SDX02

प्रश्न 14: SpaDeX मिशन के तहत पहली बार उपग्रह डॉकिंग कब हुई थी?

A) 30 दिसंबर 2024
B) 16 जनवरी 2025
C) 13 मार्च 2025
D) 21 अप्रैल 2025

सहीउत्तर: B) 16 जनवरी 2025

प्रश्न 15: SpaDeX मिशन के तहत उपग्रहों को किस प्रक्षेपण यान से प्रक्षेपित किया गया था? 

A) GSLV Mk III

B) PSLV-C60

C) GSLV Mk II

D) PSLV-C50 

सहीउत्तर: B) PSLV-C60

प्रश्न 16: SpaDeX मिशन के तहत विकसित स्वदेशी डॉकिंग प्रणाली का नाम क्या है?

A) भारतीय डॉकिंग सिस्टम
B) स्वदेशी डॉकिंग प्रणाली
C) ISRO डॉकिंग तकनीक
D) अनुभव डॉकिंग सिस्टम

सहीउत्तर: A) भारतीय डॉकिंग सिस्टम

प्रश्न 17: SpaDeX मिशन के तहत भारत कौन सा देश बना जिसने अंतरिक्ष में उपग्रह डॉकिंग की उपलब्धि हासिल की?

A) तीसरा
B) चौथा
C) पाँचवाँ
D) छठा

सहीउत्तर: B) चौथा

प्रश्न 18: SpaDeX मिशन का मुख्य उद्देश्य क्या है?

A) नई उपग्रह सेवाओं का परीक्षण
B) अंतरिक्ष में उपग्रह डॉकिंग तकनीक का प्रदर्शन
C) मंगल मिशन की तैयारी
D) सौर ऊर्जा संचयन का परीक्षण

सहीउत्तर: B) अंतरिक्ष में उपग्रह डॉकिंग तकनीक का प्रदर्शन

प्रश्न 19: SpaDeX मिशन के तहत उपग्रहों के बीच किस प्रकार की शक्ति स्थानांतरण तकनीक का परीक्षण किया गया?

A) सौर ऊर्जा संचयन
B) इंटर-सैटेलाइट पावर ट्रांसफर
C) थर्मल ऊर्जा संचयन
D) परमाणु ऊर्जा संचयन

सहीउत्तर: B) इंटर-सैटेलाइट पावर ट्रांसफर

प्रश्न 20: SpaDeX मिशन के तहत उपग्रहों के बीच संचार के लिए कौन सी प्रणाली का उपयोग किया गया?

A) ग्राउंड स्टेशन लिंक
B) इंटर-सैटेलाइट कम्युनिकेशन लिंक (ISL)
C) रेडियो फ्रीक्वेंसी लिंक
D) ब्लूटूथ कनेक्शन

सहीउत्तर: B) इंटर-सैटेलाइट कम्युनिकेशन लिंक (ISL)

प्रश्न 21: अर्जेंटीना के पोप फ्रांसिस (असली नाम – जॉर्ज मारियो बेर्गोलियो) जो जेसुइट के पहले पोप थे उनका निधन किस तिथि को हुआ?

क) 20 अप्रैल 2025
ख) 21 अप्रैल 2025
ग) 22 अप्रैल 2025
घ) 23 अप्रैल 2025

उत्तर: ख) 21 अप्रैल 2025

प्रश्न 22:
हालहीमेंकृषिअनुसंधानऔरशिक्षाविभाग (DARE) केसचिवऔरभारतीयकृषिअनुसंधानपरिषद (ICAR) केमहानिदेशक (DG) केरूपमेंकिसेनियुक्तकियागयाहै?


A)
डॉ. रमेशचंद
B)
डॉ. मांगीलालजाट
C)
डॉ. त्रिलोचनमोहपात्रा
D)
डॉ. हिमांशुपाठक

सहीउत्तर: B) डॉ. मांगीलालजाट

प्रश्न 23:

भारत सरकार का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट, जो दुनिया के सबसे बड़े ग्रामीण टेलीकॉम प्रोजेक्ट्स में से एक है और देश के सभी ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है, कौन सा है?
A) डिजिटल इंडिया मिशन
B) भारतनेट प्रोजेक्ट
C) प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान
D) स्मार्ट विलेज योजना

सहीउत्तर: B) भारतनेटप्रोजेक्ट

प्रश्न 24:
सोंगपावॉटरफेस्टिवल, एक बौद्ध पर्व, जो विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश के नमसाई और चांगलांग व इटानगर जैसे क्षेत्रों में मनाया जाता है, किस समुदाय द्वारा मनाया जाता है?

विकल्प:
A) न्यिशी समुदाय
B) खामती समुदाय
C) अपातानी समुदाय
D) मोनपा समुदाय

सहीउत्तर: B) खामतीसमुदाय

खामतीसमुदाय भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में निवास करने वाला एक प्रमुख बौद्ध जनजातीय समूह है। यह मुख्य रूप से अरुणाचल प्रदेश के नमसाई, चांगलांग और लोहित जिलों तथा म्यांमार की सीमावर्ती क्षेत्रों में बसा हुआ है।

प्रमुखविशेषताएँ:

  1. धर्म:
    • खामती लोग थेरवादबौद्धधर्म को मानते हैं।
    • इनके प्रमुख त्योहारों में सोंगपावॉटरफेस्टिवल (जल उत्सव) शामिल है, जो बौद्ध नववर्ष के रूप में मनाया जाता है।
  2. संस्कृति:
  1. इनकी भाषा खामती (ताई समूह की भाषा) है, जो थाई और बर्मी भाषाओं से मिलती-जुलती है।
  2. पारंपरिक वेशभूषा और हस्तशिल्प (जैसे बांस की वस्तुएँ) इनकी संस्कृति की पहचान हैं।
  3. जीवनशैली:
  1. कृषि (चावल की खेती) और पशुपालन इनका मुख्य व्यवसाय है।
  2. ये समुदाय-आधारित जीवन जीते हैं और बौद्ध मठ (विहार) इनके सामाजिक-धार्मिक केंद्र होते हैं।
  3. भौगोलिकविस्तार:
  4. भारत के अलावा, म्यांमार और थाईलैंड में भी खामती समुदाय की उपस्थिति है।

प्रश्न 25:
भारत ने ‘महासागर’ (MAHASAGAR – Mutual and Holistic Advancement for Security and Growth for all in the Region) दृष्टि और ‘पड़ोसी प्रथम’ (Neighbour First) नीति के तहत क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा में अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में मालदीवकोस्टगार्डशिप MNDF हुरावी का प्रमुख रिफिट कहाँ सफलतापूर्वक पूरा किया?

विकल्प:
A) कोच्चि शिपयार्ड, केरल
B) विशाखापत्तनम नौसैनिक अड्डा, आंध्र प्रदेश
C) नौसैनिक डॉकयार्ड, मुंबई
D) गोवा शिपयार्ड, गोवा

सहीउत्तर: C) नौसैनिकडॉकयार्ड, मुंबई

प्रश्न 26:
ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन के एक नए मात्रात्मक आकलन के अनुसार, भारत की प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) प्रणाली ने कल्याणकारी योजनाओं में रिसाव को रोककर देश को कितनी संचयी बचत करने में मदद की है?

विकल्प:
A) ₹1.25 लाख करोड़
B) ₹2.50 लाख करोड़
C) ₹3.48 लाख करोड़
D) ₹4.75 लाख करोड़

सहीउत्तर: C) ₹3.48 लाखकरोड़

प्रश्न 27:
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा जारी वर्ष 2024-25 के अनंतिम आँकड़ों के अनुसार, पिछले 11 वर्षों में खादी उत्पादन और बिक्री में कितनी वृद्धि दर्ज की गई है?

विकल्प:
A) उत्पादन में 250% और बिक्री में 300% वृद्धि
B) उत्पादन में 347% और बिक्री में 447% वृद्धि
C) उत्पादन में 400% और बिक्री में 500% वृद्धि
D) उत्पादन में 200% और बिक्री में 350% वृद्धि

सहीउत्तर: B) उत्पादनमें 347% औरबिक्रीमें 447% वृद्धि

व्याख्या:

  • KVIC केअध्यक्षश्रीमनोजकुमार द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, पिछले 11 वर्षों में खादी उत्पादन में 347% (चार गुना) और बिक्री में 447% (पाँच गुना) की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
  • यह आँकड़े खादी क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास और बढ़ती उपभोक्ता माँग को दर्शाते हैं।
  • KVIC की पहलों और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

18 April Current Affairs

18 April CURRENT AFFAIRS

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धोंडोकेशवकर्वे -18 April 1858 – 09 Nov 1962

समाज सुधारक और शिक्षाविद् जिन्होंने महिला शिक्षा और विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया; 1958 में भारत रत्न से सम्मानित।

18 APRIL केमहत्वपूर्णदिवस :

1. विश्वधरोहरदिवस (World Heritage Day)

  • उद्देश्य: यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
  • थीम 2025: धरोहरऔरशिक्षा (Heritage and Education)।

2. वायुसेनास्थापनादिवस (भारत)

  • महत्व: भारतीय वायु सेना के गठन (1932) को याद किया जाता है।

3. अंतर्राष्ट्रीयजेलरदिवस (International Juggler’s Day)

  • रोचकतथ्य: करतब दिखाने वाले कलाकारों (जगलर्स) को समर्पित।

4. पेटअवेयरनेसडे (Pet Awareness Day)

  • उद्देश्य: पालतू जानवरों की देखभाल और उनके अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाना।

5. वैश्विकरेस्पिरेटरीदिवस (Global Respiratory Day)

  • महत्व: फेफड़ों और श्वसन स्वास्थ्य के बारे में शिक्षा देना।

6. अमेरिकामेंस्वतंत्रतादिवस (ज़िम्बाब्वे)

  • ऐतिहासिकतथ्य: 18 अप्रैल, 1980 को ज़िम्बाब्वे ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त की।

7. भारतमें: उड़ीसा में Maha Vishuba Sankranti के रूप में भी मनाया जाता है

प्रश्न 2: मई 2025 में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर जाने वाले भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन का नाम क्या है?

A. राकेश शर्मा
B. शुभांशु शुक्ला
C. रविंद्र सिंह
D. विक्रम जोशी

सहीउत्तर: B. शुभांशुशुक्ला

प्रश्न 3: भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला मई 2025 में किस अंतरराष्ट्रीय मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रा करेंगे?

A. गगनयान मिशन
B. एएक्स-4 मिशन (Ax-4 Mission)
C. चंद्रयान-3
D. नासा-इसरो मिशन

सहीउत्तर: B. एएक्स-4 मिशन (Ax-4 Mission)

प्रश्न 4: शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा किस अंतरिक्ष स्टेशन की ओर होगी?

A. चंद्रमा स्टेशन
B. मंगल स्टेशन
C. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS)
D. भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन

सहीउत्तर: C. अंतरराष्ट्रीयअंतरिक्षस्टेशन (ISS)

प्रश्न 5: ISRO द्वारा मई से जुलाई 2025 के बीच लॉन्च किए जाने वाले PSLV-C61 मिशन का मुख्य पेलोड क्या है?

A. EOS-09 सैटेलाइट
B. GSAT-7R सैटेलाइट
C. NISAR सैटेलाइट
D. Oceansat-3A सैटेलाइट

सहीउत्तर: A. EOS-09 सैटेलाइट

प्रश्न 6: EOS-09 सैटेलाइट किस प्रकार के रडार से सुसज्जित है?

A. L-बैंड रडार
B. S-बैंड रडार
C. C-बैंड सिंथेटिक एपर्चर रडार
D. X-बैंड रडार

सहीउत्तर: C. C-बैंडसिंथेटिकएपर्चररडार

प्रश्न 7: ISRO का कौन सा मिशन गगनयान क्रू एस्केप सिस्टम का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है?

A. PSLV-C61
B. TV-D2 (टेस्ट व्हीकल-D2)
C. LVM3-M5
D. GSLV-F16

सहीउत्तर: B. TV-D2 (टेस्टव्हीकल-D2)

प्रश्न 8: NISAR मिशन किस दो अंतरिक्ष एजेंसियों के सहयोग से विकसित किया गया है?

A. ISRO और ESA
B. ISRO और JAXA
C. ISRO और NASA
D. ISRO और CNSA

सहीउत्तर: C. ISRO और NASA

प्रश्न 9: ISRO का LVM3-M5 मिशन जुलाई 2025 में किस कंपनी के उपग्रहों को लॉन्च करेगा?

A. SpaceX
B. AST SpaceMobile Inc., USA
C. Blue Origin
D. OneWeb

सहीउत्तर: B. AST SpaceMobile Inc., USA

प्रश्न 10: गगनयान मिशन के तहत क्रू एस्केप सिस्टम का परीक्षण किस मिशन के माध्यम से किया जाएगा?

A. PSLV-C61
B. TV-D2
C. LVM3-M5
D. GSLV-F16

सहीउत्तर: B. TV-D2

प्रश्न 11: BRICS कृषि मंत्रियों ने किस साझेदारी की शुरुआत की?

A. BRICS खाद्य सुरक्षा गठबंधन

B. BRICS जैविक कृषि मंच

C. BRICS भूमि पुनर्स्थापन साझेदारी

D. BRICS डिजिटल खेती मंच

सहीउत्तर: C. BRICS भूमिपुनर्स्थापनसाझेदारी

प्रश्न 12: भारत की कौन-सी पहल ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने से संबंधित है?

A. डिजिटल मिशन

B. MSP योजना

C. लक्ष्मी योजना

D. लखपति दीदी और ड्रोन दीदी

सहीउत्तर: D. लखपतिदीदीऔरड्रोनदीदी

प्रश्न 13: भारत ने BRICS देशों को किस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया?

A. अंतर्राष्ट्रीय कृषि उत्सव

B. वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 और वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंटरटेनमेंट समिट 2025

C. अंतर्राष्ट्रीय जैविक कृषि सम्मेलन

D. ग्लोबल ग्रीन मिशन

सहीउत्तर: B. वर्ल्डफूडइंडिया 2025 औरवर्ल्डऑडियोविजुअलएंटरटेनमेंटसमिट 2025

प्रश्न 14: निम्न में से कौन-सी योजना जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत की पहल है?

A. स्टार्टअप इंडिया

B. आत्मनिर्भर मिशन

C. NICRA (National Innovations on Climate Resilient Agriculture)

D. उज्ज्वला योजना

सहीउत्तर: C. NICRA (National Innovations on Climate Resilient Agriculture)

प्रश्न 15: भारत में पेस्ट फिल टेक्नोलॉजी को अपनाने वाली पहली कोयला सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई (Coal PSU) कौन सी बनने जा रही है?

A) कोल इंडिया लिमिटेड
B) भारत कोकिंग कोल लिमिटेड
C) साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL)
D) महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड

सहीउत्तर:
C) साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL)

प्रश्न 16: पेस्ट फिल टेक्नोलॉजी के लिए SECL ने किस कंपनी के साथ समझौता किया है?

A) टाटा स्टील लिमिटेड
B) TMC मिनरल रिसोर्सेस प्राइवेट लिमिटेड
C) अडानी मिनरल्स
D) गेल इंडिया लिमिटेड

सहीउत्तर:
B) TMC मिनरल रिसोर्सेस प्राइवेट लिमिटेड

प्रश्न 17: सिंहाली खदान SECL के किस क्षेत्र में स्थित है?

A) रानीगंज
B) कोरबा
C) झारसुगुड़ा
D) बरेली

सहीउत्तर:
B) कोरबा

प्रश्न 18: पेस्ट फिल टेक्नोलॉजी से क्या लाभ होता है?

A) खनन से भूमि का नुकसान
B) भूमि सब्साइडेंस को रोकना और खनन को सुरक्षित बनाना
C) केवल खनन की गति बढ़ाना
D) कोयला उत्पादन बढ़ाना

सहीउत्तर:
B) भूमि सब्साइडेंस को रोकना और खनन को सुरक्षित बनाना

प्रश्न 19: संस्कृति का पंचवां अध्याय” पुस्तक किस अवसर पर जारी की गई थी?

A) स्वतंत्रता दिवस
B) महात्मा गांधी जयंती
C) विश्व धरोहर दिवस
D) प्रधानमंत्री की जयंती

सहीउत्तर:
C) विश्व धरोहर दिवस

प्रश्न 20: “संस्कृति का पंचवां अध्याय” पुस्तक को किसने जारी किया?

A) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
B) महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज
C) डॉ. राम बहादुर राय
D) श्री हरिवंश

सहीउत्तर:
B) महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज

प्रश्न 21: पुस्तक ‘संस्कृति का पंचवां अध्याय’ का संकलन किसने किया है?

A) डॉ. प्रवीण ओझा
B) डॉ. सचिदानंद जोशी
C) डॉ. प्रभात ओझा
D) श्री राम बहादुर राय

सहीउत्तर:
C) डॉ. प्रभात ओझा

प्रश्न 22: भारतीय नौसेना का पोत INS सुनयना अप्रैल 2025 में SAGAR मिशन के तहत मोज़ाम्बिक के नाकाला पोर्ट पर पहुँचा। इस मिशन का उद्देश्य क्या है?

A) समुद्री व्यापार को बढ़ावा देना
B) मोज़ाम्बिक में भारतीय राजनयिक उपस्थिति स्थापित करना
C) क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करना
D) अफ्रीकी देशों में खनिज खोज करना

सहीउत्तर:
C) क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करना

प्रश्न 23: SAGAR मिशन, जिसके अंतर्गत INS सुनयना अफ्रीकी देशों की यात्रा पर है, का पूरा रूप क्या है?
(What is the full form of the SAGAR initiative under which INS Sunayna is deployed to African nations?)

A) South Asia Growth and Relief
B) Safety and Assistance for Global Asia Region
C) Security and Growth for All in the Region
D) Strategic Action for Global Indian Reach

सहीउत्तर:
C) Security and Growth for All in the Region

प्रश्न 24: भारत द्वारा चलाया गया SAGAR मिशन किस प्रकार के खतरों से निपटने पर केंद्रित है?
(What type of threats does India’s SAGAR Mission primarily aim to address?)

A) पारंपरिक युद्ध और आंतरिक विद्रोह
B) केवल समुद्री डकैती
C) गैर-पारंपरिक समुद्री खतरे जैसे अवैध तस्करी और समुद्री सुरक्षा
D) जलवायु परिवर्तन और जैविक आपदाएँ

सहीउत्तर:
C) गैर-पारंपरिक समुद्री खतरे जैसे अवैध तस्करी और समुद्री सुरक्षा

प्रश्न 25: राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के अनुसार, भारत में बच्चों और किशोरी लड़कियों में एनीमिया की स्थिति क्या है?
(According to NFHS-5, what is the status of anemia among children and adolescent girls in India?)

A) 50% बच्चे और 40% किशोरी लड़कियाँ एनीमिक हैं
B) 67.1% बच्चे और 59.1% किशोरी लड़कियाँ एनीमिक हैं
C) 30% बच्चे और 25% किशोरी लड़कियाँ एनीमिक हैं
D) 70% बच्चे और 65% किशोरी लड़कियाँ एनीमिक हैं

सहीउत्तर:
B) 67.1% बच्चे और 59.1% किशोरी लड़कियाँ एनीमिक हैं

प्रश्न 26: भारत में महिलाओं के लोहे के सेवन की स्थिति कैसी है?
(What is the status of iron intake among Indian women?)

A) केवल 1 में से 10 महिलाएँ पर्याप्त लोहे का सेवन करती हैं
B) हर दूसरी महिला पर्याप्त लोहे का सेवन करती है
C) 4 में से 3 महिलाएँ अपर्याप्त आहारिक लोहा (dietary iron) लेती हैं
D) सभी महिलाएँ आयरन सप्लीमेंट्स ले रही हैं

सहीउत्तर:
C) 4 में से 3 महिलाएँ अपर्याप्त आहारिक लोहा लेती हैं

प्रश्न 27: ‘एनीमिया मुक्त भारत’ (Anemia Mukt Bharat – AMB) कार्यक्रम किस रणनीति का अनुसरण करता है?
(What strategy does the Anemia Mukt Bharat program follow?)

A) 3×3 रणनीति
B) 5×5 रणनीति
C) 6x6x6 रणनीति
D) 4x4x4 रणनीति

सहीउत्तर:
C) 6x6x6 रणनीति

प्रश्न 28: ‘6x6x6’ रणनीति में कितने लक्ष्य समूह (target groups) शामिल हैं?
(How many target groups are included in the 6x6x6 strategy?)

A) 3
B) 4
C) 5
D) 6

सहीउत्तर:
D) 6

प्रश्न 29: वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में कितने बच्चों और किशोरों को आयरन और फोलिक एसिड की खुराक दी गई?
(How many children and adolescents received Iron and Folic Acid supplements in Q2 of FY 2024-25?)

A) 10 करोड़
B) 12 करोड़
C) 15.4 करोड़
D) 20 करोड़

सहीउत्तर:
C) 15.4 करोड़

प्रश्न 30: भारत में एनीमिया की निगरानी और आपूर्ति डेटा को ट्रैक करने के लिए कौन से साधनों का उपयोग किया जा रहा है?
(What tools are being used in India to track anemia screening and supply data?)

A) मैनुअल रिपोर्टिंग सिस्टम
B) मासिक सरकारी समीक्षा
C) डिजिटल टूल्स
D) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म

सहीउत्तर:
C) डिजिटल टूल्स

प्रश्न 31: ‘एनीमिया मुक्त भारत’ कार्यक्रम किन अन्य प्रमुख योजनाओं से एकीकृत है?
(With which other major national programs is Anemia Mukt Bharat integrated?)

A) स्वच्छ भारत मिशन और डिजिटल इंडिया
B) राष्ट्रीय शिक्षा नीति और आत्मनिर्भर भारत
C) पोषण अभियान और स्कूल हेल्थ प्रोग्राम
D) प्रधानमंत्री आवास योजना और आयुष्मान भारत

सहीउत्तर:
C) पोषण अभियान और स्कूल हेल्थ प्रोग्राम

प्रश्न 32: APM (Administrative Price Mechanism) गैस और NWG (New Well Gas) की कीमतें किससे जुड़ी हैं?

(a) अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक गैस बाजार से
(b) भारतीय क्रूड बास्केट (Indian Crude Basket) से
(c) डॉलर की विनिमय दर से
(d) कोयले की कीमतों से

सहीउत्तर: (b)
व्याख्या: दोनों प्रकार की गैसों की कीमतें भारतीय क्रूड बास्केट से मासिक आधार पर तय होती हैं।

प्रश्न 33: भारत सरकार की BioE3 Policy का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?

(a) केवल कृषि जैव प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना
(b) जैव-निर्माण (Biomanufacturing) के माध्यम से भारत को जैव-आधारित नवाचारों में वैश्विक नेता बनाना
(c) पारंपरिक दवाओं के उत्पादन को बढ़ाना
(d) केवल शैक्षणिक शोध को वित्तपोषित करना

सहीउत्तर: (b)
व्याख्या: BioE3 Policy (Biotechnology for Economy, Environment & Employment) का लक्ष्य भारत को High-performance Biomanufacturing और Precision Biotherapeutics (जैसे सेल एवं जीन थेरेपी) के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनाना है। इसे कैबिनेट द्वारा अगस्त 2024 में मंजूरी दी गई थी।

प्रश्न 34: सेल एवं जीन थेरेपी का महत्व किस कारण से है?

(a) यह केवल संक्रामक रोगों के इलाज में उपयोगी है
(b) यह कैंसर और दुर्लभ रोगों जैसी जानलेवा बीमारियों के संभावितइलाज की दिशा में क्रांतिकारी भूमिका निभा सकता है
(c) इसका उपयोग केवल पशु चिकित्सा में किया जाता है
(d) यह सस्ती होने के कारण सभी को आसानी से उपलब्ध है

सहीउत्तर: (b)
व्याख्या:वेबिनार में चर्चा की गई कि सेल एवं जीन थेरेपी का उपयोग कैंसर, सिकल सेल एनीमिया और अन्य दुर्लभ रोगों के संभावितइलाज के लिए किया जा सकता है।

प्रश्न 35: Biofoundry and Biomanufacturing Initiative की श्रृंखला का 12वेंवेबिनार का मुख्य विषय क्या था?

(a) कृषि जैव प्रौद्योगिकी
(b) वैक्सीन विकास
(c) सेल एवं जीन थेरेपी (Cell and Gene Therapy)
(d) जैव-ईंधन अनुसंधान

सहीउत्तर: (c)
व्याख्या: यह वेबिनार Biofoundry and Biomanufacturing Initiative की श्रृंखला का 12वाँ संस्करण था, जिसमें सेलएवंजीनथेरेपी पर चर्चा हुई। यह BioE3 Policy के Precision Biotherapeutics थीमेटिक एरिया के अंतर्गत आता है।

प्रश्न 36: सेल एवं जीन थेरेपी के क्षेत्र में भारत की प्रमुख चुनौतियाँ क्या हैं?

(a) केवल शोधकर्ताओं की कमी
(b) निर्माण (Manufacturing), पैमाने (Scale-up) और नियामक (Regulatory) बाधाएँ
(c) केवल वित्तीय संसाधनों की कमी
(d) अंतरराष्ट्रीय सहयोग का अभाव

सहीउत्तर: (b)
व्याख्या: वेबिनार में चर्चा हुई कि सेलएवंजीनथेरेपी के विकास में Manufacturing, Scale-up और Regulatory Approval प्रमुख चुनौतियाँ हैं। डॉ. देबोज्योति चक्रवर्ती (CSIR-IGIB) ने इस पर विस्तार से प्रकाश डाला।

प्रश्न 37: GITEX Africa 2025 के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?

(a) यह केवल अफ्रीकी स्टार्टअप्स के लिए एक स्थानीय प्रदर्शनी थी
(b) यह भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे (DPI) पर केंद्रित एक शैक्षणिक सम्मेलन था
(c) यह नीति निर्माताओं, स्टार्टअप्स और तकनीकी विशेषज्ञों के लिए वैश्विक सहयोग का मंच था
(d) इसमें केवल भारतीय कंपनियों ने भाग लिया

सहीउत्तर: (c)
व्याख्या: GITEX Africa 2025 अफ्रीका का सबसे बड़ा टेक और स्टार्टअप शो था, जिसमें नीति निर्माताओं और नवप्रवर्तकों ने समावेशी आर्थिक विकास के लिए सहयोग पर चर्चा की। भारत के मंत्री श्री जयंत चौधरी ने इसमें भाग लिया।

प्रश्न 38: भारत के किस डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे (DPI) का उल्लेख GITEX Africa में किया गया?

(a) केवल Aadhaar और UPI
(b) ONDC, DigiLocker और DIKSHA
(c) स्किल इंडिया डिजिटल हब (SIDH) और Aadhaar
(d) उपरोक्त सभी

सहीउत्तर: (d)
व्याख्या: भारत के DPI उदाहरणों जैसे Aadhaar, UPI, ONDC, SIDH, DigiLocker और DIKSHA का उल्लेख किया, जो डिजिटल समावेशन और कौशल विकास में सहायक हैं।

प्रश्न 39: AI के क्षेत्र में भारत की क्या उपलब्धि है? (AI स्टैनफोर्ड इंडेक्स 2025 के अनुसार)

(a) AI पेशेवरों की भर्ती में 33.39% वार्षिक वृद्धि
(b) विश्व की सबसे बड़ी AI कंपनी होना
(c) केवल सरकारी क्षेत्र में AI का उपयोग
(d) अफ्रीका में सबसे अधिक AI निवेश

सहीउत्तर: (a)
व्याख्या: भारत में AI पेशेवरों की भर्ती में 33.39% की वार्षिक वृद्धि हुई है, जो सरकार और उद्योग के सहयोग को दर्शाता है।

DAILY CURRENT AFFAIRS IN HINDI | 01 APRIL 2025

DAILY CURRENT AFFAIRS 01.04.2025

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DAILY CURRENT AFFAIRS 01 APRIL 2025

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DAILY CURRENT AFFFAIRS 01/04/2025

1 अप्रैल, 2025 को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चिली के राष्ट्रपति गैब्रिएल बोरिक फोंट को राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया। यह उनकी भारत की पहली यात्रा थी। यह दौरा भारत-चिली के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हुआ। राष्ट्रपति मुर्मू ने चिली को लैटिन अमेरिका क्षेत्र में भारत का प्रमुख साझेदार बताया और व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर जोर दिया। द्विपक्षीय व्यापार में हाल के वर्षों में वृद्धि हुई है, तथा कई भारतीय कंपनियों ने चिली में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया है। चिली में भारतीय समुदाय की भूमिका को भारतीय व्यंजन, योग और आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाने तथा जन-जन संपर्क को मजबूत करने के लिए सराहा गया। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने पर सहमति व्यक्त की।

चिली के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान चार प्रमुख समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए:

  1. अंटार्कटि का सहयोग पर इरादा पत्र – दोनों देश अंटार्कटिका में वैज्ञानिक एवं पर्यावरणीय सहयोग को बढ़ावा देंगे।
  2. भारत-चिली सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम – सांस्कृतिक गतिविधियों, कला और परंपराओं के आदान-प्रदान हेतु।
  3. आपदा प्रबंधन पर MoU – चिली की SENAPRED और भारत की NDMA आपदा प्रबंधन में सहयोग करेंगी।
  4. तांबा खनन पर MoU – चिली की CODELCO और भारत की Hindustan Copper Ltd. (HCL) तांबा उत्पादन एवं प्रसंस्करण में साझेदारी करेंगी।
  5. चिली दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित एक लंबा और संकरा देश है, जिसकी सीमा पश्चिम में प्रशांत महासागर, पूर्व में अर्जेंटीना, उत्तर-पूर्व में बोलीविया और उत्तर में पेरू से लगती है।यह अपने विविध भूगोल, समृद्ध इतिहास और मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए जाना जाताहै।

Basic Facts

  • Official Name: Republic of Chile
  • Capital: Santiago
  • Official Language: Spanish
  • Currency: Chilean Peso (CLP)
  • Government: Presidential Republic
  • Current President: Gabriel Boric
  • Population: Approximately 19 million people
  • Area: 756,096 square kilometers

Interesting Facts

  • Longest country in the world (north to south).
  • Home to some of the world’s largest telescopes due to its clear skies.
  • Has over 2,000 volcanoes, some of which are active.
  • Chile’s coastline is about 6,435 km (4,000 miles) long.

बहु विकल्पीय प्रश्न:

  • भारत-चिली संबंधों में 2025 में चिली के राष्ट्रपति की भारत यात्रा किस मील के पत्थर से जुड़ी है?
    a) 50 वर्ष राजनयिक संबंध
    b) 75 वर्ष राजनयिक संबंध
    c) 100 वर्ष राजनयिक संबंध
    d) 25 वर्ष रणनीतिक साझेदारी
  • ✅ उत्तर: b) 75 वर्ष राजनयिक संबंध
    व्याख्या: यह दौरा भारत और चिली के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हुआ।

  • भारत-चिली वार्ता के दौरान सहयोग बढ़ाने के लिए किन क्षेत्रों की पहचान की गई?
    a) अंतरिक्ष अन्वेषण और रक्षा
    b) व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान
    c) कृषि और मत्स्य पालन
    d) पर्यटन और खेल
  • ✅ उत्तर: b) व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान
    व्याख्या: राष्ट्रपति मुर्मू ने इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया, जो दोनों देशों की आर्थिक और राजनीतिक प्राथमिकताओं से मेल खाते हैं।

  • दस्तावेज़ के अनुसार, चिली में भारतीय समुदाय ने द्विपक्षीय संबंधों में किस प्रकार योगदान दिया है?
    a) आईटी पार्क स्थापित करके
    b) भारतीय व्यंजन, योग और आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाकर
    c) बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं को वित्तपोषित करके
    d) राजनीतिक अभियान आयोजित करके
  • ✅ उत्तर: b) भारतीय व्यंजन, योग और आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाकर
    व्याख्या: चिली में भारतीय समुदाय को इन सांस्कृतिक तत्वों को प्रचारित करने और जन-जन संपर्क मजबूत करने के लिए सराहा गया।

  • चिली के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान अंटार्कटिका सहयोग से संबंधित कौन-सा समझौता हुआ?
    a) सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम
    b) इरादा पत्र (Letter of Intent)
    c) आपदा प्रबंधन MoU
    d) तांबा खनन MoU
  • ✅ उत्तर: b) इरादा पत्र (Letter of Intent)
    व्याख्या: अंटार्कटिका सहयोग के लिए “Letter of Intent on Antarctica Cooperation” पर हस्ताक्षर किए गए।

  • भारत की NDMA ने चिली की किस संस्था के साथ आपदा प्रबंधन पर MoU पर हस्ताक्षर किए?
    a) CODELCO
    b) SENAPRED
    c) HCL
    d) PIB
  • ✅ उत्तर: b) SENAPRED
    व्याख्या: चिली की SENAPRED (National Service for Disaster Prevention and Response) और भारत की NDMA (National Disaster Management Authority) ने आपदा प्रबंधन पर सहयोग किया।

  • तांबा खनन से संबंधित MoU किन दो संगठनों के बीच हुआ?
    a) NDMA और SENAPRED
    b) CODELCO और HCL
    c) PIB और HCL
    d) SENAPRED और CODELCO
  • ✅ उत्तर: b) CODELCO और HCL
    व्याख्या: चिली की तांबा कंपनी CODELCO और भारत की Hindustan Copper Ltd. (HCL) ने तांबा उत्पादन एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में MoU पर हस्ताक्षर किए।

डॉ. श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामीगलु एक प्रतिष्ठित भारतीय आध्यात्मिक नेता, मानवतावादी और शिक्षक थे।कर्नाटक में सिद्धगंगामठ के प्रमुख के रूप में, उन्होंने हजारों छात्रों को मुफ्त शिक्षा, भोजन और आश्रय प्रदान करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।उन्होंने श्री सिद्धगंगा एजुकेशन सोसाइटी के तहत कई शैक्षणिक संस्थान स्थापित किए और उन्हें अक्सर उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए “नादेदादुवादेवरु” (चलता-फिरताभगवान) कहा जाता था।उनके योगदान के सम्मान में, उन्हें 2015 में पद्म-भूषण मिला।


डॉ. श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामीगलु का जन्म किस तिथि को हुआ था?

A) 1 अप्रैल, 1907

B) 15 मई, 1910

C) 23 मार्च, 1905

D) 5 जून, 1912

✅ सहीउत्तर: A) 1 अप्रैल, 1907


उत्कल दिवस, जिसे ओडिशा दिवस के रूप में भी जाना जाता है, 1936 में ओडिशा राज्य के एक अलग प्रांत के रूप में गठन के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 1 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन मधुसूदन दास और गोपबंधु दास जैसे नेताओं के प्रयासों का सम्मान करता है, जिन्होंने ओडिशा की विशिष्ट भाषा और सांस्कृतिक विरासत की मान्यता की वकालत की। समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनियाँ और विभिन्न प्रतियोगिताएँ शामिल हैं जो ओडिशा की समृद्ध परंपराओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित करती हैं।

प्रश्न: ओडिशा राज्य के गठन के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष उत्कल दिवस किस तिथि को मनाया जाता है?

A) 15 मार्च​

B) 1 अप्रैल​

C) 20 मई​

D) 5 जून​

✅ उत्तर: B) 1 अप्रैल


कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने फसल उत्पादकता, स्थिरता और किसानों की आजीविका सुधारने के लिए AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) और IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) प्रणालियों को अपनाया है। प्रमुख पहलें निम्नलिखित हैं:

  1. किसानमित्र: यह एक वॉइस-आधारित AI चैटबॉट है, जो PM किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित किसानों के प्रश्नों का समाधान करता है। यह 11 क्षेत्रीय भाषाओं को सपोर्ट करता है और प्रतिदिन 20,000 से अधिक प्रश्नों को संभालता है। अब तक 92 लाख से ज्यादा प्रश्नों के उत्तर दिए जा चुके हैं।
  2. राष्ट्रीयकीटनिगरानीप्रणाली: जलवायु परिवर्तन से होने वाले फसल नुकसान को कम करने के लिए AI और मशीन लर्निंग का उपयोग करती है। यह 61 फसलों और 400 से अधिक कीटों की पहचान करती है। 10,000 से अधिक विस्तार कार्यकर्ता इसका उपयोग करते हैं।
  3. AI-आधारितविश्लेषण: उपग्रह-आधारित फसल मानचित्रण और मौसम अनुकूलन के लिए फील्ड फोटोग्राफ्स का उपयोग किया जाता है।


IoT रोजमर्रा की वस्तुओं को इंटरनेट से जोड़ता है, जिससे उन्हें अक्सर बिना किसी प्रत्यक्ष मानवीय हस्तक्षेप के डेटा एकत्र करने और साझा करने की अनुमति मिलती है।

उदाहरण:

इसमें थर्मोस्टैट और उपकरण जैसे स्मार्ट होम डिवाइस, फिटनेस ट्रैकर जैसी पहनने योग्य तकनीक, औद्योगिक उपकरण, वाहन और यहां तक ​​कि चिकित्सा उपकरण भी शामिल हैं।

कार्यक्षमता:

IoT डिवाइस डेटा एकत्र करने के लिए सेंसर का उपयोग करते हैं, जिसे फिर विश्लेषण, भंडारण और कार्रवाई के लिए नेटवर्क (जैसे इंटरनेट) पर प्रसारित किया जाता है।

अनुप्रयोग:

IoT के कई अनुप्रयोग हैं, जिनमें स्मार्ट होम, औद्योगिक स्वचालन, परिवहन, स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरण निगरानी शामिल हैं।

मुख्यघटक:

सेंसर: पर्यावरण या डिवाइस की स्थिति के बारे में डेटा एकत्र करते हैं।

कनेक्टिविटी: डिवाइस को एक-दूसरे और इंटरनेट से संवाद करने की अनुमति देता है।

डेटाप्रोसेसिंग: एकत्र किए गए डेटा का विश्लेषण और व्याख्या करता है।

उपयोगकर्ताइंटरफ़ेस: मनुष्यों को IoT सिस्टम के साथ बातचीत करने का एक तरीका प्रदान करता है।

लाभ:

IoT से दक्षता, स्वचालन, बेहतर निर्णय लेने और नए व्यावसायिक अवसर मिल सकते हैं।

चुनौतियाँ:

IoT प्रणालियों के विकास और परिनियोजन में सुरक्षा, गोपनीयता और अंतर-संचालन महत्वपूर्ण विचार हैं।

बहुविकल्पीय प्रश्न:

  • ‘किसान ई-मित्र’ चैटबॉट का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?
    a) फसल बीमा योजनाओं का प्रबंधन
    b) PM किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित प्रश्नों का समाधान
    c) बीज वितरण में सहायता
    d) कृषि ऋण प्रदान करना
  • ✅ उत्तर: b) PM किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित प्रश्नों का समाधान
    व्याख्या: किसान ई-मित्र चैटबॉट विशेष रूप से PM किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े किसानों के प्रश्नों के लिए विकसित किया गया है।

  • राष्ट्रीय कीटनिगरानी प्रणाली किन तकनीकों का उपयोग करती है?
    a) ब्लॉकचेन और IoT
    b) AI और मशीन लर्निंग
    c) रोबोटिक्स और ड्रोन
    d) क्लाउड कंप्यूटिंग
  • ✅ उत्तर: b) AI और मशीन लर्निंग
    व्याख्या: यह प्रणाली AI और मशीन लर्निंग के माध्यम से कीट संक्रमण का पता लगाती है, जिससे समय पर हस्तक्षेप संभव होता है।

  • AI-आधारित फसल मानचित्रण के लिए किसका उपयोग किया जाता है?
    a) केवल उपग्रह चित्र
    b) केवल फील्ड फोटोग्राफ्स
    c) उपग्रह चित्र और फील्ड फोटोग्राफ्स
    d) सेंसर डेटा
  • ✅ उत्तर: c) उपग्रह चित्र और फील्ड फोटोग्राफ्स
    व्याख्या: इस प्रणाली में उपग्रह चित्रों के साथ-साथ खेतों के फोटोग्राफ्स का विश्लेषण कर फसलों की निगरानी की जाती है।

सितंबर 2024 में भारत सरकार ने 2,817 करोड़ रुपये के बजट के साथ डिजिटल कृषि मिशन को मंजूरी दी। इसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा (DPI) विकसित करना है, जिसमें एग्रीस्टैक, कृषि निर्णय समर्थन प्रणाली, और मृदा उर्वरता मानचित्र शामिल हैं। इसके तहत तीन मुख्य रजिस्ट्री बनाई जाएंगी:

  1. जियो-रेफरेंस्ड गाँव मानचित्र (Geo-Reference Village Mapping)
  2. फसल बोया गया रजिस्टर
  3. किसान रजिस्ट्री

लक्ष्य:

  • 2026-27 तक 11 करोड़ किसानों के लिए किसान आईडी जनरेट करना।
  • 2025 खरीफ से सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में डिजिटल फसल सर्वेक्षण शुरू करना।
  • 28 मार्च 2025 तक 4.85 करोड़ किसान आईडी जनरेट की जा चुकी हैं।
  • रबी 2024-25 में 461 जिलों के 23.90 करोड़ प्लॉट्स का सर्वेक्षण किया गया।

राज्यों को सहायता:

  • किसान आईडी और डिजिटल सर्वेक्षण के लिए सॉफ्टवेयर।
  • अधिकारियों को प्रशिक्षण, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, और PM-KISAN से 10 रुपये प्रति किसान आईडी का प्रावधान।
  • वित्त मंत्रालय ने राज्यों को 5,000 करोड़ रुपये का विशेष केंद्रीय सहायता (SCA) आवंटित किया। 28 मार्च 2025 तक 6 राज्यों (उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश) को 1,076 करोड़ रुपये जारी किए गए।

बहुविकल्पीय प्रश्न:

  • डिजिटल कृषिमिशन के अंतर्गत कौन-सी तीन मुख्य रजिस्ट्री विकसित की जा रही हैं?
    a) बीज रजिस्ट्री, उर्वरक रजिस्ट्री, कृषि उपकरण रजिस्ट्री
    b) जियो-रेफरेंस्ड गाँव मानचित्र, फसल बोया गया रजिस्टर, किसान रजिस्ट्री
    c) जल संसाधन मानचित्र, मौसम रजिस्ट्री, कृषि ऋण रजिस्ट्री
    d) उपग्रह चित्र रजिस्ट्री, कीट निगरानी रजिस्ट्री, फसल बीमा रजिस्ट्री
  • ✅ उत्तर: b) जियो-रेफरेंस्ड गाँव मानचित्र, फसल बोया गया रजिस्टर, किसान रजिस्ट्री
    व्याख्या: डिजिटल कृषि मिशन के तहत ये तीन रजिस्ट्री कृषि डेटा के प्रबंधन के लिए बनाई जा रही हैं।

  • 2026-27 तक कितने किसानों के लिए किसान आईडी जनरेट करने का लक्ष्य है?
    a) 5 करोड़
    b) 8 करोड़
    c) 11 करोड़
    d) 15 करोड़
  • ✅ उत्तर: c) 11 करोड़
    व्याख्या: सरकार ने 2026-27 तक 11 करोड़ किसानों को डिजिटल आईडी प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।

  • PM-KISAN योजना के तहत किसान रजिस्ट्री बनाने में क्षेत्रीय कर्मचारियों को कितना मान देय दिया जाता है?
    a) 5 रुपये प्रति किसान
    b) 10 रुपये प्रति किसान
    c) 15 रुपये प्रति किसान
    d) 20 रुपये प्रति किसान
  • ✅ उत्तर: b) 10 रुपये प्रति किसान
    व्याख्या: PM-KISAN के प्रशासनिक कोष से प्रति किसान आईडी के लिए 10 रुपये का प्रावधान किया गया है, जो कर्मचारियों के मानदेय के लिए उपयोग होगा।

भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में कोयला उत्पादन, वित्तीय प्रदर्शन, स्थिरता और सामाजिक उत्तरदायित्व में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल कीं:

उत्पादन एवं परिचालन:

  • चौथी तिमाही में रिकॉर्ड उत्पादन: 11.44 मिलियन टन (सर्वकालिक उच्चतम)।
  • वार्षिक उत्पादन: 40.50 मिलियन टन (दूसरा सर्वोच्च)।
  • भू-परत हटाने (Overburden Removal): 181.30 मिलियन क्यूबिक मीटर।
  • भूमिगत कोयला उत्पादन: पिछले वर्ष की तुलना में 49% वृद्धि।

    वित्तीय उपलब्धियाँ:

    • पहला लाभांश: ₹44.43 करोड़ (CIL को अगस्त 2024 में)।
    • स्क्रैप बिक्री: ₹18.01 करोड़ (सर्वकालिक उच्चतम)।
    • आयकर रिफंड: ₹104 करोड़ (₹63.87 करोड़ मूलधन + ₹40.12 करोड़ ब्याज)।
    • CAPEX लक्ष्य: ₹1,100 करोड़ (₹1,000 करोड़ के लक्ष्य से अधिक)।

    नवाचार एवं स्थिरता:

    • कोयला वॉशरी मुद्रीकरण: डुग्धा वॉशरी (2.0 MTPA) का 25 वर्ष के लिए ₹762 करोड़ में पट्टा।
    • सौर ऊर्जा: 4.088 MWp रूफटॉप सौर परियोजनाएँ, 25 MW (भोजुडीह) और 20 MW (डुग्धा) के लिए कार्य आदेश।
    • इलेक्ट्रिक वाहन: ईवी चार्जिंग स्टेशन सहित ईवी फ्लीट से मासिक ₹2.5 लाख ईंधन बचत।

    समुदाय कल्याण:

    • CSR व्यय: ₹21.89 करोड़ (लक्ष्य का 117%)।
    • रोजगार: 200 प्रभावित व्यक्तियों को पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग में प्रशिक्षण (100% प्लेसमेंट)।
    • शिक्षा: धनबाद जिले की 79 स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस और ICT लैब्स की स्थापना।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • BCCL ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में चौथी तिमाही में कितने मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया?
      a) 10.50 मिलियन टन
      b) 11.44 मिलियन टन
      c) 12.75 मिलियन टन
      d) 9.80 मिलियन टन
    • ✅ उत्तर: b) 11.44 मिलियन टन
      व्याख्या: BCCL ने चौथी तिमाही में 11.44 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर सर्वकालिक रिकॉर्ड बनाया।

    • BCCL द्वारा डुग्धा वॉशरी के मुद्रीकरण के लिए कितनी राशि निर्धारित की गई?
      a) ₹500 करोड़
      b) ₹762 करोड़
      c) ₹1,000 करोड़
      d) ₹1,200 करोड़
    • ✅ उत्तर: b) ₹762 करोड़
      व्याख्या: डुग्धा वॉशरी (2.0 MTPA) को 25 वर्ष के लिए ₹762 करोड़ में पट्टे पर दिया गया।

    • BCCL की CSR गतिविधियों के तहत धनबाद जिले की कितनी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस स्थापित की गईं?
      a) 50 स्कूल
      b) 65 स्कूल
      c) 79 स्कूल
      d) 100 स्कूल
    • ✅ उत्तर: c) 79 स्कूल
      व्याख्या: BCCL ने धनबाद जिले की 79 स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस और ICT लैब्स स्थापित कर शिक्षा को बढ़ावा दिया।

    भारत सरकार ने घरेलू उद्योग को निम्नस्तरीय आयातों से बचाने के लिए कई उपाय किए हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत निदेशालय सामान्य व्यापार उपचार (DGTR) एंटी-डंपिंग, सुरक्षात्मक और प्रतिकारी जाँचें करता है। 2024-25 (फरवरी 2025 तक) में 206 मामले (₹206.62 करोड़ मूल्य के) दर्ज किए गए, जो बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR), BIS और FSSAI मानकों का उल्लंघन करते थे।

    मुख्य उपाय:

    1. डीजीटीआर की भूमिका: घरेलू उद्योग की शिकायतों पर जाँच कर वित्त मंत्रालय को सिफारिशें प्रस्तुत करना।
    2. सीमा शुल्क अधिनियम, 1962: निदेशालय राजस्व खुफिया (DRI) और सीमा शुल्क विभाग द्वारा जाँच।
    3. जोखिम प्रबंधन प्रणाली (RMS): जोखिम-आधारित परीक्षण से निम्नस्तरीय आयात रोकना।
    4. खाद्य सुरक्षा मानक: FSSAI द्वारा आयातित खाद्य पदार्थों का नमूना परीक्षण।
    5. अन्य मानक: BIS, पादप संगरोध (Plant Quarantine), और पशु स्वास्थ्य परमिट।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • वित्तीय वर्ष 2024-25 (फरवरी 2025 तक) में निम्नस्तरीय आयात के कितने मामले दर्ज किए गए?
      a) 150
      b) 206
      c) 250
      d) 300
    • ✅ उत्तर: b) 206
      व्याख्या: DGTR और सीमा शुल्क विभाग ने 206 मामले दर्ज किए, जिनका मूल्य ₹206.62 करोड़ था।

    • आयातित खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जाँचने के लिए किस अधिनियम का उपयोग किया जाता है?
      a) सीमा शुल्क अधिनियम, 1962
      b) खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006
      c) वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972
      d) पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986
    • ✅ उत्तर: b) खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006
      व्याख्या: FSSAI द्वारा खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2006 के तहत आयातित खाद्य पदार्थों का निरीक्षण और परीक्षण किया जाता है।

    • निम्न में से कौन-सी प्रणाली जोखिम-आधारित परीक्षण द्वारा निम्नस्तरीय आयात रोकती है?
      a) DGTR
      b) RMS (जोखिम प्रबंधन प्रणाली)
      c) FSSAI पोर्टल
      d) BIS मानक
    • ✅ उत्तर: b) RMS (जोखिम प्रबंधन प्रणाली)
      व्याख्या: भारतीय सीमा शुल्क की जोखिम प्रबंधन प्रणाली (RMS) जोखिम-आधारित चयनात्मक परीक्षण करके निम्नस्तरीय आयात को रोकती है।

    कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) ने बाजरा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए व्यापार मेलों, प्रदर्शनियों और वैश्विक प्रचार गतिविधियों का आयोजन किया। अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023 के तहत, भारतीय दूतावासों और सरकारी विभागों के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेलों में बाजरा-थीम्ड भागीदारी, नमूना कार्यक्रम, बाजरा गैलरी और बायर-सेलर मीट जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही, सरकार ने राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF) शुरू किया, जिसका उद्देश्य रासायनिक मुक्त सुरक्षित उत्पादों का वैश्विक निर्यात बढ़ाना है।

    कृषि निर्यात बढ़ाने के प्रमुख उपाय:

    1. नए उत्पादों और बाजारों में निर्यात का विस्तार।
    2. जैविक उत्पादों का निर्यात बढ़ाना।
    3. FPOs और SHGs को निर्यात मूल्य शृंखला से जोड़ना।
    4. FTAs के माध्यम से बाजार पहुंच सुधारना।
    5. WTO में व्यापारिक बाधाओं का समाधान करना।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • बाजरा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए APEDA द्वारा कौन-सी गतिविधियाँ आयोजित की गईं?
      a) खेल प्रतियोगिताएँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम
      b) व्यापार मेले, प्रदर्शनियाँ और अंतर्राष्ट्रीय बायर-सेलर मीट
      c) किसानों के लिए ऋण योजनाएँ
      d) औद्योगिक उत्पादन प्रशिक्षण
    • ✅ उत्तर: b) व्यापार मेले, प्रदर्शनियाँ और अंतर्राष्ट्रीय बायर-सेलर मीट
      व्याख्या: APEDA ने बाजरा निर्यात प्रोत्साहन के लिए व्यापार मेलों, प्रदर्शनियों और बायर-सेलर मीट जैसी गतिविधियाँ आयोजित कीं।

    • रासायनिक मुक्त खेती को बढ़ावा देने के लिए कौन-सा मिशन शुरू किया गया?
      a) राष्ट्रीय कृषि विकास योजना
      b) राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF)
      c) प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि
      d) सॉइल हेल्थ कार्ड योजना
    • ✅ उत्तर: b) राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF)
      व्याख्या: NMNF का उद्देश्य प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर सुरक्षित और पौष्टिक खाद्य उत्पादन सुनिश्चित करना है।

    • कृषि निर्यात बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कौन-सा उपाय नहीं अपनाया गया है?
      a) FPOs को निर्यात मूल्य शृंखला से जोड़ना
      b) जैविक उत्पादों का निर्यात बढ़ाना
      c) किसानों को सीधे विदेशी मुद्रा देना
      d) FTAs के माध्यम से बाजार पहुंच सुधारना
    • ✅ उत्तर: c) किसानों को सीधे विदेशी मुद्रा देना
      व्याख्या: दस्तावेज़ में किसानों को सीधे विदेशी मुद्रा देने का कोई उल्लेख नहीं है। अन्य विकल्प सरकारी पहलों का हिस्सा हैं।

    भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के 90वें स्थापना दिवस के अवसर पर विशेष डाक टिकट जारी किया। यह आयोजन 1 अप्रैल, 2025 को मुंबई के NCPA में हुआ, जिसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस उपस्थित थे।

    मुख्य बिंदु:

    1. RBI का योगदान: राष्ट्रपति ने RBI की वित्तीय स्थिरता, आर्थिक विकास और नियामक भूमिका की सराहना की।
    2. भारत डाक की भूमिका: 1.65 लाख डाकघरों के नेटवर्क और iMoney Order जैसी सेवाओं ने वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
    3. RBI का इतिहास: 1 अप्रैल, 1935 को कोलकाता में स्थापित, RBI ने 9 दशकों तक देश की वित्तीय प्रणाली में विश्वास और विकास को बनाए रखा।
    4. डाक टिकट का डिज़ाइन: टिकट पर RBI के कोलकाता स्थित मूल मुख्यालय और मुंबई स्थित वर्तमान मुख्यालय को दर्शाया गया है, जिसमें “स्थिरता, विश्वास, विकास” का लोगो शामिल है।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • RBI के 90वें स्थापना दिवस पर जारी विशेष डाक टिकट में क्या दर्शाया गया है?
      a) केवल RBI का वर्तमान मुख्यालय (मुंबई)
      b) केवल RBI का मूल मुख्यालय (कोलकाता)
      c) RBI का मूल और वर्तमान मुख्यालय
      d) भारत के प्रधानमंत्री का चित्र
    • ✅ उत्तर: c) RBI का मूल और वर्तमान मुख्यालय
      व्याख्या: डाक टिकट पर RBI के कोलकाता (मूल) और मुंबई (वर्तमान) मुख्यालयों को दर्शाया गया है।

    • RBI की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?
      a) 1 अप्रैल, 1935 – दिल्ली
      b) 1 अप्रैल, 1935 – कोलकाता
      c) 15 अगस्त, 1947 – मुंबई
      d) 26 जनवरी, 1950 – चेन्नई
    • ✅ उत्तर: b) 1 अप्रैल, 1935 – कोलकाता
      व्याख्या: RBI की स्थापना 1 अप्रैल, 1935 को कोलकाता में हुई, जिसका वर्तमान मुख्यालय मुंबई में है।

    • भारत डाक द्वारा वित्तीय समावेशन के लिए कौन-सी सेवा शुरू की गई है?
      a) डिजिटल लॉकर
      b) iMoney Order
      c) रुपए कार्ड
      d) मुद्रा विनिमय केंद्र
    • ✅ उत्तर: b) iMoney Order
      व्याख्या: पारंपरिक मनी ऑर्डर सेवा को iMoney Order में विकसित किया गया है, जो तेज़ और सुविधाजनक धन हस्तांतरण सुनिश्चित करती है।

    भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अप्रैल 2025 को “कस्टमर सर्विस मंथ” घोषित किया है, जिसका थीम “Connecting with Care” है। इस पहल का उद्देश्य ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाना और उनसे मजबूत जुड़ाव स्थापित करना है। BSNL के सभी सर्कल, व्यावसायिक क्षेत्र और इकाइयाँ इस महीने भर चलने वाले अभियान में भाग लेंगे।

    मुख्य उद्देश्य:

    1. मोबाइल नेटवर्क की गुणवत्ता और FTTH/ब्रॉडबैंड की विश्वसनीयता में सुधार।
    2. लीज्ड सर्किट/MPLS की विश्वसनीयता बढ़ाना।
    3. बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
    4. ग्राहक शिकायतों का त्वरित निवारण।

    प्रतिक्रिया संग्रह:
    ग्राहक वेबसाइट (cfp.bsnl.co.in), सोशल मीडिया, फॉर्म और सीधे संपर्क के माध्यम से सुझाव साझा कर सकते हैं। सभी प्रतिक्रियाएँ BSNL के CMD कार्यालय द्वारा केंद्रीय रूप से समीक्षित की जाएंगी। BSNL ने “स्वदेशी 4G नेटवर्क” के साथ डिजिटल विकसित भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • BSNL के “कस्टमर सर्विस मंथ” का मुख्य उद्देश्य क्या है?
      a) नए टैरिफ प्लान लॉन्च करना
      b) ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाना और जुड़ाव बढ़ाना
      c) 5G नेटवर्क का परीक्षण करना
      d) अंतर्राष्ट्रीय सेवाएँ शुरू करना
    • ✅ उत्तर: b) ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाना और जुड़ाव बढ़ाना
      व्याख्या: इस पहल का मुख्य लक्ष्य ग्राहकों के साथ संवाद बढ़ाकर सेवाओं की गुणवत्ता सुधारना है।

    • BSNL द्वारा ग्राहक प्रतिक्रिया किस माध्यम से एकत्र की जा रही है?
      a) केवल टोल-फ्री नंबर
      b) वेबसाइट, सोशल मीडिया, फॉर्म और सीधा संपर्क
      c) ईमेल केवल
      d) केवल शारीरिक शिकायत केंद्र
    • ✅ उत्तर: b) वेबसाइट, सोशल मीडिया, फॉर्म और सीधा संपर्क
      व्याख्या: BSNL ने प्रतिक्रिया संग्रह के लिए कई डिजिटल और सीधे माध्यमों का उपयोग किया है।

    • BSNL के “स्वदेशी 4G नेटवर्क” से संबंधित कौन-सा कथन सही है?
      a) यह विदेशी तकनीक पर आधारित है
      b) इसे “डिजिटल विकसित भारत” के लक्ष्य से जोड़ा गया है
      c) यह केवल शहरी क्षेत्रों में उपलब्ध है
      d) इसका उद्देश्य 5G सेवाएँ प्रदान करना है
    • ✅ उत्तर: b) इसे “डिजिटल विकसित भारत” के लक्ष्य से जोड़ा गया है
      व्याख्या: BSNL ने स्वदेशी 4G नेटवर्क को देश के डिजिटल विकास में योगदान देने के लिए प्रमुखता से प्रस्तुत किया है।

    भारत सरकार ने दिवालिया और दिवालियापन संहिता (IBC), 2016 को 6 संशोधनों और 122 विनियामक सुधारों के साथ मजबूत किया है। IBC के तहत 8,000 से अधिक कॉर्पोरेट दिवालियापन समाधान प्रक्रियाएँ (CIRPs) शुरू की गई हैं, जिनमें से 3,485 कॉर्पोरेट ऋणकर्ताओं को बचाया गया और लेनदारों को ₹3.58 लाख करोड़ की वसूली हुई।

    प्रमुख बिंदु:

    1. बैंक वसूली में IBC की भूमिका: RBI के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में बैंकों की कुल वसूली का 48% IBC के माध्यम से हुआ, जो SARFAESI अधिनियम (32%), DRT (17%), और लोक अदालतों (3%) से अधिक है।
    2. कॉर्पोरेट पुनर्गठन: IIM अहमदाबाद की रिपोर्ट के अनुसार, IBC के तहत पुनर्गठित फर्मों की लाभप्रदता और वित्तीय स्वास्थ्य में सुधार हुआ।
    3. संख्यात्मक डेटा:
      • 31 दिसंबर 2024 तक 8,175 CIRPs शुरू की गईं।
      • 1,119 मामलों में समाधान योजनाओं से ₹3.58 लाख करोड़ की वसूली (लिक्विडेशन मूल्य का 162.79% और फेयर मूल्य का 87.58%)।
    4. सुधार और पहल: IBC प्रक्रिया को तेज करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म, समाधान पेशेवरों के प्रशिक्षण, और नियमों में संशोधन किए गए।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • वित्तीय वर्ष 2023-24 में बैंकों द्वारा सर्वाधिक वसूली किस माध्यम से हुई?
      a) SARFAESI अधिनियम
      b) दिवालिया और दिवालियापन संहिता (IBC)
      c) ऋण वसूली ट्रिब्यूनल (DRT)
      d) लोक अदालत
    • ✅ उत्तर: b) दिवालिया और दिवालियापन संहिता (IBC)
      व्याख्या: RBI रिपोर्ट के अनुसार, IBC ने 48% वसूली हिस्सेदारी के साथ प्रमुख भूमिका निभाई।

    • IBC में कितने संशोधन किए गए हैं?
      a) 122
      b) 6
      c) 8
      d) 10
    • ✅ उत्तर: b) 6
      व्याख्या: सरकार ने IBC में 6 संशोधन और 122 विनियामक सुधार किए हैं।

    • IBC के तहत समाधान योजनाओं से लेनदारों को कितनी राशि की वसूली हुई?
      a) ₹2.5 लाख करोड़
      b) ₹3.58 लाख करोड़
      c) ₹4.0 लाख करोड़
      d) ₹1.5 लाख करोड़
    • ✅ उत्तर: b) ₹3.58 लाख करोड़
      व्याख्या: 1,119 मामलों में समाधान योजनाओं से लेनदारों को ₹3.58 लाख करोड़ प्राप्त हुए।

    इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) द्वारा निर्मित फिल्म “स्ट्रीम-स्टोरी” को पेरिस के प्रतिष्ठित सिनेमा दू रियल फिल्म समारोह में “मेंशन स्पेशियल – प्री दू पैट्रिमोइन कल्चरल इमैटेरियल 2025” पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार फ्रांसीसी संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रायोजित है और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण को समर्पित फिल्मों को दिया जाता है।

    फिल्म का विषय:
    फिल्म हिमाचल प्रदेश की “कुहल” (सदियों पुरानी सिंचाई प्रणालियों) पर केंद्रित है, जो जल को कथा के रूप में प्रस्तुत करते हुए समुदाय की ज्ञान परंपरा, पारिस्थितिक दर्शन और लोककथाओं को उजागर करती है।

    महत्व:

    • यह पुरस्कार IGNCA के लिए एक मील का पत्थर है, जो भारत की अमूर्त विरासत को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करता है।
    • फिल्म के साथ एक शोध-आधारित पुस्तक भी प्रकाशित की गई है, जो इतिहास, मिथक और दृश्य कथा को जोड़ती है।
    • यह सम्मान सिनेमा को “जीवित अभिलेखागार” के रूप में स्थापित करता है, जो परंपराओं को दस्तावेज़ करने के साथ-साथ उन्हें जीवंत भी बनाता है।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • “स्ट्रीम-स्टोरी” फिल्म को किस पुरस्कार से सम्मानित किया गया?
      a) गोल्डन ग्लोब
      b) ऑस्कर
      c) मेंशन स्पेशियल – प्री दू पैट्रिमोइन कल्चरल इमैटेरियल 2025
      d) कान फिल्म फेस्टिवल का पाल्मे डी’ओर
    • ✅ उत्तर: c) मेंशन स्पेशियल – प्री दू पैट्रिमोइन कल्चरल इमैटेरियल 2025
      व्याख्या: यह पुरस्कार सिनेमा दू रियल फिल्म समारोह में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण हेतु दिया जाता है।

    • फिल्म “स्ट्रीम-स्टोरी” किस राज्य की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है?
      a) राजस्थान
      b) हिमाचल प्रदेश
      c) केरल
      d) गुजरात
    • ✅ उत्तर: b) हिमाचल प्रदेश
      व्याख्या: फिल्म हिमाचल प्रदेश की “कुहल” सिंचाई प्रणालियों पर आधारित है, जो सदियों पुरानी जल प्रबंधन तकनीक को प्रदर्शित करती है।

    • IGNCA के संदर्भ में कौन-सा कथन सही है?
      a) यह एक निजी फिल्म निर्माण संस्था है
      b) इसने “स्ट्रीम-स्टोरी” के साथ एक शोध पुस्तक भी प्रकाशित की
      c) इसका मुख्यालय पेरिस में स्थित है
      d) यह केवल संगीत कार्यक्रमों का आयोजन करता है
    • ✅ उत्तर: b) इसने “स्ट्रीम-स्टोरी” के साथ एक शोध पुस्तक भी प्रकाशित की
      व्याख्या: IGNCA ने फिल्म के साथ एक शोध-आधारित पुस्तक जारी की, जो इतिहास, मिथक और दृश्य कथा को संयोजित करती है।

    सीमा सड़क संगठन (BRO) ने ज़ोजिला दर्रा को मात्र 32 दिनों के बंद होने के बाद 1 अप्रैल, 2025 को रिकॉर्ड समय में खोल दिया। यह दर्रा कश्मीर घाटी को लद्दाख से जोड़ने वाला विश्व के सबसे चुनौतीपूर्ण उच्च-ऊंचाई वाले दर्रों में से एक है। इस वर्ष, 27 फरवरी से 16 मार्च तक पश्चिमी विक्षोभ के कारण भारी हिमपात हुआ, जिसके बाद BRO ने अत्यधिक बर्फ, शून्य से नीचे तापमान और हिमस्खलन-प्रवण इलाके में काम करते हुए 15 दिनों (17-31 मार्च) में बर्फ साफ की। पहले यह दर्रा छह महीने तक बंद रहता था, लेकिन तकनीकी उन्नति और BRO के प्रयासों से अब यह अवधि घटकर कुछ सप्ताह रह गई है। इससे सैन्य आवाजाही, आवश्यक आपूर्ति और स्थानीय लोगों के व्यापार, चिकित्सा सहायता आदि में सुधार हुआ है। BRO ने इसके लिए कश्मीर में प्रोजेक्ट बीकन और लद्दाख में प्रोजेक्ट विजयक चलाए हैं।

    ज़ोजिला दर्रे के बारे में:-

    ज़ोजिला दर्रा, जिसे ज़ोजी ला के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय हिमालय में एक महत्वपूर्ण पर्वतीय दर्रा है, जिसकी निम्नलिखित प्रमुख विशेषताएँ हैं:

    ऊँचाई: समुद्र तल से लगभग 3,528 मीटर (11,575 फ़ीट) ऊपर।

    स्थान: लद्दाख के कारगिल जिले में स्थित, यह पश्चिम में कश्मीर घाटी को उत्तर-पूर्व में द्रास और सुरू घाटियों और आगे पूर्व में सिंधु घाटी से जोड़ता है।

    रणनीतिक महत्व: कश्मीर घाटी और लद्दाख के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है, जो इन क्षेत्रों के बीच यात्रा और व्यापार को सुविधाजनक बनाता है।

    ऐतिहासिक महत्व: 1948 में प्रथम कश्मीर युद्ध के दौरान, गिलगित विद्रोहियों ने दर्रे पर कब्ज़ा कर लिया था और बाद में 1 नवंबर, 1948 को ऑपरेशन बाइसन के नाम से जाने जाने वाले अभियान में भारतीय सेना द्वारा पुनः कब्ज़ा कर लिया गया था।

    जलवायु चुनौतियाँ: भारी बर्फबारी के कारण, ज़ोजिला दर्रा आमतौर पर सर्दियों के महीनों के दौरान बंद रहता है, अक्सर नवंबर के अंत से अप्रैल की शुरुआत तक।​

    जोजिला सुरंग परियोजना: जनवरी 2018 में भारत सरकार द्वारा स्वीकृत, जोजिला सुरंग का उद्देश्य सभी मौसमों में यात्रा करने योग्य मार्ग प्रदान करना है, जिससे दर्रे के पार यात्रा का समय 3 घंटे से कम होकर लगभग 15 मिनट रह जाएगा। ​

    पर्यटन और रोमांच: अपने लुभावने दृश्यों और चुनौतीपूर्ण भूभाग के लिए जाना जाने वाला यह दर्रा रोमांच के शौकीनों और हिमालय के नाटकीय परिदृश्यों का अनुभव करने के इच्छुक पर्यटकों को आकर्षित करता है। ​

    प्रमुख स्थानों से निकटता: श्रीनगर से लगभग 100 किमी और सोनमर्ग से 15 किमी दूर, जो इसे इस क्षेत्र की खोज करने वाले यात्रियों के लिए सुलभ बनाता है। ​

    NH1 पर दूसरा सबसे ऊँचा दर्रा: फोटू ला के बाद, जोजिला श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर दूसरा सबसे ऊँचा दर्रा है। ​

    व्युत्पत्ति: “ज़ोजी ला” नाम का अर्थ कभी-कभी “बर्फ़ीला तूफ़ान वाला पहाड़ी दर्रा” होता है, जो इसकी चुनौतीपूर्ण मौसम स्थितियों को दर्शाता है।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • ज़ोजिला दर्रा किस वर्ष 32 दिनों के बंद होने के बाद पुनः खोला गया?
      a) 2023
      b) 2024
      c) 2025
      d) 2026
    • ✅ उत्तर: c) 2025
      व्याख्या: दर्रा 1 अप्रैल, 2025 को खोला गया, जो 27 फरवरी से 16 मार्च, 2025 तक बंद रहा।

    • BRO द्वारा ज़ोजिला दर्रे पर बर्फ साफ करने में कितने दिन लगे?
      a) 10 दिन
      b) 15 दिन
      c) 20 दिन
      d) 30 दिन
    • ✅ उत्तर: b) 15 दिन
      व्याख्या: BRO ने 17 मार्च से 31 मार्च, 2025 के बीच 15 दिनों में दर्रा साफ किया।

    • लद्दाख में BRO द्वारा संचालित प्रोजेक्ट का नाम क्या है?
      a) प्रोजेक्ट बीकन
      b) प्रोजेक्ट विजयक
      c) प्रोजेक्ट हिमांशु
      d) प्रोजेक्ट सागर
    • ✅ उत्तर: b) प्रोजेक्ट विजयक
      व्याख्या: कश्मीर में प्रोजेक्ट बीकन और लद्दाख में प्रोजेक्ट विजयक चलाया जाता है।

    भारतीय नौसेना के स्वदेश निर्मित पाल नौका INSV तरिणी ने नाविका सागर परिक्रमा-II अभियान के चौथे चरण में दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में प्रवेश किया। इस अभियान को 2 अक्टूबर 2024 को गोवा से रवाना किया गया था और यह दो महिला अधिकारियों – लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के तथा लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए – द्वारा संचालित किया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य 8 महीनों में 23,400 समुद्री मील (लगभग 43,300 किलोमीटर) की दूरी तय करना है तथा मई 2025 में गोवा वापस लौटने का लक्ष्य है।

    मुख्य बिंदु:

    1. अभियान की प्रगति: तरिणी ने अब तक ऑस्ट्रेलिया (फ्रीमेंटल), न्यूजीलैंड (लिटिलटन) और फॉकलैंड द्वीप (पोर्ट स्टेनली) में विराम लिया है।
    2. चुनौतियाँ: चालक दल ने 50 नॉट (93 किमी/घंटा) से अधिक की हवाओं और 7 मीटर (23 फीट) ऊँची लहरों का सामना किया।
    3. केप टाउन में गतिविधियाँ:
      • 2 सप्ताह तक रॉयल केप यॉट क्लब में नौका की मरम्मत
      • दक्षिण अफ्रीकी नौसेना के साथ संवाद
      • सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम
    4. भारत-दक्षिण अफ्रीका संबंध: यह अभियान दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करता है, जैसा कि अक्टूबर 2024 में आईबीएसएएमएअर अभ्यास और जनवरी 2025 में आईएनएस तुषिल की दक्षिण अफ्रीका यात्रा से भी प्रदर्शित होता है।

    महत्व:

    1. ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भावना को दर्शाता है
    2. भारतीय सशस्त्र बलों में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देता है
    3. समुद्री और वैज्ञानिक अनुसंधान में योगदान

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • नाविका सागर परिक्रमा-II अभियान किस वर्ष शुरू हुआ?
      a) 2023
      b) 2024
      c) 2025
      d) 2026
    • ✅ उत्तर: b) 2024
      व्याख्या: अभियान 2 अक्टूबर 2024 को गोवा से रवाना हुआ था।

    • INSV तरिणी ने केप टाउन पहुँचने से पहले किस देश में विराम नहीं लिया?
      a) ऑस्ट्रेलिया
      b) न्यूजीलैंड
      c) ब्राजील
      d) फॉकलैंड द्वीप
    • ✅ उत्तर: c) ब्राजील
      व्याख्या: तरिणी ने ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और फॉकलैंड द्वीप (UK) में विराम लिया, ब्राजील में नहीं।

    • निम्नलिखित में से कौन-सा INSV तरिणी अभियान का उद्देश्य नहीं है?
      a) महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना
      b) समुद्री अनुसंधान करना
      c) अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का परीक्षण करना
      d) ‘मेक इन इंडिया’ को प्रदर्शित करना
    • ✅ उत्तर: c) अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का परीक्षण करना
      व्याख्या: अभियान का उद्देश्य समुद्री अनुसंधान, महिला सशक्तिकरण और स्वदेशी निर्माण को प्रदर्शित करना है, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी से संबंधित नहीं।

    भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा विकसित AI-आधारित आधार फेस प्रमाणीकरण प्रणाली ने 31 मार्च 2025 तक 130.5 करोड़ लेनदेन का रिकॉर्ड बनाया है, जिसमें से 78% (102 करोड़) केवल वित्तीय वर्ष 2024-25 में हुए। मार्च 2025 में 15.25 करोड़ लेनदेन दर्ज किए गए, जो पिछले महीने की तुलना में 21.6% की वृद्धि दर्शाता है।

    प्रमुख विशेषताएँ:

    1. व्यापक उपयोग:
      • फिनटेक, दूरसंचार और सरकारी योजनाओं (PM आवास, PM उज्ज्वला, PM किसान आदि) में तेजी से अपनाया जा रहा है।
      • वर्तमान में 102 सरकारी और निजी संस्थाएँ इसका उपयोग कर रही हैं।
    2. सुविधा एवं सुरक्षा:
      • बिना संपर्क (Contactless) और कहीं भी-कभी भी प्रमाणीकरण की सुविधा।
      • वीडियो रिप्ले या स्थिर फोटो जैसे धोखाधड़ी के प्रयासों के खिलाफ सुरक्षित।
    3. विशेष लाभ: वरिष्ठ नागरिकों और उंगलियों के निशान खराब होने वाले लोगों के लिए विश्वसनीय विकल्प।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • आधार फेस प्रमाणीकरण ने मार्च 2025 में कितने लेनदेन दर्ज किए?
      a) 10.5 करोड़
      b) 12.8 करोड़
      c) 15.25 करोड़
      d) 18.7 करोड़
    • ✅ उत्तर: c) 15.25 करोड़
      व्याख्या: मार्च 2025 में 15.25 करोड़ लेनदेन हुए, जो फरवरी की तुलना में 21.6% अधिक है।

    • निम्नलिखित में से कौन-सी योजना आधार फेस प्रमाणीकरण का उपयोग नहीं करती?
      a) PM आवास (शहरी)
      b) PM उज्ज्वला
      c) आयुष्मान भारत
      d) मनरेगा
    • ✅ उत्तर: d) मनरेगा
      व्याख्या: PM आवास, PM उज्ज्वला और आयुष्मान भारत (PM-JAY) में फेस प्रमाणीकरण का उपयोग होता है, जबकि मनरेगा का उल्लेख नहीं किया गया है।

    • फेस प्रमाणीकरण किस समूह के लिए विशेष रूप से लाभकारी है?
      a) केवल युवा
      b) वरिष्ठ नागरिक और उंगलियों के निशान खराब होने वाले लोग
      c) केवल शहरी आबादी
      d) केवल ग्रामीण महिलाएँ
    • ✅ उत्तर: b) वरिष्ठ नागरिक और उंगलियों के निशान खराब होने वाले लोग
      व्याख्या: यह प्रणाली उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिनकी उंगलियों के निशान मैनुअल कार्य या स्वास्थ्य समस्याओं के कारण खराब हो गए हैं।

    केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने 1 मई 2025 से हवाई यात्रियों द्वारा व्यक्तिगत रूप से ले जाने वाले रत्न एवं आभूषणों/मशीनरी के नमूनों के आयात-निर्यात की इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है। यह सुविधा विशिष्ट हवाई अड्डों पर उपलब्ध होगी:

    1. निर्यात के लिए 9 हवाई अड्डे:
      दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, कोच्चि, कोयंबटूर, बेंगलुरु, हैदराबाद और जयपुर
    2. आयात के लिए 7 हवाई अड्डे:
      दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और जयपुर 
    3. मशीनरी नमूनों के लिए 4 हवाई अड्डे:
      बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली और मुंबई (प्रारंभिक चरण में)।

    मुख्य विशेषताएँ:

    • विदेश व्यापार नीति (FTP) 2023 और हैंडबुक ऑफ प्रोसीजर्स (HBP) 2023 के प्रावधान लागू होंगे।
    • इलेक्ट्रॉनिक प्रसंस्करण से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा, विशेषकर रत्न-आभूषण और उच्च-स्तरीय विनिर्माण क्षेत्र में।
    • यह कदम व्यापारिक लेनदेन को सरल और पारदर्शी बनाएगा।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • मशीनरी नमूनों के व्यक्तिगत आयात की सुविधा किन हवाई अड्डों पर उपलब्ध होगी?
      a) कोच्चि, कोयंबटूर, जयपुर, कोलकाता
      b) बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई
      c) हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली, कोच्चि
      d) जयपुर, कोयंबटूर, बेंगलुरु, चेन्नई
    • ✅ उत्तर: b) बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई
      व्याख्या: प्रारंभ में मशीनरी नमूनों के लिए केवल ये चार हवाई अड्डे निर्धारित हैं।

    • रत्न-आभूषणों के निर्यात हेतु कौन-सा हवाई अड्डा सूची में नहीं है?
      a) कोच्चि
      b) कोयंबटूर
      c) अहमदाबाद
      d) जयपुर
    • ✅ उत्तर: c) अहमदाबाद
      व्याख्या: अहमदाबाद का उल्लेख नहीं किया गया है, जबकि अन्य तीनों हवाई अड्डे निर्यात के लिए निर्धारित हैं।

    • इस नई प्रणाली का प्राथमिक लाभ क्या है?
      a) हवाई यातायात में वृद्धि
      b) ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा
      c) सीमा शुल्क राजस्व में कमी
      d) यात्रियों के लिए विश्राम सुविधाएँ
    • ✅ उत्तर: b) ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा
      व्याख्या: इलेक्ट्रॉनिक प्रसंस्करण से व्यापारिक लेनदेन सरल और तेज़ होगा, विशेषकर रत्न-आभूषण और विनिर्माण क्षेत्र में।

    मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय विभिन्न योजनाओं के माध्यम से क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा दे रहा है। वर्ष 2024-25 में 5,113 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जिनमें से 3,459.74 करोड़ रुपये (23 मार्च 2025 तक) व्यय किए जा चुके हैं।

    प्रमुख योजनाएँ एवं उनके घटक:

    1. प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना (PM-MKSSY):
      • घटक 1-B: 4 हेक्टेयर तक के जल क्षेत्र वाले किसानों को बीमा प्रीमियम पर 40% प्रोत्साहन (अधिकतम ₹25,000/हेक्टेयर)।
        • SC/ST और महिला किसानों को अतिरिक्त 10% प्रोत्साहन।
        • गहन जलीय कृषि (बायो-फ्लॉक, RAS आदि) के लिए अधिकतम ₹1 लाख प्रोत्साहन।
    2. घटक 3:
      • सूक्ष्म उद्यमों को निवेश का 25% (सामान्य वर्ग) या 35% (SC/ST/महिला) प्रदर्शन अनुदान।
      • ग्राम स्तरीय संगठनों एवं FFPOs को अधिकतम ₹2 करोड़ तक अनुदान।

    अन्य प्रमुख योजनाएँ:

    • प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY)
    • मत्स्य पालन अवसंरचना विकास कोष (FIDF)
    • राष्ट्रीय गोकुल मिशन
    • डेयरी विकास एवं सहकारिता

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • PM-MKSSY के घटक 1-B के तहत SC/ST किसानों को कितना अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलता है?
      a) 5%
      b) 10%
      c) 15%
      d) 20%
    • ✅ उत्तर: b) 10%
      व्याख्या: SC/ST और महिला किसानों को सामान्य वर्ग के प्रोत्साहन पर 10% अतिरिक्त लाभ मिलता है।

    • गहन जलीय कृषि (बायो-फ्लॉक) के लिए अधिकतम प्रोत्साहन राशि क्या है?
      a) ₹50,000
      b) ₹75,000
      c) ₹1 लाख
      d) ₹2 लाख
    • ✅ उत्तर: c) ₹1 लाख
      व्याख्या: गहन जलीय कृषि के लिए प्रीमियम का 40% (अधिकतम ₹1 लाख) प्रोत्साहन दिया जाता है।

    • निम्न में से कौन-सी योजना मत्स्य पालन से संबंधितनहीं है?
      a) PMMSY
      b) FIDF
      c) राष्ट्रीय गोकुल मिशन
      d) PM-MKSSY
    • ✅ उत्तर: c) राष्ट्रीय गोकुल मिशन
      व्याख्या: राष्ट्रीय गोकुल मिशन पशुपालन से संबंधित है, जबकि अन्य तीनों योजनाएँ मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए हैं।

    भारत सरकार ने पोषण सुरक्षा और एनीमिया निवारण के लिए फोर्टिफाइड चावल (सूक्ष्म पोषक तत्वों से समृद्ध) को सभी कल्याणकारी योजनाओं में शामिल किया है। मार्च 2024 तक सभी सरकारी योजनाओं (TPDS, PM POSHAN, ICDS आदि) में कस्टम-मिल्ड चावल को फोर्टिफाइड चावल से प्रतिस्थापित कर दिया गया है।

    प्रमुख पहलें:

    1. एनीमिया मुक्त भारत (AMB) रणनीति:
      • 6 हस्तक्षेप:
        • आयरन-फोलिक एसिड (IFA) पूरकता (बच्चों, किशोरों, गर्भवती महिलाओं के लिए अलग-अलग खुराक)
        • कृमि मुक्ति अभियान (राष्ट्रीय डीवर्मिंग डे)
        • एनीमिया जाँच एवं उपचार
        • व्यवहार परिवर्तन संचार
        • फोर्टिफाइड खाद्य वितरण
        • मलेरिया, फ्लोरोसिस जैसे गैर-पोषण कारणों का समाधान
    2. वित्तीय आवंटन: 2024-25 में 805.91 करोड़ रुपये (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत) राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को आवंटित।
    3. गुणवत्ता नियंत्रण: FSSAI द्वारा अधिसूचित 57 प्रयोगशालाएँ (फोर्टिफाइड चावल), 35 (फोर्टिफाइड राइस कर्नेल), और 15 (प्रीमिक्स) गुणवत्ता परीक्षण के लिए।

    बहुविकल्पीय प्रश्न:

    • फोर्टिफाइड चावल में कौन-सा पोषक तत्व शामिलनहीं होता?
      a) आयरन
      b) विटामिन B12
      c) विटामिन C
      d) फोलिक एसिड
    • ✅ उत्तर: c) विटामिन C
      व्याख्या: फोर्टिफाइड चावल में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन B12 मिलाया जाता है, विटामिन C नहीं।

    • राष्ट्रीय डीवर्मिंग डे में किस दवा का उपयोग होता है?
      a) पैरासिटामॉल
      b) अल्बेंडाजोल
      c) आयरन सिरप
      d) जिंक सल्फेट
    • ✅ उत्तर: b) अल्बेंडाजोल
      व्याख्या: बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अल्बेंडाजोल की गोली दी जाती है।

    • PM POSHAN योजना किससे संबंधित है?
      a) ग्रामीण आवास
      b) स्कूली बच्चों का पोषण
      c) किसान ऋण माफी
      d) शहरी स्वच्छता
    • ✅ उत्तर: b) स्कूली बच्चों का पोषण
      व्याख्या: PM POSHAN (पहले मिड-डे मील योजना) स्कूलों में पोषणयुक्त भोजन वितरण से जुड़ी है।

    प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक ड्राइव रिवॉल्यूशन इन इनोवेटिव व्हीकल एन्हांसमेंट (PM E-DRIVE) योजना को भारी उद्योग मंत्रालय (MHI) द्वारा 29 सितंबर 2024 को लॉन्च किया गया। इसका उद्देश्य ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देना और भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना है।

    • बजट: ₹10,900 करोड़ (2024-26)
    • अवधि: 1 अप्रैल 2024 – 31 मार्च 2026
    • समाहित योजना: इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (EMPS) 2024 (अप्रैल-सितंबर 2024)

    मुख्य विशेषताएँ

    1. ईवी खरीदारों के लिए प्रोत्साहन
      • अग्रिम मूल्य कटौती के रूप में सब्सिडी:
        • इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स (E-2W)
        • इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स (E-3W, ई-रिक्शा, ई-कार्ट, L5 वाहन)
      • OEMs को रिइम्बर्समेंट (राज्यों/OEMs को सीधी सब्सिडी नहीं)
      • कुल सब्सिडी वितरण (अप्रैल 2024-फरवरी 2025): ₹422 करोड़
    2. चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकास
    3. ₹2,000 करोड़ आवंटित देशव्यापी पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों के लिए।
    4. 25,202 ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित (17 दिसंबर 2024 तक)।
    5. बिजली मंत्रालय के 2024 दिशा-निर्देश:
      • डी-लाइसेंस्ड गतिविधि (निजी क्षेत्र के लिए सरलीकृत प्रक्रिया)।
      • पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) पर ध्यान।
    6. चरणबद्ध विनिर्माण कार्यक्रम (PMP)
    7. घरेलू ईवी कंपोनेंट निर्माण को प्रोत्साहित करता है।
    8. ई-बसों के लिए अभी कोई सब्सिडी नहीं
    9. इस योजना के तहत पब्लिक ट्रांसपोर्ट बॉडीज को अभी तक कोई फंड नहीं दिया गया।

    बहुविकल्पीय प्रश्न

    1. PM E-DRIVE योजना का कुल बजट कितना है?

    a) ₹5,000 करोड़
    b) ₹10,900 करोड़
    c) ₹15,200 करोड़
    d) ₹20,000 करोड़

    ✅ उत्तर: (b) ₹10,900 करोड़
    व्याख्या: योजना का बजट 2024-26 के लिए ₹10,900 करोड़ है।

    2. PM E-DRIVE के तहत सब्सिडी कैसे प्रदान की जाती है?

    a) राज्य सरकारों को सीधे नकद हस्तांतरण
    b) खरीदारों के लिए अग्रिम मूल्य कटौती (OEMs को रिइम्बर्स)
    c) निर्माताओं को टैक्स छूट
    d) मुफ्त चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर

    ✅ उत्तर: (b) खरीदारों के लिए अग्रिम मूल्य कटौती (OEMs को रिइम्बर्स)
    व्याख्या: सब्सिडी से उपभोक्ताओं को कीमत में कमी मिलती है, और MHI OEMs को बाद में रकम वापस करता है।

    3. दिसंबर 2024 तक भारत में कितने ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए गए थे?

    a) 10,000
    b) 18,500
    c) 25,202
    d) 30,000

    ✅ उत्तर: (c) 25,202
    व्याख्या: बिजली मंत्रालय के अनुसार, 17 दिसंबर 2024 तक 25,202 स्टेशन कार्यरत थे।

    4. किस योजना को PM E-DRIVE में शामिल किया गया?

    a) FAME-II
    b) EMPS 2024
    c) ऑटो सेक्टर के लिए PLI
    d) नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन

    ✅ उत्तर: (b) EMPS 2024
    व्याख्या: इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (EMPS) 2024 (अप्रैल-सितंबर 2024) को PM E-DRIVE में समाहित किया गया।

    5. PM E-DRIVE के तहत चरणबद्ध विनिर्माण कार्यक्रम (PMP) का उद्देश्य क्या है?

    a) सस्ती ईवी बैटरियाँ आयात करना
    b) घरेलू ईवी कंपोनेंट निर्माण को बढ़ावा देना
    c) पेट्रोल वाहनों को सब्सिडी देना
    d) ईवी चार्जिंग लागत कम करना

    ✅ उत्तर: (b) घरेलू ईवी कंपोनेंट निर्माण को बढ़ावा देना
    व्याख्या: PMP का लक्ष्य आयात निर्भरता घटाकर भारत में ईवी उत्पादन बढ़ाना है।


    भारत सरकार ने “भारतीय पूंजीगत वस्तु क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मकता वृद्धि” योजना के तहत 4 स्मार्ट एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग एंड रैपिड ट्रांसफॉर्मेशन हब (SAMARTH) केंद्र स्थापित किए हैं। यह पूरे भारत में मांग-आधारित योजना है जो उद्योग 4.0 और स्मार्ट विनिर्माण को बढ़ावा देती है।

    SAMARTH की गतिविधियाँ:

    1. गुजरात के 2 MSMEs का डिजिटल परिपक्वता मूल्यांकन किया।
    2. उद्योग 4.0 अपनाने के लिए अनुकूलित सिफारिशें प्रदान कीं।
    3. iFactory स्थापित की (अहमदाबाद के कौशल्या यूनिवर्सिटी में)।
      • यह प्रशिक्षण और डेमो सेंटर के रूप में कार्य करता है।
    4. आईआईटी दिल्ली
    5. अहमदाबाद और आनंद में 2 आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए।
    6. कर्नाटक में SAMARTH की पहल
    7. C4i4 लैब, पुणे
      • कर्नाटक की 3 कंपनियों का डिजिटल मूल्यांकन किया।
      • उद्योग 4.0 रोडमैप प्रदान किया।
    8. सीएमटीआई, बेंगलुरु
    9. कर्नाटक के MSMEs के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए।
    10. उद्योग 4.0 के लिए 15+ समाधान विकसित किए।

    प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

    • लक्ष्य: भारतीय विनिर्माण को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना।
    • मुख्य फोकस: स्मार्ट टेक्नोलॉजी, डिजिटल परिवर्तन, MSMEs को सशक्त बनाना।
    • प्रमुख तकनीकें: IoT, AI, ऑटोमेशन, डेटा एनालिटिक्स।

    बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

    1. SAMARTH योजना किस मंत्रालय से संबंधित है?

    a) कृषि मंत्रालय
    b) भारी उद्योग मंत्रालय
    c) एमएसएमई मंत्रालय
    d) इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय

    ✅ उत्तर: (b) भारी उद्योग मंत्रालय

    2. गुजरात में iFactory कहाँ स्थापित की गई है?

    a) गांधीनगर
    b) सूरत
    c) अहमदाबाद
    d) वडोदरा

    ✅ उत्तर: (c) अहमदाबाद

    3. C4i4 लैब ने कर्नाटक में कितनी कंपनियों का डिजिटल मूल्यांकन किया?

    a) 1
    b) 3
    c) 5
    d) 7

    ✅ उत्तर: (b) 3

    4. उद्योग 4.0 का संबंध किससे है?

    a) पारंपरिक विनिर्माण
    b) डिजिटल तकनीकों का एकीकरण
    c) केवल बड़े उद्योग
    d) कृषि यंत्रीकरण

    ✅ उत्तर: (b) डिजिटल तकनीकों का एकीकरण

    5. सीएमटीआई ने कितने उद्योग 4.0 समाधान विकसित किए?

    a) 5+
    b) 10+
    c) 15+
    d) 20+

    ✅ उत्तर: (c) 15+


    जम्मू-कश्मीर में नए आपराधिक कानून: कार्यान्वयन एवं प्रशिक्षण

    प्रमुख उपाय

    1. समितियों का गठन
      • स्टीयरिंग कमेटी: जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में।
      • एम्पावर्ड कमेटी: डीजीपी, जम्मू-कश्मीर के नेतृत्व में।

    प्रशिक्षण कार्यक्रम

    1. स्थान: पुलिस अकादमी, जिला पुलिस लाइन्स, बटालियन प्रशिक्षण केंद्र।
    2. भाषाई अनुवाद: नए कानूनों का उर्दू, डोगरी और कश्मीरी में अनुवाद पूरा।
    3. प्रशिक्षित कर्मियों की संख्या:
      • 975 गजटेड अधिकारी
      • 60,890 पुलिसकर्मी
      • 254 न्यायिक अधिकारी
      • 191 मास्टर ट्रेनर्स (ToT कार्यक्रम के तहत)
      • 118 एनएफएसयू, गांधीनगर में प्रशिक्षित

    जागरूकता अभियान

    1. 282 ब्लॉक्स में संयुक्त कार्यक्रम (माह के दूसरे और चौथे सप्ताह)।
    2. iGoT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म:
      • 50,984 पुलिसकर्मी रजिस्टर्ड।
      • 1,21,000 कोर्स पूर्ण (इसमें 1,10,773 नए कानूनों पर)।

    तकनीकी सुधार

    1. CCTNS और e-Sakshya (ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग ऐप) को सक्रिय किया गया।
    2. ई-समन/SMS/ईमेल भेजने की सुविधा शुरू।
    3. निगरानी
    4. साप्ताहिक/पाक्षिक समीक्षा बैठकें:
      • मुख्य सचिव (पाक्षिक)
      • प्रिंसिपल सेक्रेटरी (गृह), डीजीपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी (साप्ताहिक)।

    प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

    • उद्देश्य: नए आपराधिक कानूनों का प्रभावी कार्यान्वयन।
    • मुख्य चुनौतियाँ: भाषाई विविधता, दूरदराज के क्षेत्रों में प्रशिक्षण।
    • तकनीक का उपयोग: डिजिटल प्लेटफॉर्म्स (CCTNS, e-Sakshya) से पारदर्शिता।

    बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

    1. नए कानूनों के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए कौन सी समिति बनाई गई?

    a) राष्ट्रीय सुरक्षा समिति
    b) स्टीयरिंग कमेटी
    c) विधि आयोग
    d) न्यायिक समीक्षा समिति

    ✅ उत्तर: (b) स्टीयरिंग कमेटी

    2. e-Sakshya एप्लिकेशन किसके लिए उपयोगी है?

    a) ई-टिकटिंग
    b) आपराधिक मामलों में ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग
    c) ऑनलाइन शिकायत दर्ज करना
    d) पुलिस भर्ती

    ✅ उत्तर: (b) आपराधिक मामलों में ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग

    3. iGoT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर कितने पुलिसकर्मियों ने नए कानूनों पर कोर्स पूरा किया?

    a) 50,984
    b) 1,10,773
    c) 1,21,000
    d) 60,890

    ✅ उत्तर: (b) 1,10,773

    4. जम्मू-कश्मीर में कितने ब्लॉक्स में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं?

    a) 150
    b) 200
    c) 282
    d) 350

    ✅ उत्तर: (c) 282

    5. नए कानूनों का अनुवाद किन भाषाओं में किया गया?

    a) हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी
    b) उर्दू, डोगरी, कश्मीरी
    c) संस्कृत, बोडो, मैथिली
    d) गुजराती, तमिल, तेलुगु

    ✅ उत्तर: (b) उर्दू, डोगरी, कश्मीरी


    WAVES Bazaar एक अभिनव ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो वैश्विक मनोरंजन उद्योग (फिल्म, टीवी, गेमिंग, संगीत आदि) से जुड़े पेशेवरों, व्यवसायों और रचनाकारों को जोड़ता है। इसका उद्घाटन 27 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों श्री अश्विनी वैष्णव (सूचना एवं प्रसारण) और श्री गजेंद्र सिंह शेखावत (संस्कृति एवं पर्यटन) द्वारा किया गया।

    • WAVES Summit का हिस्सा: 1-4 मई 2025 को मुंबई में आयोजित होने वाला यह शिखर सम्मेलन वैश्विक मनोरंजन उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।
    • पंजीकृत उपयोगकर्ता: 5,500+ खरीदार, 2,000+ विक्रेता और 1,000+ प्रोजेक्ट्स।

    मुख्य विशेषताएँ

    1. विभिन्न क्षेत्रों के लिए समर्पित वर्टिकल्स

    • फिल्म और टीवी/वेब सीरीज: OTT प्लेटफॉर्म्स और वितरकों से जुड़ें।
    • गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स: गेम कॉन्सेप्ट्स और IPs को निवेशकों तक पहुँचाएँ।
    • एनीमेशन और VFX: क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स के लिए सेवाएँ प्रदान करें।
    • संगीत और साउंड डिज़ाइन: लाइसेंसिंग और सहयोग के अवसर।
    • लाइव इवेंट्स और इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग: स्पॉन्सरशिप और ब्रांड पार्टनरशिप।

    2. प्लेटफॉर्म का उपयोग कैसे करें?

    • रजिस्ट्रेशन: wavesbazaar.com पर बायर या सेलर के रूप में निःशुल्क पंजीकरण करें।
    • प्रोफाइल बनाएँ: अपने प्रोजेक्ट्स या सेवाओं को प्रदर्शित करें।
    • कनेक्ट और कोलैबोरेट: उद्योग के पेशेवरों के साथ नेटवर्क बनाएँ।

    3. व्यूइंग रूम और मार्केट स्क्रीनिंग्स

    • डिजिटल व्यूइंग रूम: खरीदार फिल्मों, गेम्स और अन्य कंटेंट को सुरक्षित तरीके से प्रीव्यू कर सकते हैं।
    • वर्चुअल/इन-पर्सन स्क्रीनिंग्स: निवेशकों और वितरकों के लिए विशेष प्रदर्शन।

    प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

    • लॉन्च तिथि: 27 जनवरी 2025 (नई दिल्ली में)।
    • संबंधित योजना: WAVES Summit (मई 2025, मुंबई)।
    • उद्देश्य: मीडिया और मनोरंजन उद्योग में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना।
    • मंत्रालय: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय।

    बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

    1. WAVES Bazaar किस उद्योग से संबंधित है?

    a) कृषि
    b) स्वास्थ्य सेवा
    c) मीडिया और मनोरंजन
    d) शिक्षा

    ✅ उत्तर: (c) मीडिया और मनोरंजन

    2. WAVES Summit 2025 कहाँ आयोजित होगा?

    a) नई दिल्ली
    b) मुंबई
    c) बेंगलुरु
    d) कोलकाता

    ✅ उत्तर: (b) मुंबई

    3. WAVES Bazaar पर किस प्रकार के प्रोजेक्ट्स देखे जा सकते हैं?

    a) केवल फिल्में
    b) केवल संगीत
    c) फिल्म, गेमिंग, एनीमेशन, संगीत आदि
    d) केवल ई-बुक्स

    ✅ उत्तर: (c) फिल्म, गेमिंग, एनीमेशन, संगीत आदि

    4. WAVES Bazaar का उद्घाटन किसने किया?

    a) नरेंद्र मोदी
    b) अश्विनी वैष्णव और गजेंद्र सिंह शेखावत
    c) राजनाथ सिंह
    d) स्मृति ईरानी

    ✅ उत्तर: (b) अश्विनी वैष्णव और गजेंद्र सिंह शेखावत

    5. WAVES Bazaar पर रजिस्ट्रेशन शुल्क क्या है?

    a) ₹500
    b) ₹1,000
    c) निःशुल्क
    d) केवल व्यवसायों के लिए शुल्क

    ✅ उत्तर: (c) निःशुल्क


    प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G): पारदर्शिता एवं जवाबदेही

    योजना का संक्षिप्त विवरण

    PMAY-G का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में “सभी को आवास” प्रदान करना है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस योजना को 2024-25 से 2028-29 तक 5 वर्षों के लिए बढ़ा दिया है, जिसमें 2 करोड़ अतिरिक्त घरों के निर्माण का लक्ष्य है।

    मुख्य विशेषताएँ

    1. लाभार्थियों की पहचान

    • SECC-2011 के आधार पर आवास वंचित परिवारों की सूची तैयार की गई।
    • Awaas+ 2024 ऐप के माध्यम से ई-केवाईसी, फेस ऑथेंटिकेशन, जियो-टैगिंग द्वारा पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है।
    • AI/ML मॉडल से धोखाधड़ी रोकने में मदद मिलती है।

    2. वित्तीय सहायता

    • सामान्य क्षेत्र: ₹1.20 लाख प्रति घर
    • पहाड़ी/उत्तर-पूर्वी राज्य: ₹1.30 लाख
    • वित्त पोषण पैटर्न:
      • उत्तर-पूर्व और हिमालयी राज्य: 90:10 (केंद्र:राज्य)
      • अन्य राज्य: 60:40
      • विधानसभा रहित केंद्रशासित प्रदेश: 100% केंद्र द्वारा

    3. अतिरिक्त लाभ

    • MGNREGS के तहत 90/95 दिनों का अकुशल श्रम मजदूरी।
    • स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (SBM-G) से शौचालय निर्माण हेतु ₹12,000।
    • पाइप्ड जल, बिजली, LPG कनेक्शन, सोलर ऊर्जा जैसी योजनाओं से कन्वर्जेंस।

    4. तकनीकी समाधान

    • Awaas+ 2024 ऐप:
      • लाइवलीनेस डिटेक्शन (आई ब्लिंक/मोशन) से लाभार्थी सत्यापन।
      • घर की फोटो अपलोड करने पर AI द्वारा दीवार, छत, दरवाजे आदि की गुणवत्ता जाँच।
      • 100% आधार-आधारित भुगतान (सीधे लाभार्थी के खाते में)।

    प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

    • लक्ष्य: 2028-29 तक 2 करोड़ ग्रामीण घरों का निर्माण।
    • मुख्य तकनीक: Awaas+ ऐप, AI/ML, जियो-टैगिंग।
    • संबंधित योजनाएँ: MGNREGS, SBM-G, Ujjwala, Jal Jeevan Mission।

    बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

    1. PMAY-G के तहत उत्तर-पूर्वी राज्यों में घर निर्माण हेतु कितनी सहायता दी जाती है?

    a) ₹1 लाख
    b) ₹1.20 लाख
    c) ₹1.30 लाख
    d) ₹1.50 लाख

    ✅ उत्तर: (c) ₹1.30 लाख

    2. Awaas+ 2024 ऐप में कौन-सी सुविधा धोखाधड़ी रोकने में मदद करती है?

    a) जीपीएस ट्रैकिंग
    b) AI-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन
    c) केवल ऑफलाइन सर्वे
    d) SMS अलर्ट

    ✅ उत्तर: (b) AI-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन

    3. PMAY-G में MGNREGS के तहत कितने दिनों का रोजगार दिया जाता है?

    a) 30 दिन
    b) 60 दिन
    c) 90/95 दिन
    d) 120 दिन

    ✅ उत्तर: (c) 90/95 दिन

    4. किस योजना से शौचालय निर्माण हेतु ₹12,000 मिलते हैं?

    a) PM-KISAN
    b) SBM-G
    c) आयुष्मान भारत
    d) उज्ज्वला योजना

    ✅ उत्तर: (b) SBM-G

    5. PMAY-G का विस्तार कितने वर्षों के लिए किया गया है?

    a) 3 वर्ष
    b) 5 वर्ष
    c) 7 वर्ष
    d) 10 वर्ष

    ✅ उत्तर: (b) 5 वर्ष (2024-29)


    प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना (PM-AJAY): संपूर्ण विश्लेषण

    योजना का परिचय

    PM-AJAY एक केंद्र प्रायोजित योजना है जिसे 2021-22 से लागू किया गया। इसका उद्देश्य अनुसूचित जाति (SC) समुदाय के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए तीन प्रमुख घटकों के माध्यम से कार्य करना है:

    1. आदर्श ग्राम
    2. जिला/राज्य स्तरीय परियोजनाओं के लिए अनुदान
    3. छात्रावास

    योजना के प्रमुख लक्ष्य

    1. आधारभूत संरचना विकास: SC बहुल गाँवों में पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराना।
    2. रोजगार सृजन: कौशल विकास और आय सृजन योजनाओं के माध्यम से गरीबी कम करना।
    3. शैक्षिक समावेशन: छात्रावासों और आवासीय स्कूलों के माध्यम से SC छात्रों की शिक्षा को बढ़ावा देना।

    मुख्य घटक एवं प्रगति

    1. आदर्श ग्राम घटक

    • पात्रता: 40% से अधिक SC जनसंख्या वाले गाँव (न्यूनतम 500 की आबादी)।
    • विकास संकेतक: 10 क्षेत्रों (जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार) में 50 संकेतकों पर संतृप्ति।
    • प्रगति:
      • 2018-19 से अब तक 29,847 गाँव चयनित।
      • 11,076 गाँव आदर्श ग्राम घोषित (2024-25 में 4,991 नए गाँव शामिल)।

    2. अनुदान घटक

    • कौशल विकास: 2023-24 व 2024-25 में 8146 परियोजनाओं के लिए ₹457.82 करोड़ जारी।
    • राज्यों की भागीदारी: 25 राज्यों ने 2023-26 के लिए परिप्रेक्ष्य योजनाएँ प्रस्तुत कीं।

    3. छात्रावास घटक

    • उद्देश्य: SC छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण आवासीय सुविधाएँ।
    • प्रगति:
      • 891 छात्रावास स्वीकृत (2024-25 में 27 नए)।

    4. प्रशासनिक व्यय

    • कुल बजट का 5% निगरानी एवं मूल्यांकन पर।
    • 2024-25 में ₹6.64 करोड़ व्यय।

    प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

    • पूर्ववर्ती योजना: प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना (PMAGY) को PM-AJAY में समाहित किया गया।
    • कवरेज: विशेष रूप से आकांक्षी जिलों और SC बहुल ब्लॉक्स पर ध्यान।
    • कन्वर्जेंस: अन्य योजनाओं (जैसे स्किल इंडिया, स्वच्छ भारत) के साथ समन्वय।

    बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

    1. PM-AJAY के तहत आदर्श ग्राम के लिए गाँव की न्यूनतम जनसंख्या कितनी होनी चाहिए?

    a) 200
    b) 500
    c) 1000
    d) 2000

    ✅ उत्तर: (b) 500

    2. 2024-25 में कितने गाँवों को आदर्श ग्राम घोषित किया गया?

    a) 2,500
    b) 4,991
    c) 7,300
    d) 10,000

    ✅ उत्तर: (b) 4,991

    3. छात्रावास घटक का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?

    a) कृषि विकास
    b) SC छात्रों की शिक्षा में वृद्धि
    c) स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करना
    d) ग्रामीण सड़क निर्माण

    ✅ उत्तर: (b) SC छात्रों की शिक्षा में वृद्धि

    4. PM-AJAY के तहत कितने विकास संकेतकों पर कार्य किया जाता है?

    a) 20
    b) 35
    c) 50
    d) 75

    ✅ उत्तर: (c) 50

    5. किस पूर्व योजना को PM-AJAY में समाहित किया गया?

    a) प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना
    b) प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना
    c) राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
    d) उज्ज्वला योजना

    ✅ उत्तर: (b) प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना


    DAILY CURRENT AFFAIRS – 28/03/2025

    DAILY CURRENT AFFAIRS – 30/03/2025

    Daily Current Affairs 28/03/2025

    DAILY CURRENT AFFAIRS 28.03.2025

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    Daily Current Affairs 28/03/2025

    Turning Climate Commitments into Action: India’s Carbon Offset Plan Hits the Ground

    The Indian government has taken significant steps to operationalize its Carbon Credit Trading Scheme (CCTS), initially notified in June 2023, by introducing an Offset Mechanism in December 2023. This mechanism allows non-obligated entities (e.g., businesses, industries, and organizations not covered by compliance mandates) to participate voluntarily in climate mitigation projects and earn carbon credits for verified emission reductions.

    Key developments include:

    1. Institutional Framework: Establishment of the National Steering Committee for Indian Carbon Market (NSCICM) to oversee the scheme.
    2. Approved Methodologies: Eight methodologies for generating voluntary carbon credits, covering:
      • Renewable energy (Hydro, Pumped Storage)
      • Green hydrogen production
      • Industrial energy efficiency
      • Landfill methane recovery
      • Mangrove afforestation and reforestation
    3. Objective: Broaden climate action by incentivizing emission reduction in sectors outside compliance mechanisms, aligning with India’s emission intensity reduction goals.

    This initiative aims to mobilise voluntary participation and accelerate India’s transition to a low-carbon economy.

    Government of India Taking Measures to Protect Critical Infrastructure and Private Data Against Cyber Attacks

    The Indian government has implemented a comprehensive cybersecurity framework to counter rising cyber threats, including legal, technical, and administrative measures. Key initiatives include:

    1. Institutional Mechanisms

    • CERT-In: National agency for cybersecurity response.
    • NCSC & NCCC: Coordinate threat detection and mitigation.
    • NCIIPC: Protects critical infrastructure (e.g., power grids, banking).
    • Cyber Swachhta Kendra (CSK): Provides malware cleanup tools and public awareness.

    2. Rising Cyber Threats

    • 2022: 1.39 million incidents
    • 2023: 1.59 million incidents
    • 2024: 2.04 million incidents (sharp 28% YoY increase)

    3. Key Policies & Laws

    • IT Act Amendments: Mandate incident reporting and critical infrastructure protection.
    • DPDP Act 2023: Safeguards personal data privacy.
    • National Cyber Security Policy: Promotes a “secure and resilient cyberspace.”

    4. Proactive Measures

    • 109 mock drills conducted with 1,438 organizations to test preparedness.
    • 12,014 officials trained in cybersecurity (2024).
    • 200+ empaneled auditors to evaluate security compliance.

    5. Public Awareness

    • Campaigns via portals like staysafeonline.in and csk.gov.in.
    • Resources include videos, handbooks, and advisories on cyber hygiene, deepfakes, and fraud prevention.

    India’s multi-layered strategy—combining legislation, institutional coordination, and public-private collaboration—aims to create a “Safe, Trusted, and Accountable” digital ecosystem amid escalating cyber risks.

    Second National Gene Bank (NGB)

    The Indian government has approved the establishment of a second National Gene Bank (NGB) to conserve 10 lakh (1 million) crop germplasm samples, reinforcing India’s commitment to food security, biodiversity conservation, and agricultural innovation.

    Purpose & Significance

    • Conservation: Safeguard plant genetic resources for future crop improvement and nutritional security.
    • Global Leadership: Strengthens India’s position as a global leader in biodiversity conservation.
    • Accessibility: Germplasm will be available to public and private sectors for research and crop development.

    Existing Infrastructure

    • The current NGB at ICAR-NBpGR (New Delhi) is the world’s second-largest gene bank, holding:
      • 4,71,561 accessions (samples)
      • 2,157 species

    New Facility Highlights

    • Capacity: Expanded storage for 10 lakh germplasm (more than double current capacity).
    • Technology: State-of-the-art infrastructure for long-term conservation.
    • Budget Alignment: Part of the Union Budget 2025-26 theme “Investing in innovations.”

    Government Statement

    Announced by MoS Agriculture Shri Bhagirath Choudhary in Rajya Sabha (28 March 2025).

    Key Takeaway

    The second NGB underscores India’s proactive steps to preserve agricultural biodiversity, ensuring resilience against climate change and future food demands.

    Multilingual Grievance Redressal System on the CPGRAMS Portal

    The Department of Administrative Reforms and Public Grievances (DARPG) has partnered with Digital India Bhashini to launch a multimodal, multilingual grievance redressal system on the CPGRAMS portal by July 2025.

    Objective

    • Enhance accessibility and sensitivity of grievance redressal systems as directed by the Prime Minister.
    • Eliminate language barriers by enabling citizens to file grievances in 22 regional languages (including voice input).
    • Improve user experience with an intuitive interface for easier navigation and grievance lodging.

    Key Features

    • Multilingual Support: Citizens can submit grievances in their preferred language (text or voice).
    • AI-Powered: Integration with Bhashini ensures real-time language translation and processing.
    • Accessibility: Designed to cater to diverse linguistic and demographic groups across India.

    Significance

    • Marks a major milestone in AI-driven, inclusive governance.
    • Aligns with the government’s goal of responsive and citizen-centric administration.

    Timeline

    • Agreement Signed: 28 March 2025 (DARPG-Bhashini).
    • Expected Launch: July 2025.

    Key Takeaway

    This initiative transforms grievance redressal into an accessible, multilingual, and user-friendly process, ensuring no citizen is left behind due to language barriers.

    Contract with HAL for 156 LCH Prachand Helicopters

    1. Contract with HAL for 156 LCH Prachand Helicopters
      • Total Value: ₹62,700 crore (excluding taxes).
      • Allocation:
        • Indian Air Force (IAF): 66 LCHs.
        • Indian Army: 90 LCHs.
      • Delivery Timeline: Supply begins in the third year, completed over five years.
      • Key Features:
        • India’s first indigenous combat helicopter capable of operating above 5,000 meters.
        • 65% indigenous content; involves 250+ domestic MSMEs.
        • Expected to generate 8,500+ direct/indirect jobs.
    2. Contract with Metrea Management for Flight Refuelling Aircraft (FRA)
      • Purpose: Wet leasing of 1 KC-135 aircraft for air-to-air refuelling training (IAF & Indian Navy).
      • Timeline: Delivery within six months (first wet-leased FRA for IAF).

    Broader Defence Procurement Context (2024–25)

    • Total Contracts Signed193 (highest ever).
    • Total Value₹2,09,050 crore (double the previous record).
    • Domestic Focus:
      • 177 contracts (92%) awarded to Indian industry.
      • Value: ₹1,68,922 crore (81% of total).

    Strategic Impact

    • Combat Readiness: Enhances high-altitude capabilities with indigenous LCHs.
    • Atmanirbhar Bharat: Boosts domestic defence manufacturing and MSME participation.
    • Training Modernization: FRA contract improves pilot training for aerial refuelling.

    Key Takeaway

    These contracts mark a record-breaking year for defence procurement, emphasizing self-reliancejob creation, and enhanced operational readiness across armed forces.

    Independent Drive Tests (IDT) 

    The Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) conducted Independent Drive Tests (IDT) in January 2025 across five cities, highways, and railway routes to assess the quality of voice and data services provided by telecom operators.

    2. Key Areas Tested

    • Cities/Routes Covered:
      1. Bengaluru (Karnataka)
      2. Jabalpur & Raipur-Bilaspur-Raigarh Highway (Madhya Pradesh)
      3. Delhi & Sohna-Dausa Highway (Delhi)
      4. Vijayawada-Guntur & Hyderabad-Vijayawada Highway (Andhra Pradesh)
      5. Jaipur-Madhopur Railway Route (Rajasthan, Haryana, Delhi & Punjab)
    • Distance Covered:
      • Urban areas: 506 km (Bengaluru), 606.9 km (Delhi), etc.
      • Highways/Railways: Up to 803 km (Jaipur-Madhopur).

    3. Telecom Providers Evaluated

    • Bharti Airtel, BSNL/MTNL, Reliance Jio, Vodafone Idea
    • Technologies Assessed: 2G, 3G, 4G, 5G

    4. Performance Metrics (KPIs)

    A. Voice Services:

    • Call setup success rate
    • Drop call rate (DCR)
    • Speech quality (MOS score)
    • Coverage (% signal strength)

    B. Data Services:

    • Data throughput (download/upload)
    • Latency, jitter
    • Video streaming delay

    5. Key Findings

    • Detailed performance summaries for each region are provided in Annexures A-E (available on TRAI’s website).
    • The report reflects real-time network performance during the test period.

    6. Purpose & Impact

    • Ensure QoS Compliance: Verify adherence to service standards.
    • Consumer Awareness: Help users compare network reliability.
    • Regulatory Action: Identify gaps for improvement by telecom providers.

    7. Contact for Clarifications

    Key Takeaway

    TRAI’s drive tests provide a transparent evaluation of telecom services, aiding both regulatory oversight and consumer decision-making.

    India-Japan Loan Agreement

    1. Key Agreement

    • Signing Parties: Government of India & Japan International Cooperation Agency (JICA)
    • Total Loan AmountJPY 191.736 billion (~USD 1.4 billion)
    • Purpose: Funding for six projects under Japan’s Official Development Assistance (ODA) to India.

    2. Projects Funded

    Project NameSectorLoan Amount (JPY billion)
    Tamil Nadu Investment Promotion Program (Phase 3)Investment Promotion36.114
    Chennai Seawater Desalination Plant (II)Water Supply52.556
    Delhi Metro Phase 4 (Additional Corridors)Urban Transport79.726
    Capacity Enhancement for Forest ManagementForest/Biodiversity8.280
    Assam Aquaculture & Livelihood ImprovementAquaculture3.580
    Punjab Biodiversity ConservationNatural Resources11.480

    3. Project Highlights

    • Tamil Nadu (TNIPP-III): Boost FDI, create jobs, and upskill youth in advanced manufacturing.
    • Chennai Desalination Plant: Ensure 24/7 water supply to Chennai Metropolitan Area.
    • Delhi Metro Phase 4: Expand mass transit to reduce traffic congestion and pollution.
    • Forest Management: Strengthen climate resilience via research, training, and pilot projects.
    • Assam Aquaculture: Increase fish production and improve fisher livelihoods.
    • Punjab Biodiversity: Protect wetlands, increase green cover, and support local communities.

    4. Strategic Impact

    • Economic Growth: Enhances infrastructure, employment, and sustainable development.
    • Climate Action: Promotes clean transport, water security, and biodiversity conservation.
    • India-Japan Relations: Strengthens Strategic and Global Partnership (ongoing since 1958).

    Key Takeaway

    This agreement underscores Japan’s commitment to India’s socio-economic growth while addressing critical needs in urban mobility, water scarcity, and environmental sustainability.

    Exercise INDRA 2025

    1. Overview

    • Exercise NameINDRA 2025 (14th edition)
    • TypeBilateral naval exercise between Indian and Russian Navies
    • Dates28 March – 2 April 2025
    • Location:
      • Harbor Phase: Chennai (28–30 Mar)
      • Sea Phase: Bay of Bengal (31 Mar–2 Apr)

    2. Participating Forces

    • Russian Navy: Ships PechangaRezkiy, and Aldar Tsydenzhapov
    • Indian Navy: Ships RanaKuthar, and P8I maritime patrol aircraft

    3. Key Activities

    • Harbor Phase:
      • Opening ceremony
      • Subject Matter Expert Exchanges (SMEEs)
      • Reciprocal ship visits & sports fixtures
    • Sea Phase:
      • Tactical maneuvers
      • Live weapon firings
      • Anti-air operations
      • Underway replenishment
      • Helicopter cross-deck landings

    4. Strategic Objectives

    • Enhance naval interoperability & operational synergy
    • Strengthen maritime cooperation & diplomatic ties
    • Share best operational practices

    5. Significance

    • cornerstone of India-Russia defense relations since 2003
    • Demonstrates enduring strategic partnership in the Indo-Pacific

    Key Takeaway

    Exercise INDRA 2025 reinforces India-Russia military collaboration, focusing on joint readiness and maritime security in the Bay of Bengal.

    Khadi Commission Mega Distribution Program

    1. Key Highlights

    • Program: KVIC organized a nationwide virtual “Mega Distribution” event from Mumbai.
    • BeneficiariesOver 5 lakh artisans/entrepreneurs under:
      • Gramodyog Vikas Yojana
      • Khadi Vikas Yojana
      • PM Employment Generation Programme (PMEGP)

    2. Major Initiatives & Achievements

    • Equipment Distribution16,377 toolkits/machines (e.g., bee boxes, pottery wheels, sewing machines).
    • Financial Support:
      • ₹469 crore margin money subsidy to 14,456 new PMEGP units (creating 1.59 lakh jobs).
      • ₹215 crore under Modified Market Development Assistance (MMDA) to 1,110 Khadi institutions.
      • ₹40 crore under ISEC grants.
    • Infrastructure:
      • 44 renovated Khadi Bhawans & 750 new workshops inaugurated.
      • 5,000 new PMEGP units launched.

    3. Employment & Economic Impact

    • FY 2024-255.88 lakh beneficiaries supported, generating ~64.7 lakh jobs.
    • Decadal Growth (2014–2024):
      • Production: ₹1.08 lakh crore (Khadi & Village Industries).
      • Sales: ₹1.55 lakh crore.
      • Jobs Created1.87 crore (including 10.17 lakh new jobs under PMEGP).

    4. Artisan Welfare

    • Wage Hike20% increase from 1 April 2025 (total 275% rise since 2014).
      • Spinners now earn ₹15/hank on charkhas.
    • Khadi Promotion: Fashion shows in cities (e.g., Chennai, Jaipur) and ₹12.02 crore sales at Prayagraj Kumbh.

    5. Vision & Leadership

    • Aligns with PM Modi’s “Viksit Bharat”“Aatmanirbhar Bharat”, and “Local to Global” initiatives.
    • Focus on entrepreneurshipmodernizing Khadi, and rural employment.

    Key Takeaway

    KVIC’s mega drive boosts self-relianceartisan livelihoods, and Khadi’s global appeal, while massively scaling up employment and rural infrastructure.

    Koshi-Mechi Intra-State Link Project Approval

    1. Key Approval

    • ProjectKoshi-Mechi Intra-State Link (Bihar) included under PMKSY-Accelerated Irrigation Benefits Programme (AIBP).
    • Total Cost₹6,282.32 crore (Central assistance: ₹3,652.56 crore).
    • Completion DeadlineMarch 2029.

    2. Project Components

    • Remodeling: Extend Eastern Kosi Main Canal (EKMC) from 41.30 km to 117.50 km to link Kosi and Mechi rivers.
    • Water Diversion2,050 million cubic meters of surplus Kosi water to Mahananda basin during monsoons.

    3. Benefits

    • Irrigation2,10,516 hectares of additional Kharif season irrigation in Araria, Purnea, Kishanganj, and Katihar districts.
    • Restoration: Addresses water shortfall for 1.57 lakh hectares under existing EKMC command.
    • Agricultural Growth: Boosts crop productivity in drought-prone regions.

    4. Strategic Context

    • Part of PMKSY (2015-launched) to enhance farm water access and irrigation potential.
    • PMKSY (2021–26) Outlay₹93,068.56 crore (Central share: ₹37,454 crore).
    • Progress63 projects completed since 2016, creating 26.11 lakh hectares of irrigation potential.

    5. Significance

    • Climate Resilience: Mitigates flood (Kosi) and drought (Mahananda) risks through inter-basin water transfer.
    • Rural Economy: Supports Bihar’s agrarian communities with sustainable water management.

    Key Takeaway

    The project exemplifies India’s commitment to water security and agricultural modernization, aligning with PMKSY’s goal of “Har Khet Ko Pani” (Water to Every Field).

    Measures Against Misuse of Personal Data

    1. Regulatory Framework

    • TRAI Regulations:
      • Telecom Commercial Communications Consumers Preference Regulations (TCCCPR-2018) regulate Unsolicited Commercial Communications (UCC).
      • Subscribers can block all or selective commercial communications via preference registration.
      • Complaints can be filed via Mobile App, SMS, or toll-free number (1909).

    2. Legal & Institutional Measures

    • IT Act, 2000: Foundation for cybersecurity and data protection.
    • Digital Personal Data Protection Act (DPDPA), 2023:
      • Ensures lawful processing of personal data with user consent and rights.
      • Mandates breach notifications by Data Fiduciaries.
      • Establishes Data Protection Board of India for enforcement and penalties.
    • Supporting Bodies:
      • CERT-In: Incident response.
      • NCIIPC: Critical infrastructure protection.
      • I4C (MHA): Cybercrime coordination.

    3. Public Awareness Initiatives

    • Campaigns like Cyber Security Awareness Month and Safer Internet Day promote digital safety.

    4. Key Objectives

    • Prevent UCC: Curb spam calls/messages.
    • Enhance Privacy: Safeguard sensitive data under DPDPA.
    • Accountability: Penalize non-compliance through legal and technical measures.

    Key Takeaway

    India’s multi-layered approach—combining regulations, enforcement, and public education—strengthens data privacy and reduces misuse in the digital ecosystem.

    Nutrient Based Subsidy (NBS) Approval for Kharif 2025

    1. Key Approval

    • Policy: Nutrient Based Subsidy (NBS) rates for Phosphatic and Potassic (P&K) fertilizers approved for Kharif 2025 (1 April – 30 September 2025).
    • Budgetary Allocation₹37,216.15 crore (₹13,000 crore higher than Rabi 2024-25).
    • Coverage: Subsidy applies to 28 grades of P&K fertilizers, including NPKS blends.

    2. Objectives

    • Ensure affordable and stable fertilizer prices for farmers.
    • Maintain soil health and food security by promoting balanced nutrient use.
    • Offset volatility in global fertilizer prices (e.g., Urea, DAP, MOP, Sulphur).

    3. Key Features

    • Freight Subsidy Extended: Single Super Phosphate (SSP) included for Kharif 2025.
    • Implementation: Subsidy disbursed to manufacturers/importers to keep retail prices reasonable.
    • Farmer Impact:
      • Reduced input costs for Kharif crops.
      • Guaranteed access to critical soil nutrients.

    4. Background

    • NBS Scheme operational since 1 April 2010.
    • Aligns with the government’s “pro-farmer” policies to stabilize agriculture inputs.

    Key Takeaway

    The NBS approval underscores India’s commitment to sustainable agriculture by mitigating cost pressures on farmers and ensuring nutrient-rich soils for higher productivity.

    One Nation One Port (ONOP) Initiative

    1. Key Initiative

    • ProgramOne Nation One Port Process (ONOP) launched by the Ministry of Ports, Shipping, and Waterways.
    • Objective: Standardize and digitize port processes and documentation across all major Indian ports.

    2. Key Features

    • Standardization: Unified procedures for cargo types (containers, dry/liquid bulk) and movement categories (export-import, transshipment, coastal).
    • Digitization: Integration with National Logistics Portal – Marine (NLP-Marine) and Enterprise Business System (EBS) for automation.
    • Outcome:
      • Reduced documentation processing time.
      • Lower logistics costs.
      • Improved efficiency (validated by implementation reviews).

    3. Supporting Measures

    • Infrastructure Development: New ports, terminals, and berths.
    • Modernization: Mechanization, digitalization, and enhanced road/rail connectivity.
    • “Sagar Aankalan” Guidelines: Boost global competitiveness of Indian ports.

    4. Strategic Impact

    • Strengthens India’s maritime trade efficiency.
    • Aligns with ease-of-business and logistics cost reduction goals.

    Key Takeaway

    The ONOP initiative streamlines port operations through standardization and digital integration, reinforcing India’s position as a global maritime hub.

    Patna-Arrah-Sasaram Corridor Approval

    1. Key Approval

    • Project: Construction of a 4-lane greenfield and brownfield highway (120.10 km) connecting Patna–Arrah–Sasaram in Bihar.
    • ModeHybrid Annuity Model (HAM).
    • Total Cost₹3,712.40 crore.

    2. Project Need

    • Current Issues: Congested state highways (SH-2, SH-12, etc.) cause 3–4 hours travel time.
    • Solution: New corridor with 10.6 km of upgraded existing highway to bypass dense areas like Arrah, Piro, and Sasaram.

    3. Connectivity Benefits

    • Links to NH-19, NH-319, NH-922, and other major highways.
    • Connects 2 airports (Patna, Bihita), 4 railway stations, and 1 inland water terminal.
    • Enhances access to Patna Ring Road for faster freight/passenger movement.

    4. Economic & Social Impact

    • Employment48 lakh man-days generated.
    • Regional Growth: Improves connectivity between Lucknow, Patna, Ranchi, and Varanasi.
    • Atmanirbhar Bharat: Aligns with infrastructure development goals.

    5. Implementation

    • Greenfield Corridor: New alignment to reduce congestion.
    • Brownfield Upgrades: Optimizes existing routes.

    Key Takeaway

    The corridor will transform Bihar’s transport network, cutting travel time, boosting trade, and creating jobs while supporting national infrastructure goals.

    Photonic Chip Research in India

    1. Photonic Chips Overview

    • Technology: Uses light (photons) instead of electricity for data processing.
    • Advantages:
      • Ultra-high speed, low heat, energy-efficient.
      • Immune to electromagnetic interference.
      • Critical for 6G, AI, quantum computing, data centers, and neural networks.

    2. Government Initiatives

    • Ministry of Electronics & IT (MeitY):
      • Funds research on Photonic Integrated Circuits (PICs) using materials like Silicon, Lithium Niobate, and Diamond.
    • National Quantum Mission (DST):
      • Supports photonic qubits and quantum processors via a Thematic Hub at IISc Bengaluru.
    • AI & Cybersecurity:
      • CERT-In issues advisories on AI/ML threats (e.g., 2023 advisory, 2025 smart city guidelines).
      • Part of global efforts like the ANSSI report on AI risks (Feb 2025).

    3. Related Advanced Technologies

    • Quantum Tech:
      • Development of Post-Quantum Cryptography (PQC), Quantum Key Distribution (QKD), and quantum-secure communication devices.
    • Neuromorphic Computing:
      • Brain-inspired hardware R&D supported by MeitY.

    4. Strategic Goals

    • IndiaAI Mission: Promotes “Safe and Trusted AI” with responsible development frameworks.
    • Self-Reliance: Strengthens India’s position in next-gen computing and secure infrastructure.

    Key Takeaway

    India is investing in cutting-edge photonic and quantum technologies to drive innovation in computing, cybersecurity, and AI, ensuring global competitiveness.

    Shastri Bilateral Education Forum (SBEF) 2025

    1. Event Overview

    • Organizer: Shastri Indo-Canadian Institute (SICI).
    • Theme“Bridging Borders with Sustainable Academic Collaborations”.
    • Dates27–28 March 2025.
    • Venue: National Museum, New Delhi (co-hosted with Indian Institute of Heritage).
    • Participants22 Canadian and 55 Indian universities/research institutions.

    2. Key Objectives

    • Strengthen Indo-Canadian academic partnerships under India’s NEP 2020.
    • Foster joint research programs, faculty/student exchanges, and institutional collaborations.
    • Develop frameworks for long-term, actionable initiatives in education and research.

    3. About SICI

    • Established: 1968 (India-Canada bilateral agreement).
    • Network196 institutions (IITs, AIIMS, Canadian universities, etc.).
    • Role: Facilitates exchanges, fellowships, and skills development programs.

    4. Strategic Impact

    • Expands global academic footprints for both countries.
    • Aligns with sustainability and innovation goals in higher education.

    Key Takeaway

    SBEF 2025 reinforces Indo-Canadian academic synergy, driving cross-border research and education excellence.

    SMILE Program

    1. Program Overview

    • NameStrengthening Multimodal and Integrated Logistics Ecosystem (SMILE)
    • Funded byAsian Development Bank (ADB)
    • Objective: Improve India’s logistics efficiencyreduce costs, and strengthen multimodal infrastructure.
    • Alignment: Supports National Logistics Policy and PM Gati Shakti National Master Plan.

    2. Key Focus Areas

    • Infrastructure Development:
      • Strengthen multimodal logistics (national, state, and city levels).
      • Standardize warehousing and logistics assets to attract private investment.
    • Digitalization:
      • Implement smart systems for efficient, low-emission logistics.
      • Improve external trade logistics through digital interventions.
    • Gender Inclusion:
      • Conduct gender audits at land ports.
      • Ensure gender-responsive integrated check posts.

    3. Expected Outcomes

    • Economic Growth:
      • Boost manufacturing competitiveness.
      • Reduce supply chain inefficiencies.
      • Enhance India’s Logistics Performance Index (LPI) ranking.
    • Job Creation:
      • Generate employment through improved logistics infrastructure.
    • Sustainability:
      • Promote low-emission logistics and resilient supply chains.

    4. Strategic Alignment

    • Supports Atmanirbhar Bharat (Self-Reliant India) by:
      • Strengthening domestic manufacturing.
      • Enhancing global trade integration.
      • Fostering private sector investment and digital transformation.

    Key Takeaway

    The SMILE Program is a transformative initiative to modernize India’s logistics sector, making it more efficient, competitive, and inclusive, while supporting economic growth and sustainability.

    Swachh Bharat Mission-Grameen (SBM-G) Phase II Progress Meeting

    1. Meeting Overview

    • Event: 6th National Scheme Sanctioning Committee (NSSC) meeting under SBM-G Phase II.
    • Chaired byShri Ashok Kumar Meena, Secretary, Department of Drinking Water & Sanitation (DDWS).
    • Focus: Approval of Annual Implementation Plans (AIPs) for 2025-26 to achieve 100% ODF Plus Model villages by March 2026.

    2. Key Achievements (2024-25)

    • 76% ODF Plus Model villages achieved as of March 2025.
    • Progress driven by convergence with ministries (MoPR, MoRD, MoHUA) and women SHGs.

    3. Strategic Priorities for 2025-26

    1. Waste Management: Treat solid/liquid waste at source.
    2. Integrated Approach: Focus on faecal sludge, plastic waste, and sustained ODF status.
    3. 100% ODF Plus Target: Ensure no village is left behind.
    4. Collaboration: Strengthen ties with Jal Jeevan Mission (JJM) for holistic WASH (Water, Sanitation, Hygiene) outcomes.

    4. Implementation Framework

    • State/District RolesSWSM & DWSM to monitor progress and convergence.
    • Verification Push: Over 50% villages still pending ODF Plus verification.

    5. Participants

    • Central Ministries: DDWS, Panchayati Raj, Urban Affairs.
    • State/UT Representatives: ACS/Secretaries of rural sanitation.

    Key Takeaway

    SBM-G Phase II is on track to transform rural India into 100% ODF Plus, leveraging community leadership, waste management innovations, and inter-ministerial synergy.

    Cooperative Taxi Service Initiative

    1. Key Announcement

    • Initiative: Launch of a Cooperative Taxi Service based on the “Sahakar se Samriddhi” model.
    • Announced byUnion Home & Cooperation Minister Shri Amit Shah in Lok Sabha.
    • Objective: Ensure equitable profit distribution among driver-members while improving service quality.

    2. Cooperative Model Features

    • Membership: Open to taxi, auto-rickshaw, and two/four-wheeler drivers.
    • Management: Democratically controlled by driver-members of the cooperative society.
    • Profit Sharing: Maximizes earnings for drivers (e.g., similar to Amul’s cooperative success).

    3. Expected Benefits

    • For Drivers:
      • Better income, working conditions, and standard of living.
      • Protection from exploitative middlemen.
    • For Consumers: Improved service quality and reliability.
    • For Economy: Promotes inclusive growth and self-reliance in the transport sector.

    4. Broader Cooperative Sector Context

    • India’s Cooperative Landscape:
      • 8 lakh+ societies across 30 sectors (dairy, agriculture, banking, etc.).
      • Serves 30 crore members, driving rural development and financial inclusion.
    • Legal Framework: Governed by state/UT cooperative laws and Multi-State Cooperative Societies Act.

    Key Takeaway

    The Cooperative Taxi Service empowers drivers through collective ownership, aligning with India’s vision of equitable economic growth and Sahkar-based prosperity.

    Techkriti 2025

    1. Event Overview

    • EventTechkriti 2025, Asia’s largest intercollegiate technical and entrepreneurial festival.
    • VenueIIT Kanpur.
    • Inaugurated byCDS General Anil Chauhan.
    • Theme“Panta Rhei” (Everything Flows), emphasizing technological evolution and innovation.

    2. Key Highlights

    • Defence Modernization:
      • CDS stressed the need for advancements in cyber, AI, quantum, and cognitive domains for future warfare.
      • Encouraged youth to pursue defence-tech careers, highlighting values like discipline, resilience, and sacrifice.
    • Rakshakriti Defence Expo:
      • Showcased cutting-edge defence technologies (e.g., autonomous drones).
      • Fostered armed forces-academia-industry collaboration to boost self-reliance in defence.

    3. Participants & Impact

    • Attendees: Scholars, students, NCC cadets, and leaders like Air Marshal Ashutosh Dixit and IIT Kanpur Director Prof. Manindra Agrawal.
    • Goal: Bridge research-industry gaps to develop advanced, indigenous technologies for national security.

    Key Takeaway

    Techkriti 2025 serves as a catalyst for defence innovation, inspiring youth to drive India’s technological self-reliance and future-ready armed forces.

    NITI Aayog’s “Trade Watch Quarterly” Report (Q2 FY 2024-25)

    1. Key Highlights

    • Report Focus: Analysis of India’s trade performance (July–September 2024) and textile sector dynamics.
    • Trade Growth5.67% YoY (April–September 2024 vs. 2023).
      • Exports: Growth in electrical machinery & nuclear reactors; decline in mineral fuels & iron/steel.
      • ImportsCopper surged into top 10 sectors (28% YoY rise) due to infrastructure demand.
    • Regional Trends:
      • 40% of exports go to North America & EU.
      • Key import partners: Northeast Asia & West Asia.

    2. Textile Sector Insights

    • Global Position: India ranks among top 10 textile exporters (4% global share).
    • Strengths: Dominance in natural fibre-based textiles (cotton, carpets – 70% of exports).
    • Challenges/Opportunities:
      • Global shift toward man-made & technical textiles demands diversification.
      • Potential to enhance value addition and supply chain integration.

    3. Strategic Recommendations

    • Policy Focus: Adapt to geopolitical shifts and technical textile demand.
    • Stakeholder Utility: Report aids policymakers, industry leaders, and academics in refining trade strategies.

    Access ReportNITI Aayog Trade Watch Quarterly

    Key Takeaway

    The report underscores India’s steady trade growth and calls for textile sector modernization to capitalize on evolving global markets.

    Universal Acceptance (UA) Day 2025

    1. Event Overview

    • Organized byNational Internet Exchange of India (NIXI) under MeitY.
    • Theme“Connecting the Unconnected – Building a Multilingual Internet for Viksit Bharat.”
    • Objective: Accelerate Universal Acceptance (UA) adoption to create an inclusive digital ecosystem.
    • Key Attendees:
      • Shri S. Krishnan, Secretary, MeitY & NIXI Chairman.
      • UNESCO & ICANN representatives, industry leaders, and policymakers.

    2. Key Discussions & Insights

    • UA Importance: Ensures digital tools support all languages/domain names, bridging the digital divide.
    • India’s Initiatives:
      • Bhashini Portal for multilingual access.
      • Promotion of Internationalized Domain Names (IDNs).
    • Socio-Economic Impact:
      • Benefits for MSMEs and industries via UA-compliant systems.
      • Enhances digital public infrastructure (e.g., native-language access to services).

    3. Leadership Perspectives

    • Shri S. Krishnan (MeitY):
      • UA empowers citizens to participate in the digital economy, irrespective of language.
      • Stressed internet governance and India’s global role in multi-stakeholder approaches.
    • UNESCO & ICANN:
      • UA preserves linguistic diversity and fosters true digital inclusion.
    • Dr. Devesh Tyagi (NIXI CEO):
      • multilingual internet is vital to unlock India’s digital potential.

    4. Outcomes & Future Focus

    • Action Plan: Address adoption gaps via capacity-building and tech standards.
    • Global Collaboration: Strengthen India’s voice in international forums.

    About NIXI:
    MeitY-backed nonprofit (since 2003) managing .IN domains, IPv6 adoption, and internet exchanges.

    Key Takeaway

    UA Day 2025 reinforced India’s commitment to a multilingual, inclusive internet, ensuring no citizen is left behind in the digital revolution.

    Khelo India Para Games 2025 Powerlifting Success

    1. Dominant Performance by SAI Gandhinagar

    • Medal Haul10 medals (7 gold, 3 silver) in para-powerlifting at Khelo India Para Games (KIPG) 2025.
    • National Records4 new records set by NCOE Gandhinagar athletes:
      • Jhandu Kumar (Men’s 72kg)
      • Jaspreet Kaur (Women’s 45kg)
      • Seema Rani (Women’s 61kg)
      • Manish Kumar (Men’s 54kg)
    • Total Records Broken7 national records within a week (including prior Nationals in Noida).

    2. Coach’s Perspective

    • Rajinder Singh Rahelu (Head Coach, Arjuna Awardee & Paralympic bronze medallist):
      • Praised SAI Gandhinagar’s world-class facilities (Eleiko equipment, AC halls, recovery units).
      • Highlighted the centre’s growth since 2016, now India’s top para-powerlifting hub.
      • Future Goals: Target 3–4 medals at 2025 World Championships (Egypt) and prepare for 2026 Commonwealth & Asian Games.

    3. Other Medalists from SAI Gandhinagar

    • Gold: Gulfam Ahmed (59kg), Sandesha BG (80kg), Paramjeet Kumar (49kg).
    • Silver: Shiv Kumar, Ramubhai Babubhai, Rahul Jograjiya.

    4. About Khelo India Para Games

    • Aim: Platform for para-athletes to showcase talent.
    • 2025 Edition: Held in 6 sports across Delhi (March 20–27).

    Key Takeaway

    SAI Gandhinagar’s powerlifters stole the spotlight at KIPG 2025, breaking records and setting sights on global glory, backed by top-tier infrastructure and coaching.

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    DAILY CURRENT AFFAIRS OF 31st March 2024

    Current Affairs 01 April 2024: हार्दिक सिंह और सलीमा टेटे, बैंक ऑफ इंडिया पर जुर्माना, इत्यादि

    Current Affairs 01 April 2024

    Current Affairs 01 April 2024: 1 अप्रैल, 2024 को विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय विकास ने गतिशील वैश्विक और भारतीय परिदृश्य को उजागर किया। भारतीय नौसेना ने 23 पाकिस्तानियों को समुद्री डाकुओं से सफलतापूर्वक बचाया, जबकि अमेरिका को बाल्टीमोर में एक पुल ढहने के बाद आपातकाल की स्थिति का सामना करना पड़ा।

    इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज का भारत में विस्तार हुआ और इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को मजबूत करते हुए ‘यूपी बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन एक्ट 2004’ को असंवैधानिक घोषित कर दिया। भारत का सरकारी ई-मार्केट (GeM) दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बन गया है, जो महत्वपूर्ण डिजिटल कॉमर्स विकास का संकेत देता है। बेल्जियम ने टिकाऊ ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करते हुए पहले परमाणु ऊर्जा शिखर सम्मेलन 2024 की मेजबानी की। राजस्थान में दुनिया के पहले ओम आकार के मंदिर का उद्घाटन, वास्तुकला और आध्यात्मिकता का मिश्रण।

    खेलों में सुनील छेत्री 150 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बने। आईआईटी गुवाहाटी ने भारत का पहला स्वाइन फीवर वैक्सीन विकसित किया, जो एक स्वास्थ्य सेवा नवाचार को दर्शाता है, जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने निधि सक्सेना को अपना नया एमडी और सीईओ नियुक्त किया, जो एक नई नेतृत्व दिशा का संकेत देता है। ये घटनाएँ 1 अप्रैल, 2024 तक हमारी दुनिया और भारत को आकार देने वाले वर्तमान मामलों की बहुमुखी प्रकृति को रेखांकित करती हैं। आइये इन् घटनाओं पर एक नज़र डालते हैं।

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    • हॉकी इंडिया अवार्ड्स 2023 रविवार को नई दिल्ली में आयोजित किया गया, जहां भारतीय हॉकी स्टार हार्दिक सिंह और सलीमा टेटे को क्रमशः पुरुष और महिला खिलाड़ी ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया।
    • भारतीय पुरुष टीम के उप-कप्तान हार्दिक सिंह उस टीम का हिस्सा थे जिसने टोक्यो 2023 ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था और पिछले साल एशियाई खेल 2023 में स्वर्ण पदक भी जीता था। 25 वर्षीय खिलाड़ी ने मिडफील्डर ऑफ द ईयर का पुरस्कार भी जीता।
    • हार्दिक सिंह ने प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतने पर गर्व व्यक्त किया और कहा कि यह पिछले साल टीम द्वारा प्रदर्शित कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने सभी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और इस सम्मान को उचित ठहराने के लिए आने वाले वर्ष में कड़ी मेहनत जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई।
    • ओलंपियन सलीमा टेटे उस महिला टीम का हिस्सा थीं जिसने पिछले साल हांगझू में एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था। टेटे को 2023 में एशियन हॉकी फेडरेशन के इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड का विजेता भी चुना गया था।
    • सलीमा ने अपने साथियों, कोचों और सहयोगी स्टाफ के प्रति उनके विश्वास के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारतीय जर्सी पहनना और मैदान पर देश का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए बहुत गर्व की बात है और यह पुरस्कार उन्हें देश का गौरव बढ़ाने के लिए हर दिन और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है।
    • यह वार्षिक हॉकी इंडिया पुरस्कारों का छठा संस्करण था, जो प्रत्येक कैलेंडर वर्ष के उत्कृष्ट भारतीय हॉकी खिलाड़ियों को सम्मानित करता है।
    • म्यूनिख 1972 ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता अशोक कुमार को उनके पिता ध्यानचंद के नाम पर हॉकी इंडिया लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। कुआलालंपुर में 1975 विश्व कप के फाइनल में कुमार ने भारत के लिए विजयी गोल किया।
    • पी.आर. श्रीजेश को वर्ष के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर के लिए प्रतिष्ठित हॉकी इंडिया बलजीत सिंह पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें अपनी 300वीं अंतर्राष्ट्रीय कैप अर्जित करने के लिए एक ट्रॉफी भी मिली।
    • मनप्रीत सिंह को भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए 350 अंतर्राष्ट्रीय कैप पूरा करने के लिए एक ट्रॉफी से सम्मानित किया गया, जबकि सविता पुनिया और हरमनप्रीत सिंह को भारत के लिए क्रमशः 250 और 200 अंतर्राष्ट्रीय कैप हासिल करने के लिए सम्मानित किया गया।
    • हरमनप्रीत ने डिफेंडर ऑफ द ईयर के लिए हॉकी इंडिया परगट सिंह पुरस्कार जीता, जबकि फॉरवर्ड ऑफ द ईयर के लिए हॉकी इंडिया धनराज पिल्लई पुरस्कार अभिषेक ने जीता।
    • हांग्जो एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष टीम और कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम को भी सम्मानित किया गया।

    हॉकी इंडिया पुरस्कार 2023 विजेता:

    • हॉकी इंडिया मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार: अशोक कुमार
    • सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (पुरुष) के लिए हॉकी इंडिया बलबीर सिंह सीनियर पुरस्कार: हार्दिक सिंह
    • सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (महिला) के लिए हॉकी इंडिया बलबीर सिंह सीनियर पुरस्कार: सलीमा टेटे
    • सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर के लिए हॉकी इंडिया बलजीत सिंह पुरस्कार: पी.आर. श्रीजेश
    • वर्ष के डिफेंडर के लिए हॉकी इंडिया परगट सिंह पुरस्कार: हरमनप्रीत सिंह
    • वर्ष के मिडफील्डर के लिए हॉकी इंडिया अजीत पाल सिंह पुरस्कार: हार्दिक सिंह
    • वर्ष के फॉरवर्ड के लिए हॉकी इंडिया धनराज पिल्लई पुरस्कार: अभिषेक
    • वर्ष के आगामी खिलाड़ी के लिए हॉकी इंडिया असुंता लाकड़ा पुरस्कार (महिला – 21 वर्ष से कम): दीपिका सोरेंग
    • वर्ष के आगामी खिलाड़ी के लिए हॉकी इंडिया जुगराज सिंह पुरस्कार (पुरुष – 21 वर्ष से कम): अरिजीत सिंह हुंदल
    • आयकर विभाग ने बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) पर 564.44 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
    • यह कार्रवाई आकलन वर्ष 2018-19 से संबंधित है और आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 270ए के अंतर्गत आती है।
    • यह जुर्माना आयकर विभाग की मूल्यांकन इकाई द्वारा पहचाने गए विभिन्न उल्लंघनों के लिए लगाया गया था।
    • सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (पीएसबी) बैंक ऑफ इंडिया ने गुरुवार को इस आदेश के खिलाफ अपील करने की अपनी मंशा की घोषणा की।
    • अपील नेशनल फेसलेस अपील सेंटर (एनएफएसी) में आयकर आयुक्त के समक्ष दायर की जाएगी।
    • बैंक ने शेयर बाजार को ऑर्डर मिलने और लगने वाले जुर्माने की जानकारी दे दी है.
    • बैंक ऑफ इंडिया का मानना है कि उसके पास जुर्माने का विरोध करने और अपनी स्थिति को सही ठहराने के लिए पर्याप्त तथ्यात्मक और कानूनी आधार हैं।
    • बैंक को उम्मीद है कि अपील के बाद जुर्माने की मांग कम हो जाएगी.
    • उसे उम्मीद है कि इस मुद्दे के परिणामस्वरूप उसकी वित्तीय, परिचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ेगा।
    • रोमानिया और बुल्गारिया आंशिक रूप से शेंगेन क्षेत्र में शामिल हो गए हैं, जो यूरोप का एक क्षेत्र है जो आईडी-चेक-मुक्त यात्रा की अनुमति देता है, जो यूरोपीय संघ के साथ उनके एकीकरण में एक महत्वपूर्ण कदम है।
    • वर्षों की बातचीत के बाद, इन दोनों देशों से हवाई या समुद्री मार्ग से आने वाले यात्रियों को अब शेंगेन क्षेत्र तक निःशुल्क पहुंच प्राप्त है। हालाँकि, भूमि सीमा जाँच जारी रहेगी, मुख्य रूप से ऑस्ट्रिया के विरोध के कारण, जिसने लंबे समय से अवैध आप्रवासन की चिंताओं पर उनकी बोली को अवरुद्ध कर दिया है।
    • शेंगेन क्षेत्र की स्थापना 1985 में हुई थी और इसमें स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन के साथ 27 यूरोपीय संघ के सदस्य देशों में से 23 शामिल हैं। बुल्गारिया और रोमानिया को शामिल करने से पहले, लगभग 3.5 मिलियन लोग प्रतिदिन आंतरिक सीमाएँ पार करते थे।
    • ऑस्ट्रिया ने 2022 के अंत में शेंगेन क्षेत्र में रोमानिया और बुल्गारिया के प्रवेश पर वीटो लगा दिया लेकिन क्रोएशिया को पूर्ण प्रवेश की अनुमति दे दी। बुल्गारिया और रोमानिया 2007 में यूरोपीय संघ में शामिल हुए, और क्रोएशिया 2013 में शामिल हुआ।
    • शेंगेन क्षेत्र 425 मिलियन से अधिक यूरोपीय संघ के नागरिकों के साथ-साथ कानूनी रूप से यूरोपीय संघ में रहने वाले या पर्यटन, छात्र आदान-प्रदान या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए आने वाले गैर-यूरोपीय संघ के नागरिकों के लिए मुफ्त आवाजाही की गारंटी देता है।
    • निःशुल्क आवाजाही प्रत्येक यूरोपीय संघ के नागरिक को विशेष औपचारिकताओं के बिना किसी भी यूरोपीय संघ के देश में यात्रा करने, काम करने और रहने की अनुमति देती है। शेंगेन नागरिकों को सीमा जांच के अधीन हुए बिना शेंगेन क्षेत्र के भीतर जाने की अनुमति देकर इस स्वतंत्रता पर जोर देता है।
    • वर्तमान में, साइप्रस और आयरलैंड को छोड़कर अधिकांश यूरोपीय संघ के देश शेंगेन क्षेत्र का हिस्सा हैं। बुल्गारिया और रोमानिया 31 मार्च 2024 तक शेंगेन क्षेत्र में शामिल होने वाले सबसे नए सदस्य देश बन गए, जिसमें आंतरिक वायु और समुद्री सीमाओं को पार करने वाले व्यक्तियों के लिए कोई जाँच नहीं होगी।
    • आंतरिक भूमि सीमाओं पर चेक हटाने के लिए परिषद द्वारा एक सर्वसम्मत निर्णय अभी भी बाद की तारीख में अपेक्षित है।
    • यूरोपीय संघ के देशों के अलावा, गैर-यूरोपीय संघ के राज्य आइसलैंड, नॉर्वे, स्विट्जरलैंड और लिकटेंस्टीन भी शेंगेन क्षेत्र में शामिल हो गए हैं।
    • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 90वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित किया, जिसमें आरबीआई की व्यावसायिकता और प्रतिबद्धता के कारण वैश्विक मान्यता पर प्रकाश डाला गया।
    • पीएम मोदी वर्तमान में आरबीआई से जुड़े लोगों को बहुत भाग्यशाली मानते हैं, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज की नीतियां और काम अगले दशक के लिए आरबीआई की दिशा तय करेंगे। यह दशक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह संस्थान के शताब्दी वर्ष की ओर ले जाता है और विकसित भारत की यात्रा के लिए महत्वपूर्ण है।
    • पीएम मोदी ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र लाभदायक हो गया है और पिछले दशक में उनकी सरकार और आरबीआई के प्रयासों के कारण ऋण वृद्धि बढ़ रही है।
    • उन्होंने उल्लेख किया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए), जो 2018 में लगभग 11.25% थी, सितंबर 2023 तक घटकर तीन प्रतिशत से भी कम हो गई है। यह इंगित करता है कि ‘ट्विन बैलेंस शीट’ समस्या (मुद्दों पर) बैंकों और कंपनियों की बैलेंस शीट का स्तर) अब अतीत की बात है, बैंक अब 15% की ऋण वृद्धि दर्ज कर रहे हैं।
    • पीएम मोदी ने इन मील के पत्थर हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आरबीआई को श्रेय दिया।
    • वित्त मंत्री ने अप्रैल 1935 में इसकी स्थापना के बाद से आरबीआई के योगदान पर विचार किया, और दिवाला और बैंकिंग संहिता, निजी बैंकों के दिवालियापन से निपटने, एक लचीली रणनीति अपनाने जैसी पहलों के माध्यम से, स्वतंत्रता से पहले और बाद में, भारत की अर्थव्यवस्था को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। मुद्रास्फीति का प्रबंधन करें, और डिजिटल अर्थव्यवस्था का विस्तार करें।
    • RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने भारत सहित हर अर्थव्यवस्था के लिए COVID-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों पर टिप्पणी की। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आरबीआई द्वारा अपनाई गई समायोजित मौद्रिक और राजकोषीय नीतियों ने अर्थव्यवस्था को इन झटकों से बचाने और इसकी वसूली में सहायता करने में महत्वपूर्ण मदद की है।
    • गवर्नर दास ने उल्लेख किया कि टीम आरबीआई के सामूहिक प्रयासों की बदौलत आरबीआई अपने नागरिकों के कल्याण के लिए स्थिरता, लचीलेपन और प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में उभरा है।
    • 29 मार्च 2024 को नई दिल्ली में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव श्री टी.के. रामचंद्रन ने प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी को ‘मर्चेंट नेवी ध्वज’ भेंट करके 5 अप्रैल को होने वाले राष्ट्रीय समुद्री दिवस के लिए एक सप्ताह तक चलने वाले उत्सव की शुरुआत की।
    • इस अवसर पर जहाजरानी महानिदेशक श्री श्याम जगन्नाथन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे और प्रधानमंत्री को एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।
    • इस उत्सव का महत्व नाविकों की सेवाओं का सम्मान करने और भारत के समुद्री इतिहास में गौरवपूर्ण क्षण को मनाने में निहित है। 29 मार्च से 5 अप्रैल तक चलने वाला राष्ट्रीय समुद्री सप्ताह नाविकों के अमूल्य योगदान को श्रद्धांजलि देने के रूप में कार्य करता है।
    • यह उत्सव 1919 के उस दिन को चिह्नित करता है जब पहला भारतीय स्टीमशिप, ‘एस.एस.’ मेसर्स सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड, मुंबई के स्वामित्व वाली लॉयल्टी ने मुंबई से लंदन (यूके) की अपनी पहली यात्रा पर अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में प्रवेश किया। यह दिन अब “राष्ट्रीय समुद्री दिवस” के रूप में मनाया जाता है।
    • राष्ट्रीय समुद्री दिवस समारोह पूरे देश में मनाया जाएगा, जिसमें मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, कांडला, विशाखापत्तनम जैसे प्रमुख बंदरगाहों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मध्यवर्ती, छोटे और अंतर्देशीय जल बंदरगाह शामिल होंगे। ये आयोजन आजादी के बाद से भारतीय समुद्री उद्योग द्वारा हासिल की गई उल्लेखनीय प्रगति और राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में इसके महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करते हैं।
    • पूरे सप्ताह कार्यक्रमों की एक श्रृंखला जहाज परिवहन को आगे बढ़ाने और देश की समृद्धि को बढ़ाने में हमारे नाविकों की महत्वपूर्ण भूमिका और मूल्यवान सेवाओं को स्वीकार करेगी। गतिविधियों में प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाविकों की बहादुरी और बलिदान का सम्मान करने के लिए मर्चेंट नेवी फ्लैग डे, सेमिनार, चिकित्सा शिविर, रक्तदान अभियान और स्मारक सेवाएं शामिल हैं।
    • प्रत्येक वर्ष 5 अप्रैल को आयोजित होने वाला मुख्य समारोह इन समारोहों का केंद्र बिंदु होता है, जो हमारे समुद्री उद्योग की उपलब्धियों की सराहना करने और उन साहसी नाविकों को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है जिन्होंने अटूट समर्पण के साथ हमारे देश की सेवा की है।
    • पिछले नौ वर्षों में नाविकों की संख्या में 140% की वृद्धि हुई है। 2014 में सक्रिय भारतीय नाविकों की कुल संख्या 117,090 थी, जो 2023 तक बढ़कर 280,000 हो गई।
    • मैरीटाइम इंडिया विज़न 2030 के तहत, भारत समुद्री शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण में वैश्विक मानक स्थापित करके एक अग्रणी समुद्री राष्ट्र बनने की आकांक्षा रखता है। भारत ने STCW कन्वेंशन और समुद्री श्रम कन्वेंशन (MLC) दोनों पर हस्ताक्षर किए हैं।
    • भारतीय नाविक वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय समुद्री नौकरियों में 12% हिस्सेदारी रखते हैं, और मैरीटाइम विज़न 2030 का लक्ष्य 2030 तक इस आंकड़े को 20% तक बढ़ाना है।
    • 26 मार्च, 2024 को, सविता ऑयल टेक्नोलॉजीज ने एक ब्लॉक डील के माध्यम से एक महत्वपूर्ण इक्विटी लेनदेन की घोषणा की, जिसमें उसके 3% इक्विटी शेयर बेचे गए, जिसके परिणामस्वरूप प्रमोटर का स्वामित्व घटकर 59.78% हो गया।
    • भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) म्यूचुअल फंड ने हिस्सेदारी हासिल कर ली, जिससे कंपनी के शेयर मूल्य में 5.85% की वृद्धि हुई।
    • ब्लॉक डील में प्रमोटर श्री गौतम एन मेहरा द्वारा एसबीआई म्यूचुअल फंड को शेयरों की बिक्री शामिल थी, जिससे प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी 62.78% से घटकर 59.78% हो गई।
    • बिक्री से पहले, प्रमोटर समूह के पास 43,383,855 शेयर (62.78% हिस्सेदारी) थे, जो बिक्री के बाद घटकर 41,310,855 शेयर (59.78% हिस्सेदारी) रह गए।
    • मेहरा सिंडिकेट के सदस्य श्री गौतम एन. मेहरा ने 2,073,000 शेयर बेचे, जो 3% हिस्सेदारी के बराबर है।
    • ब्लॉक डील 22 मार्च, 2024 को ₹408 प्रति शेयर की औसत कीमत पर निष्पादित की गई थी।
    • 26 मार्च, 2024 तक, एनएसई पर सविता ऑयल टेक्नोलॉजीज का शेयर मूल्य 5.85% बढ़कर ₹436.80 प्रति शेयर हो गया था, दिन का उच्च स्तर ₹454.70 दर्ज किया गया था, जो ₹425.90 से शुरू हुआ था।
    • सविता ऑयल टेक्नोलॉजीज का बाजार पूंजीकरण ₹3,000 करोड़ से अधिक हो गया।
    • सविता ऑयल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ग्रीस, औद्योगिक तेल, पेट्रोलियम उत्पाद और ट्रांसफार्मर तेल के निर्माण और वितरण के लिए प्रसिद्ध है।
    • कंपनी को पहले सविता केमिकल्स लिमिटेड के नाम से जाना जाता था।
    • मार्च 2021 में, कंपनी ने स्टॉक विभाजन किया और इक्विटी शेयरों का बायबैक किया।

    भारत के इस्पात क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के उद्देश्य से बायोचार के एकीकरण का पता लगाने के लिए 5 दिसंबर, 2023 को एक नई टास्क फोर्स की स्थापना की गई है, जो बायोचार की क्षमता का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित करेगी।

    भारत सरकार ने बायोचार के संभावित उपयोग की जांच के लिए एक टास्क फोर्स की स्थापना करके इस्पात उद्योग में कार्बन उत्सर्जन को संबोधित करने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं। ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में इस्पात क्षेत्र के महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए, इस पहल का उद्देश्य कार्बन की तीव्रता को कम करना और इस्पात निर्माण प्रक्रियाओं में स्थिरता को बढ़ावा देना है।

    टास्क फोर्स का गठन:

    टास्क फोर्स कार्बन उत्सर्जन को कम करने के साधन के रूप में इस्पात उत्पादन में बायोचार और अन्य प्रासंगिक उत्पादों के उपयोग की खोज के लिए समर्पित है।

    पहल की पृष्ठभूमि:

    मार्च 2023 में, केंद्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हरित इस्पात उत्पादन के विभिन्न पहलुओं के लिए कार्य योजनाओं की रूपरेखा तैयार करने और टिकाऊ विनिर्माण प्रथाओं को अपनाने के लिए 13 टास्क फोर्स के गठन को मंजूरी दी।

    पिछले कार्यबलों के फोकस क्षेत्र:

    इन 13 टास्क फोर्स ने कच्चे माल, तकनीकी प्रगति और नीति ढांचे सहित इस्पात मंत्रालय द्वारा उल्लिखित हरित इस्पात उत्पादन के विभिन्न आयामों पर ध्यान केंद्रित किया है।

    बायोचार कार्यान्वयन की खोज:

    इस्पात उद्योग के भीतर कार्बन उत्सर्जन को कम करने में इसके संभावित महत्व को ध्यान में रखते हुए, मंत्रालय ने इस्पात निर्माण में बायोचार और अन्य प्रासंगिक उत्पादों के उपयोग पर 14वें टास्क फोर्स के गठन का समर्थन किया।

    टास्क फोर्स की स्थापना की तिथि:

    इस्पात क्षेत्र के भीतर कार्बन कटौती प्रथाओं में एक महत्वपूर्ण लीवर के रूप में बायोचार की भूमिका को पहचानते हुए, बायोचार के कार्यान्वयन पर 14वीं टास्क फोर्स की स्थापना 5 दिसंबर, 2023 को की गई थी।

    बायोचार की विशेषताएं और उत्पादन:

    कृषि अपशिष्ट उत्पादों जैसे बायोमास स्रोतों से प्राप्त बायोचार, इस्पात निर्माण के लिए आशाजनक गुण प्रदान करता है। स्टेनलेस स्टील चैंबर्स के माध्यम से इसका उत्पादन एक दूरंदेशी समाधान प्रस्तुत करता है, जो टिकाऊ स्टील उत्पादन के लिए गैर-संक्षारक और गैर विषैले पदार्थ प्रदान करता है।

    • महिलाओं के अधिकारों पर अपने खराब रिकॉर्ड के लिए आलोचना के बावजूद, सऊदी अरब को महिलाओं की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र आयोग (सीएसडब्ल्यू) की अध्यक्षता के लिए चुना गया, जिससे विवाद पैदा हो गया।
    • अध्यक्ष के रूप में सऊदी राजदूत अब्दुलअज़ीज़ अलवासिल की नियुक्ति से मानवाधिकार समूहों में नाराजगी फैल गई।
    • सीएसडब्ल्यू के लिए सऊदी अरब द्वारा नेतृत्व की बोली निर्विरोध थी, जिसमें 45 सदस्य देशों में से किसी ने भी कोई विरोध नहीं किया।
    • किसी भी प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार की अनुपस्थिति के कारण राजदूत अलवासिल को “तालियाँ” के साथ अध्यक्ष के रूप में चुना गया।
    • सऊदी अरब की उम्मीदवारी इस प्रक्रिया में देर से आई, बांग्लादेश को शुरू में अध्यक्ष पद लेने की उम्मीद थी, जो अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि को बढ़ाने के लिए सऊदी अरब द्वारा अंतिम समय में पैरवी के प्रयासों का संकेत देता है।
    • मानवाधिकार समूह कानून के तहत पुरुषों और महिलाओं के बीच अधिकारों में महत्वपूर्ण असमानताओं और महिलाओं के अधिकारों पर इसके खराब ट्रैक रिकॉर्ड के लिए सऊदी अरब की आलोचना करते हैं।
    • सऊदी अरब के राष्ट्रपति पद का वर्ष विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बीजिंग घोषणा की 30वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाता है, जो वैश्विक महिला अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।
    • एमनेस्टी इंटरनेशनल और ह्यूमन राइट्स वॉच ने नियुक्ति की निंदा की, जिसमें सऊदी अरब द्वारा महिला अधिकार कार्यकर्ताओं की लगातार हिरासत और प्रणालीगत लैंगिक असमानताओं को संबोधित करने में विफलता पर प्रकाश डाला गया।
    • ह्यूमन राइट्स वॉच ने सऊदी अरब के राष्ट्रपति पद को चुनौती देने के लिए महिलाओं के अधिकारों पर बेहतर रिकॉर्ड वाले सीएसडब्ल्यू सदस्यों को बुलाया, हालांकि सदस्य देश इस मुद्दे पर चुप रहे हैं।
    • ब्रिटेन के विदेश कार्यालय ने यह कहते हुए इस फैसले से खुद को अलग कर लिया कि चयन प्रक्रिया में उसकी कोई भूमिका नहीं है लेकिन महिला अधिकारों के मुद्दों पर सऊदी अधिकारियों के साथ बातचीत जारी है।

    सैटेलाइट इंडस्ट्री एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SIA-इंडिया) और ब्राजीलियाई सैटेलाइट कम्युनिकेशंस एसोसिएशन (ABRASAT) ने अंतरिक्ष क्षेत्र में प्रगति बढ़ाने के लिए साझेदारी की है।

    रणनीतिक साझेदारी के उद्देश्य:

    • उपग्रह संचार, रॉकेट और उपग्रह प्रक्षेपण, पेलोड विकास, उपग्रह प्लेटफ़ॉर्म और ग्राउंड इंस्ट्रूमेंटेशन जैसे क्षेत्रों में सहयोग की सुविधा प्रदान करके कनेक्टिविटी और सहयोग में सुधार करना।
    • इसका उद्देश्य भारत और ब्राजील के बीच व्यापार विस्तार और सहयोगात्मक प्रयासों को मजबूत करना है, जिससे निर्बाध क्षेत्रीय और वैश्विक कनेक्टिविटी सक्षम हो सके।
    • साझेदारी का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों और भौगोलिक क्षेत्रों में विश्वसनीय संचार, डेटा ट्रांसमिशन और सूचना साझाकरण को सशक्त बनाना है। यह स्थलीय बुनियादी ढांचे की कमी वाले दूरदराज के क्षेत्रों से कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने पर जोर देता है, जो रक्षा और आपातकालीन संदर्भों में संचालन के लिए महत्वपूर्ण है।

    ऐतिहासिक सहयोग और भविष्य की संभावनाएँ:

    • ब्राज़ील और भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग का एक सकारात्मक इतिहास साझा करते हैं, जो अमेज़ोनिया 1 उपग्रह के सफल प्रक्षेपण से उजागर हुआ है।
    • समझौता ज्ञापन (एमओयू) द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और बी2बी सहयोग के लिए नए रास्ते बनाने में महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। इसका उद्देश्य विविध क्षेत्रों और अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित करके दोनों देशों के उपग्रह उद्योगों का लाभ उठाना है।

    बाज़ार की गतिशीलता और अवसरों की खोज:

    • साझेदारी का उद्देश्य नए बाजार की गतिशीलता, बुनियादी ढांचे के विकास, तकनीकी प्रगति, उद्यमिता, वित्तपोषण स्रोतों और निजी निवेश में विस्तार करना है।
    • यह उद्योग के हितधारकों को नेटवर्क बनाने और उभरते अवसरों का लाभ उठाने, अंतरिक्ष क्षेत्र के भीतर विकास और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
    • वैश्विक एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी, इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने भारत की राष्ट्रीय राजधानी में अपनी भारतीय सहायक कंपनी, एयरोस्पेस सर्विसेज इंडिया (ASI) की स्थापना की है।
    • एएसआई का उद्घाटन भारत सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ (आत्मनिर्भर भारत) पहल और मेक इन इंडिया विज़न के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जो भारतीय सशस्त्र बलों के लिए उन्नत प्रणालियों के विकास और समर्थन और रक्षा अनुसंधान के साथ साझेदारी पर ध्यान केंद्रित करता है। विकास संगठन (डीआरडीओ)।
    • ज़मीन पर अपनी नई सुविधाओं के साथ, एएसआई का लक्ष्य अपने ग्राहकों के लिए त्वरित और कुशल सहायता सुनिश्चित करते हुए, मरम्मत और सेवा संचालन के लिए टर्नअराउंड समय को काफी कम करना है।
    • स्थानीय स्तर पर परिचालन करते हुए, एएसआई अपने मूल्यवान ग्राहकों को ठोस लाभ प्रदान करते हुए सेवाओं और मरम्मत की लागत को कम करने के लिए समर्पित है।
    • एएसआई भारतीय रुपये में कारोबार करता है और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एमआरएसएएम) प्रणाली के लिए एकमात्र अधिकृत मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) तकनीकी प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है।
    • एमआरएसएएम एक उन्नत और अभिनव वायु और मिसाइल रक्षा प्रणाली है जो भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले विभिन्न हवाई प्लेटफार्मों के खिलाफ अंतिम सुरक्षा प्रदान करती है।
    • इस प्रणाली में उन्नत चरणबद्ध सरणी रडार, कमांड और नियंत्रण, मोबाइल लॉन्चर और उन्नत आरएफ साधक के साथ इंटरसेप्टर शामिल हैं।
    • एमआरएसएएम प्रणाली को भारतीय सेनाओं के लिए आईएआई और डीआरडीओ द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
    • आईएआई के अध्यक्ष और सीईओ बोअज़ लेवी, एएसआई को भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक प्रमुख मील का पत्थर के रूप में प्रस्तुत करते हैं, और अत्याधुनिक उपलब्धि के प्रमाण के रूप में भारत और इज़राइल के बीच साझेदारी पर प्रकाश डालते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह सहयोग आईएआई की प्रौद्योगिकी और रक्षा क्षेत्र में भारत की प्रतिभा और विशेषज्ञता को बढ़ावा देकर इतिहास रचेगा।
    • पिछले 30 वर्षों में, IAI ने कुछ नवीनतम तकनीकों पर भारतीय भागीदारों के साथ मिलकर काम किया है। एएसआई के सीईओ डैनी लाउबर का कहना है कि नया एएसआई कार्यालय उन्हें इस प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने में सक्षम बनाएगा।
    • एएसआई में लगभग 50 कर्मचारियों का कार्यबल कार्यरत है, जिसमें 97% भारतीय नागरिक हैं।
    • दिल्ली में स्थित, एएसआई की रणनीतिक रूप से स्थित शाखाएं पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में सेवाएं प्रदान करती हैं, जो राष्ट्रव्यापी कवरेज और ग्राहक संतुष्टि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती हैं।
    • भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी, जिसने उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम 2004 को ‘असंवैधानिक’ और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन घोषित किया था।
    • मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ, जिसमें न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा शामिल थे, ने उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ केंद्र, उत्तर प्रदेश सरकार और अन्य को नोटिस जारी किए।
    • पीठ ने कहा कि मदरसा बोर्ड एक नियामक उद्देश्य को पूरा करता है और प्रथम दृष्टया, इलाहाबाद उच्च न्यायालय का यह विचार कि बोर्ड का गठन धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन है, सही प्रतीत नहीं होता है।
    • सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की कि हाई कोर्ट ने 2004 के कानून के प्रावधानों की गलत व्याख्या की.
    • 22 मार्च को, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम 2004 को ‘असंवैधानिक’ और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन करार दिया था, साथ ही राज्य सरकार को वर्तमान छात्रों को औपचारिक स्कूल शिक्षा प्रणाली में शामिल करने का निर्देश दिया था।
    • यह आदेश उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की संवैधानिकता को चुनौती देने वाले अंशुमान सिंह राठौड़ नामक व्यक्ति द्वारा दायर याचिका के जवाब में जारी किया गया था।
    • दक्षिण कोरिया के ऑनलाइन ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम (KONEPS) और सिंगापुर के GeBIZ के बाद भारत का सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) पोर्टल सार्वजनिक खरीद के लिए दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है।
    • GeM के सीईओ, पी.के. के अनुसार GeM पर कुल बिक्री मूल्य 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। सिंह ने इस वित्तीय वर्ष में सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) में 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन दर्ज किया, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में लगभग 100% अधिक है। यह रिकॉर्ड डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देने के लिए पोर्टल की अद्वितीय क्षमता को प्रदर्शित करता है।
    • जीएमवी एक विशिष्ट अवधि के भीतर बेची गई वस्तुओं या सेवाओं के कुल मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है।
    • GeM पोर्टल अगस्त 2016 में लॉन्च किया गया था। वित्तीय वर्ष 2018-19 में, GeM के माध्यम से दिए गए ऑर्डर का कुल मूल्य 17,445 करोड़ रुपये था, जो धीरे-धीरे 2021-22 में बढ़कर लगभग 1.07 लाख करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्तीय वर्ष (FY23) में, ऑर्डर वैल्यू (GMV) INR 2.01 लाख करोड़ से थोड़ा अधिक था।
    • सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्र की कंपनियां GeM के माध्यम से अपने उत्पाद और सेवाएं बेच सकती हैं, जिसमें ग्राम पंचायत जैसी सरकारी संस्थाएं खरीदार के रूप में शामिल हैं।
    • रक्षा खरीद मंच पर प्रमुख व्यावसायिक गतिविधियों में से एक है, जिसमें GeM के माध्यम से सेवा अनुबंध के रूप में ब्रह्मोस मिसाइलों की असेंबली और इस पोर्टल के माध्यम से अंडे से लेकर मिसाइल भागों तक हर चीज की आपूर्ति शामिल है।
    • GeM घरेलू व्यवसायों को बढ़ावा देता है, विशेष रूप से लोकप्रिय बाजारों से भौतिक रूप से दूर स्थित छोटे व्यवसायों को, उन्हें आगे बढ़ने के समान अवसर प्रदान करता है।
    • पोर्टल ने निर्बाध खरीदारी के लिए देश भर के दूरदराज के स्थानों को जोड़ने के लिए 520,000 से अधिक सामान्य सेवा केंद्रों (सीएससी) और 150,000 से अधिक भारतीय डाकघरों के साथ सहयोग स्थापित किया है।
    • GeM वस्तुओं और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है, जिसमें कार्यालय स्टेशनरी, यात्री वाहन, पट्टे पर हेलीकॉप्टर सेवाएं, अपशिष्ट प्रबंधन और वेबकास्टिंग शामिल हैं।
    • सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) की शुरुआत 2016 में विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की सुविधा के लिए की गई थी। यह भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है।
    • GeM सभी सरकारी विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, स्वायत्त निकायों और अन्य संगठनों के लिए खुला है।
    • वर्तमान में, दक्षिण कोरिया का KONEPS विश्व स्तर पर सबसे बड़ा ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है, सिंगापुर का GeBIZ इसके बाद GeM तीसरे स्थान पर है।
    • GeM के वर्तमान सीईओ पी.के. हैं। सिंह.
    • 21 मार्च को, 34 देशों के नेता ब्रुसेल्स, बेल्जियम में उद्घाटन परमाणु ऊर्जा शिखर सम्मेलन के लिए एकत्र हुए, जो हाल ही में संपन्न हुआ।
    • शिखर सम्मेलन का उद्देश्य: इसका उद्देश्य भाग लेने वाली सरकारों को शुद्ध-शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए परमाणु ऊर्जा का उपयोग करने के लिए अपनी रणनीतियों और योजनाओं को प्रस्तुत करने की अनुमति देना था।
    • शिखर सम्मेलन की पृष्ठभूमि: ग्लोबल स्टॉकटेक के बाद, जलवायु कार्रवाई की दिशा में वैश्विक प्रगति का व्यापक मूल्यांकन, जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन के लिए दिसंबर 2023 में पार्टियों के सम्मेलन (COP28) के बाद शिखर सम्मेलन हुआ।
    • COP28 पर घोषणा: COP28 सम्मेलन के दौरान, 20 से अधिक देशों ने 2020 से 2050 तक परमाणु ऊर्जा के उपयोग को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने के लिए एक घोषणा पर हस्ताक्षर किए। हस्ताक्षरकर्ताओं में संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, यूक्रेन और यूनाइटेड जैसे चार महाद्वीपों के राष्ट्र शामिल थे। किंगडम, जिसका लक्ष्य परमाणु ऊर्जा के कार्यान्वयन में तेजी लाना है।
    • शिखर सम्मेलन के बारे में: शिखर सम्मेलन का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) और बेल्जियम द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था, जिसमें चीन, फ्रांस, जापान और अमेरिका सहित प्रमुख देशों के नेताओं के भाषणों की एक श्रृंखला शामिल थी।
    • वैश्विक रुचि: जिन देशों की परमाणु ऊर्जा तक सीमित या बिल्कुल पहुंच नहीं है, उन्होंने इस तकनीक को तैनात करने और वित्तपोषण करने के लिए मार्गदर्शन और समर्थन मांगा, जबकि परमाणु ऊर्जा में मजबूत उपस्थिति वाले देशों ने वैश्विक जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने में इसके महत्व पर जोर दिया।
    • पैनल चर्चाएँ: भाषणों के बाद, उपस्थित लोगों ने परमाणु ऊर्जा की क्षमता को अधिकतम करने के लिए व्यावहारिक कदमों का पता लगाने के लिए चार तकनीकी पैनल चर्चाओं में भाग लिया।
    • शिखर सम्मेलन पैनल: नई और मौजूदा परमाणु क्षमताओं को लागू करने या विस्तार करने पर वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करते हुए चार पैनलों में चर्चाएं आयोजित की गईं; उद्योग के भीतर तकनीकी प्रगति और नवाचार; परमाणु ईंधन चक्र और परमाणु सुविधाओं के जीवन चक्र में नवाचार की खोज करना; और निवेश, स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण, बिजली बाजार डिजाइन, उद्योग प्रोत्साहन, सब्सिडी और बहुपक्षीय विकास और निवेश बैंकों की भूमिका के माध्यम से परमाणु ऊर्जा को वित्तपोषित करने के तरीके की जांच करना।
    • शिखर सम्मेलन प्रतिज्ञा: IAEA महानिदेशक और 32 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा एक घोषणा पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें बिजली और औद्योगिक दोनों क्षेत्रों से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने, दीर्घकालिक टिकाऊ को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण तत्व के रूप में परमाणु ऊर्जा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई। विकास, और स्वच्छ ऊर्जा में परिवर्तन की सुविधा प्रदान करना।
    • घोषणा के लिए समर्थन: घोषणा को कई संगठनों से समर्थन मिला, जिसमें थर्ड वे, नॉर्थ अमेरिकन यंग जेनरेशन इन न्यूक्लियर, न्यूक्लियर इनोवेशन अलायंस, इंटरनेशनल बैंक फॉर न्यूक्लियर इंफ्रास्ट्रक्चर और न्यूक्लियर थ्रेट इनिशिएटिव जैसे 20 गैर सरकारी संगठन शामिल थे, जिन्होंने समर्थन के अपने पत्रों पर हस्ताक्षर किए।
    • भविष्य के शिखर सम्मेलन: हालांकि भविष्य के शिखर सम्मेलनों में रुचि है, आयोजकों ने संकेत दिया कि इसके वार्षिक आयोजन बनने की संभावना नहीं है।
    • अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के बारे में: IAEA की स्थापना 1957 में परमाणु प्रौद्योगिकी की अभूतपूर्व प्रगति और विविध अनुप्रयोगों के साथ उभरी व्यापक चिंताओं और आशाओं के जवाब में की गई थी। इसकी शुरुआत 8 दिसंबर, 1953 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिकी राष्ट्रपति आइजनहावर के “शांति के लिए परमाणु” भाषण से हुई। IAEA का मुख्यालय वियना, ऑस्ट्रिया में है।
    • दुनिया के पहले ओम आकार के मंदिर का उद्घाटन राजस्थान के पाली जिले के जादान गांव में किया गया है, जो विश्व स्तर पर इस प्रतिष्ठित आकार में डिजाइन किया गया अपनी तरह का पहला मंदिर बन गया है।
    • वास्तुकला की यह उत्कृष्ट कृति न केवल पर्यटकों को आकर्षित करती है, बल्कि एक महत्वपूर्ण दृश्य उपस्थिति का भी दावा करती है जिसे अंतरिक्ष से देखा जा सकता है, जो वैश्विक स्तर पर डिजिटल समावेशन के लिए इसकी अद्वितीय क्षमता को प्रदर्शित करता है।
    • ‘ओम आकार’ मंदिर के रूप में जाना जाने वाला यह स्मारकीय ढांचा जादान में 250 एकड़ के व्यापक क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसके निर्माण को साकार करने के लिए 400 से अधिक लोग अथक प्रयास कर रहे हैं।
    • यह मंदिर नागर शैली का अनुसरण करता है, जो आमतौर पर उत्तर भारत में देखी जाती है, और लगभग आधे किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करती है, जो क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत को श्रद्धांजलि देती है।
    • मंदिर की एक उल्लेखनीय विशेषता इसकी पवित्र सीमा के भीतर भगवान महादेव की 1,008 मूर्तियों और 12 ज्योतिर्लिंगों को रखने की क्षमता है।
    • 135 फीट की ऊंचाई पर स्थित, मंदिर 2,000 स्तंभों पर खड़ा है और इसमें 108 कमरे हैं, जिसमें केंद्रीय विशेषता मंदिर परिसर के भीतर गुरु माधवानंद जी की समाधि है।
    • मंदिर के गर्भगृह में, जो इसके उच्चतम बिंदु पर स्थित है, धौलपुर में बंशी पहाड़पुर पहाड़ियों से प्राप्त क्रिस्टल से बना एक शिवलिंग है।
    • इसके अतिरिक्त, मंदिर परिसर के नीचे 200,000 टन की क्षमता वाला एक विशाल टैंक है, जो मंदिर की भव्यता को बढ़ाता है।
    • मंदिर वास्तुकला की नागर शैली की उत्पत्ति और विकास 5वीं शताब्दी ईस्वी के आसपास हुआ, जिसका प्रभाव उत्तरी भारत, कर्नाटक और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में था।
    • नागर शैली किसी विशिष्ट काल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सदियों से विकसित और अनुकूलित हुई है, जो भारतीय मंदिर वास्तुकला की गतिशील प्रकृति को दर्शाती है, जो गुप्त राजवंश के दौरान विकसित हुई और उत्तरी भारत पर शासन करने वाले विभिन्न क्षेत्रीय राज्यों और साम्राज्यों के माध्यम से विकसित हुई।
    • “नगर” शब्द का अर्थ “शहर” है, जो शहरी वास्तुशिल्प सिद्धांतों और इस मंदिर शैली के बीच घनिष्ठ संबंध को उजागर करता है, जो इसके शिखर जैसे शिखरों की विशेषता है, जो पवित्र पर्वत मेरु का प्रतिनिधित्व करता है, जो हिंदू धर्म के शैव और वैष्णव संप्रदायों से निकटता से जुड़ा हुआ है, जो उनकी आध्यात्मिक आकांक्षाओं का प्रतीक है। .
    • नागर शैली के मंदिरों में आमतौर पर ब्रह्मांडीय व्यवस्था और मुक्ति की ओर आत्मा की यात्रा का प्रतिनिधित्व करने वाला एक अलग लेआउट होता है, जिसे पवित्र स्थान के समग्र सद्भाव और प्रतीकवाद में योगदान देने वाले वास्तुशिल्प तत्वों के साथ सावधानीपूर्वक डिजाइन किया जाता है।
    • भारत में नागर शैली के मंदिरों के उदाहरणों में मध्य प्रदेश के खजुराहो में कंदरिया महादेव मंदिर और राजस्थान के उदयपुर में जगदीश मंदिर शामिल हैं।
    • भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने अपना 150वां अंतरराष्ट्रीय मैच असम के गुवाहाटी के इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम में खेला, जिसका अंत निराशाजनक रहा क्योंकि भारत को फीफा विश्व कप 2026 क्वालीफायर में अफगानिस्तान के खिलाफ 2-1 से हार का सामना करना पड़ा। 26 मार्च 2024.
    • अफगानिस्तान के खिलाफ हार से फीफा विश्व कप 2026 और एएफसी एशियाई कप 2027 के संयुक्त क्वालीफायर के तीसरे दौर में जगह पक्की करने की भारत की संभावना कम हो गई है, राउंड 2 ग्रुप चरण में चार मैचों में भारत के केवल चार अंक हैं। वर्तमान में कतर तीन मैचों में नौ अंकों के साथ ग्रुप में शीर्ष पर है, जबकि अफगानिस्तान के तीन मैचों में चार अंक हैं। भारत को एशियाई चैंपियन कतर और कुवैत के खिलाफ दो और मैच खेलने हैं।
    • सुनील छेत्री 150 या अधिक अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले दुनिया भर के 8वें खिलाड़ी और पहले भारतीय फुटबॉलर बन गए हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में उन्होंने भारत के लिए एकमात्र गोल किया, जो उनका 94वां अंतरराष्ट्रीय गोल था।
    • छेत्री को भारत के सर्वश्रेष्ठ पुरुष फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माना जाता है, उन्होंने 2002 में मोहन बागान क्लब के साथ अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने यूएसए की मेजर लीग सॉकर टीम, 2010 में कैनसस सिटी विजार्ड्स और पुर्तगाली में स्पोर्टिंग सीपी की रिजर्व टीम के लिए भी खेला है। 2012 में फुटबॉल लीग।
    • उन्होंने 2005 में भारत के लिए अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला और पाकिस्तान के खिलाफ वरिष्ठ राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के लिए अपना पहला गोल किया।
    • छेत्री को सात बार एआईएफएफ मेन्स प्लेयर ऑफ द ईयर चुना गया है।
    • सक्रिय खिलाड़ियों में, छेत्री 128 गोल के साथ पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और 106 गोल के साथ अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी के बाद अंतरराष्ट्रीय मैचों में तीसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं। छेत्री ने 94 गोल किए हैं, जिससे वह सक्रिय खिलाड़ियों में तीसरे स्थान पर हैं।
    • कुल मिलाकर, छेत्री चौथे सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 511 क्लब और अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 251 गोल किए हैं।
    • छेत्री 150 अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच खेलने वाले विश्व स्तर पर 8वें खिलाड़ी हैं, पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो 205 अंतरराष्ट्रीय मैचों के साथ इस सूची में शीर्ष पर हैं।
    • छेत्री उस भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम का हिस्सा रहे हैं जिसने नेहरू कप (2007, 2009, 2012), दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (एसएएफएफ) चैम्पियनशिप (2011, 2015, 2021) जीता और भारत के 2008 एएफसी चैलेंज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कप जीत, जिससे टीम को 27 वर्षों में पहली बार एएफसी एशियन कप (2011) के लिए क्वालीफाई करने में मदद मिली।
    • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी (आईआईटी गुवाहाटी) ने क्लासिकल स्वाइन फीवर वायरस से निपटने के उद्देश्य से एक नव विकसित वैक्सीन तकनीक बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित कर दी है।
    • सूअरों और जंगली सूअरों के लिए डिज़ाइन की गई यह वैक्सीन एक पुनः संयोजक वेक्टर वायरस का उपयोग करती है, जो इसे इन जानवरों के लिए अपनी तरह की पहली पुनः संयोजक वायरस-आधारित वैक्सीन के रूप में चिह्नित करती है।
    • प्रौद्योगिकी एक रिवर्स जेनेटिक प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करती है जिसे आईआईटी गुवाहाटी में अग्रणी और परिष्कृत किया गया था, जिसे स्वाइन बुखार को संबोधित करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, जो सूअरों के बीच उच्च मृत्यु दर वाली एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है, लेकिन मनुष्यों को प्रभावित नहीं करती है।
    • पूर्वोत्तर राज्यों, बिहार, केरल, पंजाब, हरियाणा और गुजरात सहित कई भारतीय राज्यों में स्वाइन बुखार अक्सर पाया गया है।
    • इस वैक्सीन का विकास 2018 में आईआईटी गुवाहाटी के बायोसाइंसेज और बायोइंजीनियरिंग विभाग और असम कृषि विश्वविद्यालय के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास के माध्यम से शुरू हुआ।
    • शोध को दो पत्रों में प्रलेखित किया गया है, जो “प्रोसेस बायोकैमिस्ट्री” और “आर्काइव्स ऑफ वायरोलॉजी” पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं।
    • शोध में न्यूकैसल रोग वायरस (एनडीवी) का उपयोग किया गया, जो मुर्गियों में अपनी रोगजनकता के लिए जाना जाता है, क्लासिकल स्वाइन फीवर वायरस के आवश्यक प्रोटीन को ले जाने के लिए एक वेक्टर के रूप में, एक उपन्यास, त्वरित और लागत प्रभावी टीकाकरण विधि की पेशकश करता है।
    • टीका वर्तमान में परीक्षण और विश्लेषण लाइसेंस के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया में है, जो सुअर आबादी के बीच इस अन्यथा लाइलाज बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर भारत के उत्तरपूर्वी हिस्सों में जहां हाल के वर्षों में इसका प्रकोप अक्सर होता रहा है।
    • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की पूर्व कार्यकारी निदेशक निधि सक्सेना को 27 मार्च, 2024 से तीन साल के लिए बैंक ऑफ महाराष्ट्र का प्रबंध निदेशक और सीईओ नियुक्त किया गया है।
    • भारत सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में यूनियन बैंक की पूर्व कार्यकारी निदेशक निधि सक्सेना की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
    • एमडी और सीईओ के रूप में निधि सक्सेना का कार्यकाल 27 मार्च, 2024 से शुरू होकर तीन साल का होगा।
    • वह ए.एस राजीव का स्थान लेंगी, जिन्हें हाल ही में भारत सरकार द्वारा केंद्रीय सतर्कता आयोग में सतर्कता आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था।
    • निधु सक्सेना के बारे में: उन्होंने अपने बैंकिंग करियर की शुरुआत बैंक ऑफ बड़ौदा से की और उन्होंने यूको बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ भी काम किया है और बैंकिंग क्षेत्र में विभिन्न पदों और विभागों में 26 वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त किया है।
    • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में, सक्सेना ने प्रमुख बैंकिंग कार्यों की देखरेख करते हुए शाखा प्रमुख, जोनल प्रमुख और वर्टिकल प्रमुख सहित कई प्रमुख पदों पर कार्य किया।
    • यूनियन बैंक में उनकी भूमिकाओं में राजकोष, घरेलू और विदेशी व्यापार, अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग, मानव संसाधन, तनावग्रस्त संपत्ति, खुदरा संपत्ति, एमएसएमई, खुदरा देनदारियां, सीआईएसओ, धन प्रबंधन और ऑडिट वर्टिकल में काम करना शामिल था।
    • निधि सक्सेना ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूके) और यूनियन एसेट मैनेजमेंट कंपनी के बोर्ड में काम किया है, जो यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के म्यूचुअल फंड व्यवसाय का संचालन करती है, और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बैंक मैनेजमेंट, पुणे की अकादमिक परिषद की सदस्य रही है। और भारतीय बैंक प्रबंधन संस्थान, गुवाहाटी का शासी निकाय।
    • सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के एमडी और सीईओ के लिए नियुक्ति प्रक्रिया: भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा संस्थान ब्यूरो (एफएसआईबी) सरकार को एमडी और सीईओ के पद के लिए उम्मीदवारों की सिफारिश करता है। हालाँकि, सरकार एफएसआईबी की सिफारिशों का पालन करने के लिए बाध्य नहीं है।
    • एफएसआईबी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, वित्तीय संस्थानों और बीमा कंपनियों के बोर्डों के पूर्णकालिक निदेशकों और गैर-कार्यकारी अध्यक्षों के नामों की भी सिफारिश करता है।
    • भारत सरकार ने 1 जुलाई, 2022 को बैंक बोर्ड ब्यूरो की जगह एफएसआईबी की स्थापना की, जिसे 1 अप्रैल, 2016 को स्थापित किया गया था।
    • बैंक ऑफ महाराष्ट्र: 16 सितंबर, 1935 को एक निजी बैंक के रूप में स्थापित और 1936 में पुणे में परिचालन शुरू हुआ। 1969 में भारत सरकार द्वारा 13 अन्य निजी बैंकों के साथ इसका राष्ट्रीयकरण किया गया था। वर्तमान में, भारत सरकार के पास बैंक के लगभग 86% शेयर हैं।
    • टैगलाइन: एक परिवार, एक बैंक; मुख्यालय: पुणे, महाराष्ट्र; एमडी और सीईओ: निधु सक्सेना.

    इसे भी पढ़े: Current Affairs 31 March 2024: देश में पहली बार चैटजीपीटी की मदद से ‘हत्या’ के मामले में जमानत पर फैसला इत्यादि

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    Current Affairs 31 March 2024: देश में पहली बार चैटजीपीटी की मदद से ‘हत्या’ के मामले में जमानत पर फैसला इत्यादि

    Current Affairs 31 March 2024

    Current Affairs 31 March 2024: 31 मार्च, 2024 को विभिन्न क्षेत्रों में कई उल्लेखनीय घटनाएँ सामने आईं, जो कानूनी, खेल, कॉर्पोरेट और पर्यावरण क्षेत्रों में विकास को प्रदर्शित करती हैं। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने एक हत्या के मामले से संबंधित जमानत मामले में एआई चैटबॉट चैटजीपीटी से सहायता मांगकर एक अभूतपूर्व निर्णय लिया, जो कानूनी क्षेत्र में पहली बार है। खेल की दुनिया में, राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन मंच पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए स्विस ओपन 2023 पुरुष युगल खिताब जीता। इस बीच, कॉर्पोरेट क्षेत्र में, मोटरसाइकिल और स्कूटर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने रणनीतिक नेतृत्व परिवर्तन का संकेत देते हुए निरंजन गुप्ता को अपना नया सीईओ नियुक्त किया है।

    इसके अतिरिक्त, राजस्थान ने जयपुर में दुनिया के तीसरे और भारत के दूसरे सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम की घोषणा के साथ अपने खेल बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण विकास देखा, जो राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन और वेदांता के हिंदुस्तान जिंक के बीच एक सहयोग है। ये घटनाएँ प्रगति और नवाचार के प्रमुख क्षणों को उजागर करती हैं, जो इस तिथि पर वर्तमान मामलों की गतिशील प्रकृति को दर्शाती हैं। आईये इन घटनाओ पर एक नज़र डालते हैं।

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    • रक्षा मंत्रालय (MoD) ने भारतीय नौसेना के लिए 25 डोर्नियर विमानों के अपग्रेड को मंजूरी दे दी है।
    • इन विमानों के मिड लाइफ अपग्रेड (एमएलयू) और संबंधित उपकरणों के लिए एक अनुबंध पर 15 मार्च को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ हस्ताक्षर किए गए थे।
    • 2,890 करोड़ रुपये मूल्य के अपग्रेड में अत्याधुनिक एवियोनिक्स सिस्टम और प्राइमरी रोल सेंसर शामिल होंगे।
    • परियोजना को साढ़े छह साल के भीतर पूरा करने की समयसीमा तय की गई है।
    • एमएलयू का लक्ष्य समुद्री निगरानी, तटीय निगरानी, इलेक्ट्रॉनिक खुफिया और समुद्री डोमेन जागरूकता के विकास के लिए डोर्नियर विमान की परिचालन क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाना है।
    • इस उन्नयन के माध्यम से खोज और बचाव, चिकित्सा/हताहत निकासी, और संचार लिंक संचालन जैसी माध्यमिक भूमिकाएँ भी बढ़ाई जाएंगी।
    • एमएलयू के कार्यान्वयन से 6.5 वर्षों में 1.8 लाख मानव दिवस रोजगार उत्पन्न होने की उम्मीद है।
    • यह अपग्रेड स्वदेशी स्रोतों से प्रमुख प्रणालियों और उपकरणों के उपयोग पर केंद्रित है, जो रक्षा में भारत की “आत्मनिर्भरता” (आत्मनिर्भरता) और मेक-इन-इंडिया पहल के साथ संरेखित है।
    • इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने कर्नाटक के धारवाड़ जिले के कोटूर और बेलूर औद्योगिक क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर की स्थापना को मंजूरी दे दी।
    • इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने रुपये के मौजूदा निवेश पर प्रकाश डालते हुए क्लस्टर की मंजूरी की घोषणा की। विभिन्न कंपनियों से 350 करोड़ रुपये और लगभग 18,000 नौकरियों के सृजन का अनुमान है।
    • क्लस्टर से रुपये के बीच मूल्य की आर्थिक गतिविधि उत्पन्न होने की उम्मीद है। 1,500 करोड़ से रु. 2,000 करोड़.
    • कर्नाटक, हुबली-धारवाड़ में इस नए क्लस्टर के साथ, कोलार और देवनहल्ली में मौजूदा क्लस्टर के साथ, तमिलनाडु और नोएडा के साथ भारत के तीन प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स केंद्रों में से एक बनने की स्थिति में है।
    • इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर विनिर्माण और ई-मोबिलिटी उत्पादों और घटकों सहित विभिन्न क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
    • अगले तीन वर्षों में कर्नाटक में 15 लाख युवाओं और देशभर में 1.5 करोड़ लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए एक कौशल हब पंजीकरण पोर्टल लॉन्च किया गया।
    • केंद्र ने उद्योग की विविध परीक्षण आवश्यकताओं का समर्थन करने के लिए उन्नत परीक्षण सुविधाओं के विकास के लिए मैसूर में एक सामान्य सुविधा केंद्र को मंजूरी दे दी है।
    • यह परियोजना 224.5 एकड़ को कवर करेगी, जिसकी कुल लागत रु. सहित 179.14 करोड़ रु. केंद्रीय सहायता में 89.57 करोड़ और शेष कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (KIADB) द्वारा वित्त पोषित।
    • परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में कार्य करने वाली KIADB के पास परियोजना को पूरा करने के लिए दो साल की समयसीमा है।
    • नौ एंकर इकाइयों ने रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। क्लस्टर के भीतर 76 एकड़ भूमि के लिए 340 करोड़।
    • 1 अप्रैल, 2020 को शुरू की गई संशोधित इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (ईएमसी 2.0) योजना का उद्देश्य विनिर्माण इकाइयों और उनकी आपूर्ति श्रृंखलाओं को आकर्षित करने के लिए बुनियादी ढांचे और सामान्य परीक्षण सुविधाएं बनाना है।
    • ईएमसी 2.0 के तहत, 1,903 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत के साथ 1,337 एकड़ में तीन इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण समूहों को मंजूरी दी गई है, जिसमें केंद्रीय वित्तीय सहायता में 889 करोड़ रुपये शामिल हैं और 20,910 करोड़ रुपये के निवेश लक्ष्य का लक्ष्य है।
    • स्किलिंग पोर्टल सरकारी और निजी स्कूलों, इंजीनियरिंग संस्थानों, मेडिकल और डेंटल कॉलेजों और पॉलिटेक्निक कॉलेजों के छात्रों सहित व्यापक जनसांख्यिकीय को लक्षित करते हुए 2डी एनीमेशन, 3डी प्रिंटिंग, ड्रोन सेवा, वीएफएक्स संपादन और औद्योगिक स्वचालन सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
    • कौशल विकास मंत्रालय के आकलन के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में 4.5 लाख उम्मीदवारों को कुशल बनाने की तत्काल मांग है।
    • 25 मार्च, 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए जाने के बाद, बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (बीएमआरसीएल) ने 26 मार्च, 2023 को व्हाइटफील्ड (कडुगोडी) से कृष्णराजपुरम तक 13.71 किलोमीटर की दूरी का वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया।
    • यह नई मेट्रो लाइन बेंगलुरु के पहले तकनीकी गलियारे को नम्मा मेट्रो नेटवर्क से जोड़ती है, जो शहर के परिवहन बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण विस्तार का प्रतीक है।
    • इस विस्तार के साथ, नम्मा मेट्रो भारत में दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बन गया है, जो केवल दिल्ली मेट्रो से पीछे है।
    • नए खुले खंड से यात्रा के समय में 40% की कमी आने की उम्मीद है, जिससे प्रतिदिन 500,000 से 600,000 यात्रियों को लाभ होगा, विशेष रूप से आईटी पार्क, औद्योगिक क्षेत्रों, मॉल और अस्पतालों में काम करने वाले लोगों को।
    • प्रधान मंत्री मोदी ने उद्घाटन समारोह में भाग लिया, टिकट खरीदा और व्हाइटफील्ड और श्री सत्य साईं अस्पताल स्टेशन के बीच मेट्रो की सवारी की, अपनी यात्रा के दौरान स्कूली छात्रों, मेट्रो कर्मचारियों और श्रमिकों से मुलाकात की।
    • व्हाइटफील्ड-कृष्णराजपुरम विस्तार पर्पल लाइन का हिस्सा है और इसमें 12 नए स्टेशन शामिल हैं, जिनका निर्माण लगभग 4,000 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
    • इस खंड पर ट्रेनें 12 मिनट की आवृत्ति पर चलेंगी, जिसमें प्रतिदिन 150,000 यात्रियों की अनुमानित यात्रा होगी।
    • पुनर्योजी ब्रेकिंग सुविधाओं वाली पांच छह कोच वाली बीईएमएल ट्रेनें इस लाइन पर चलेंगी, जिससे ऊर्जा दक्षता 30-35% बढ़ जाएगी।
    • कृष्णराजपुरम और व्हाइटफील्ड (कडुगोडी) के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों की सहायता के लिए फीडर बस सेवाएं और वाहनों के लिए पार्किंग सुविधाएं शुरू की गई हैं।
    • कृष्णराजपुरम और व्हाइटफील्ड में फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) मेट्रो स्टेशनों और रेलवे स्टेशनों के बीच सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे, साथ ही सड़क विस्तार से पहुंच आसान हो जाएगी।
    • व्हाइटफील्ड और केआर पुरम के बीच यात्रा का अधिकतम किराया 35 रुपये निर्धारित है, जिसमें यात्रा में 22 मिनट लगेंगे।
    • इस खंड के चालू होने पर, बेंगलुरु का मेट्रो नेटवर्क 63 स्टेशनों के साथ 69.6 किमी तक फैला है, जिसने भारत में दूसरी सबसे बड़ी मेट्रो प्रणाली के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
    • बीएमआरसीएल अब पूरे बेंगलुरु में कनेक्टिविटी को और बढ़ाने के लिए 2023 के मध्य तक केंगेरी से चैलघट्टा तक पर्पल लाइन विस्तार को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
    • चैलघट्टा विस्तार का उद्देश्य मैसूरु रोड तक पहुंच में सुधार करना और तेजी से विकसित हो रहे नादप्रभु केम्पेगौड़ा लेआउट का समर्थन करना है।
    • वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए राज्य का बजट चल रही नम्मा मेट्रो परियोजनाओं के लिए 2500 करोड़ रुपये आवंटित करता है, जिसमें वर्ष के भीतर नेटवर्क को 40.15 किलोमीटर तक विस्तारित करने की योजना है।
    • ये विस्तार बेंगलुरु के परिवहन बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने, शहर के अधिक क्षेत्रों में मेट्रो रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने और इसके निवासियों को लाभान्वित करने के प्रयासों का हिस्सा हैं।
    • भारत का पहला क्वांटम कंप्यूटिंग-आधारित दूरसंचार नेटवर्क लिंक नई दिल्ली में चालू हो गया है, इसकी घोषणा केंद्रीय संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की।
    • क्वांटम संचार लिंक राष्ट्रीय राजधानी के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में संचार भवन और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) कार्यालय को जोड़ता है।
    • परिचालन क्वांटम लिंक क्वांटम बिट्स (क्यूबिट्स) के संचरण के माध्यम से बढ़ी हुई सुरक्षा का वादा करता है, जो उनकी दोहरी-मूल्य क्षमता (शून्य और एक साथ) के कारण अवरोधन करना चुनौतीपूर्ण है।
    • लिंक की सुरक्षा का परीक्षण करने के लिए, मंत्री ने एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए एथिकल हैकर्स को आमंत्रित करते हुए एक हैकथॉन का आयोजन किया है, जिसमें 10 लाख रुपये की पुरस्कार राशि की पेशकश की गई है।
    • वैष्णव ने एक कन्वर्सेशनल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल के संबंध में एक आगामी महत्वपूर्ण घोषणा को छेड़ा, जो कुछ ही हफ्तों में चैटजीपीटी जैसे विकास की ओर इशारा करता है।
    • मंत्री ने मौजूदा संसद सत्र का हवाला देते हुए एआई टूल के बारे में अधिक जानकारी देने से परहेज किया।
    • उन्होंने वैश्विक प्रौद्योगिकी परिदृश्य में एक मात्र उपभोक्ता से एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने के भारत के परिवर्तन पर प्रकाश डाला, और वैश्विक प्रौद्योगिकी विकास में भारतीय स्टार्टअप, उद्यमियों और शिक्षाविदों की साझेदारी के मूल्य पर जोर दिया।
    • वैष्णव ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और क्वांटम कंप्यूटिंग में भारत की प्रगति की ओर इशारा किया, जो घरेलू उपयोग और वैश्विक अनुप्रयोग दोनों के लिए समाधान बनाने के लिए स्थानीय प्रतिभा का लाभ उठाने के देश के इरादे को दर्शाता है।
    • भारत सरकार का लक्ष्य अक्टूबर 2024 तक एक हजार शहरों के लिए “3-स्टार कचरा मुक्त” रेटिंग हासिल करना है, जिसमें कचरे के ढेर को खत्म करने और नदियों में अनुपचारित सीवेज के निर्वहन को रोकने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
    • आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप एस पुरी ने दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस 2023 के दौरान इस लक्ष्य की घोषणा की।
    • जनवरी 2018 में शुरू किया गया कचरा मुक्त शहर (जीएफसी) स्टार रेटिंग प्रोटोकॉल, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार के लिए शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के बीच प्रतिस्पर्धी माहौल को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें 7-स्टार रेटिंग उच्चतम प्राप्य मानक है।
    • इंदौर ने इस प्रोटोकॉल के तहत उच्चतम 7-स्टार कचरा मुक्त मानक सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया है।
    • स्वच्छ भारत मिशन के तहत, शहरी भारत को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया गया है, सभी 4,715 यूएलबी ओडीएफ मानक तक पहुंच गए हैं, 3,547 यूएलबी ने कार्यात्मक और स्वच्छ सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों को बनाए रखते हुए ओडीएफ+ का दर्जा प्राप्त किया है, और 1,191 यूएलबी ने पूर्ण रूप से ओडीएफ++ का दर्जा प्राप्त किया है। मल कीचड़ प्रबंधन.
    • भारत में अपशिष्ट प्रसंस्करण क्षमता चार गुना बढ़ गई है, जो 2014 में 17% से बढ़कर वर्तमान में 75% हो गई है। इस सुधार को 97% वार्डों में 100% घर-घर कचरा संग्रहण और देश भर में लगभग 90% वार्डों में कचरे के स्रोत पृथक्करण का अभ्यास द्वारा समर्थित किया गया है।
    • मंत्री पुरी स्वच्छ भारत मिशन-शहरी (एसबीएम-यू) के दूसरे चरण (एसबीएम-यू 2.0) के लक्ष्यों को उल्लेखनीय रूप से पार करने को लेकर आशावादी हैं, जिसका लक्ष्य भारत को कचरा-मुक्त देश बनाना है।
    • गुरुवार को आयोजित ‘कचरा मुक्त शहर’ रैली के महत्व पर देश भर में अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने में इसकी भूमिका पर जोर दिया गया।
    • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने “कचरा मुक्त शहर” बनाने के व्यापक लक्ष्य के साथ 1 अक्टूबर, 2022 को स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 का उद्घाटन किया।
    • संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने अपने भाई शेख मंसूर बिन जायद अल नाहयान को देश का उपराष्ट्रपति नियुक्त किया।
    • नियुक्ति को यूएई संघीय सुप्रीम काउंसिल से मंजूरी मिल गई।
    • वर्तमान उपराष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम, शेख मंसूर के साथ अपनी भूमिका में काम करते रहेंगे।
    • शेख मंसूर पहले संयुक्त अरब अमीरात में उप प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति न्यायालय के मंत्री के पद पर रह चुके हैं।
    • उनका सार्वजनिक सेवा करियर 2004 के बाद से कई प्रमुख भूमिकाओं के लिए उल्लेखनीय है, जिसमें राष्ट्रपति मामलों के मंत्री, मंत्रिस्तरीय विकास परिषद के अध्यक्ष और अबू धाबी सुप्रीम पेट्रोलियम काउंसिल में सदस्यता शामिल है।
    • उन्होंने अबू धाबी न्यायिक विभाग, राष्ट्रीय अभिलेखागार, अबू धाबी विकास कोष और अबू धाबी खाद्य नियंत्रण प्राधिकरण के बोर्ड जैसे महत्वपूर्ण संगठनों की अध्यक्षता की है।
    • शेख मंसूर का जन्म 1970 में अबू धाबी में हुआ था और उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में उच्च शिक्षा हासिल की और 1993 में अंतरराष्ट्रीय संबंधों में स्नातक की डिग्री हासिल की।
    • उनका करियर उनके पिता, शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान, संयुक्त अरब अमीरात के पहले राष्ट्रपति, के कार्यालय के अध्यक्ष के रूप में शुरू हुआ, 2004 में राष्ट्रपति मामलों के मंत्री, मई 2009 में उप प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति न्यायालय के मंत्री के रूप में उनकी भूमिकाओं से पहले। जुलाई 2022.
    • पासपोर्ट सूचकांक 2023 में कुल 199 देशों के बीच भारत की रैंकिंग पिछले वर्ष के 138वें स्थान से घटकर 144वें स्थान पर आ गई।
    • पासपोर्ट इंडेक्स 2023 एक वित्तीय सलाहकार सेवा फर्म आर्टन कैपिटल द्वारा प्रकाशित किया जाता है, जो पासपोर्ट को उनकी गतिशीलता स्कोर के आधार पर रैंक करता है।
    • मोबिलिटी स्कोर यह निर्धारित करता है कि वीज़ा-मुक्त प्रवेश, आगमन पर वीज़ा, ईवीज़ा (यदि तीन दिनों के भीतर आवेदन किया जाता है), और इलेक्ट्रॉनिक यात्रा प्राधिकरण जैसे कारकों पर विचार करते हुए, किसी देश के नागरिक कितनी स्वतंत्र रूप से यात्रा कर सकते हैं।
    • COVID-19 यात्रा प्रतिबंधों के कारण भारत का गतिशीलता स्कोर 2019 में 71 से घटकर 2020 में 47 हो गया, प्रतिबंधों में ढील के बाद 2022 में 73 हो गया, लेकिन 2023 में गिरकर 70 हो गया।
    • 2023 में भारत के गतिशीलता स्कोर में गिरावट का श्रेय यूरोपीय संघ की वीज़ा नीति में बदलाव को दिया जाता है।
    • चीन भी रैंकिंग में नीचे, 118वें स्थान पर है, जिसके पासपोर्ट की ताकत यूरोपीय संघ, भारत और जापान जैसी महत्वपूर्ण संस्थाओं के साथ वीज़ा-मुक्त समझौतों की कमी के कारण सीमित है।
    • एशिया में गतिशीलता में गिरावट के रुझान के विपरीत, दक्षिण कोरिया और जापान ने मजबूत पासपोर्ट ताकत दिखाई और क्रमशः 174 और 172 के गतिशीलता स्कोर के साथ 12वें और 26वें स्थान पर रहे।
    • संयुक्त अरब अमीरात 181 के उच्चतम गतिशीलता स्कोर के साथ व्यक्तिगत पासपोर्ट रैंकिंग में शीर्ष पर है, इसके बाद 174 के स्कोर के साथ कई यूरोपीय देश (स्वीडन, जर्मनी, फिनलैंड, लक्ज़मबर्ग, स्पेन, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड और ऑस्ट्रिया) हैं।
    • पासपोर्ट इंडेक्स के सह-संस्थापक ह्रांट बोघोसियन ने कहा कि जहां भारत और चीन में पासपोर्ट गतिशीलता में गिरावट देखी गई है, वहीं चीन के हालिया पुन: उद्घाटन से वीजा समझौतों के माध्यम से इसकी वैश्विक गतिशीलता में सुधार हो सकता है जो वैश्विक प्रभाव बढ़ाने के अपने लक्ष्य के अनुरूप है।
    • बेहतर वीज़ा समझौते हासिल करने के चीन के प्रयास संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी यूरोप के साथ बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव से प्रभावित हो सकते हैं, संभवतः चीन के करीबी प्रभाव क्षेत्र के देशों तक समझौते सीमित हो सकते हैं।
    • जनवरी में हेनले और पार्टनर्स द्वारा एक अलग रैंकिंग में भारत को 199 देशों में मॉरिटानिया और उज़्बेकिस्तान के साथ 85वें स्थान पर रखा गया, जिससे पता चला कि उसके नागरिक प्रस्थान-पूर्व वीज़ा के बिना कितने गंतव्यों तक पहुँच सकते हैं।
    • हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के मुताबिक, भारतीय पासपोर्ट धारक बिना वीजा के 59 देशों की यात्रा कर सकते हैं।
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अजरबैजान और ताजिकिस्तान को मलेरिया मुक्त प्रमाणित किया है।
    • इस प्रमाणीकरण की घोषणा 29 मार्च, 2023 को की गई थी, जो मलेरिया को खत्म करने के उनके शताब्दी-लंबे प्रयासों की सफलता को दर्शाता है।
    • WHO किसी देश को मलेरिया मुक्त प्रमाणित करता है यदि वह यह प्रदर्शित कर सके कि मलेरिया का संचरण चक्र लगातार कम से कम तीन वर्षों तक बाधित रहा है।
    • ताजिकिस्तान में, क्षेत्रीय प्लास्मोडियम विवैक्स मलेरिया फैलने के आखिरी मामले 2012 में दर्ज किए गए थे, और अजरबैजान में, आखिरी मामले 2014 में दर्ज किए गए थे।
    • इस घोषणा के साथ, WHO द्वारा मलेरिया मुक्त घोषित देशों और क्षेत्रों की कुल संख्या 41 तक पहुंच गई है, जिसमें यूरोपीय क्षेत्र के 21 देश भी शामिल हैं।
    • डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने अजरबैजान और ताजिकिस्तान के लोगों और सरकारों के प्रयासों और प्रतिबद्धता की सराहना की।
    • अपनी मलेरिया-मुक्त स्थिति को बनाए रखने के लिए, दोनों देशों को मलेरिया संचरण की पुन: स्थापना को रोकने के लिए चल रही क्षमता का प्रदर्शन करना चाहिए।
    • अज़रबैजान और ताजिकिस्तान की उपलब्धि का श्रेय निरंतर निवेश, स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता समर्पण, लक्षित रोकथाम, शीघ्र पता लगाने और उपचार प्रयासों को दिया गया।
    • यूरोप के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. हंस हेनरी पी. क्लूज ने कहा कि यह उपलब्धि डब्ल्यूएचओ यूरोपीय क्षेत्र को पूरी तरह से मलेरिया मुक्त होने वाला पहला क्षेत्र बनने के करीब ले जाती है।
    • 60 से अधिक वर्षों से, दोनों देशों ने मलेरिया के खिलाफ अपने प्रयासों का समर्थन करते हुए, सभी नागरिकों को मुफ्त बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल प्रदान की है।
    • रणनीतियों में लक्षित मलेरिया हस्तक्षेप जैसे घर के अंदर कीटनाशकों का छिड़काव, शीघ्र निदान और उपचार को प्रोत्साहित करना और स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए निरंतर प्रशिक्षण शामिल थे।
    • डब्ल्यूएचओ के टेड्रोस ने इस बात पर जोर दिया कि अजरबैजान और ताजिकिस्तान की सफलता दर्शाती है कि पर्याप्त संसाधनों और राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ, मलेरिया उन्मूलन संभव है।
    • दोनों देशों ने स्वदेशी और आयातित संक्रमणों के बीच अंतर करने और मामलों पर वास्तविक समय डेटा प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक मलेरिया निगरानी प्रणाली लागू की है।
    • अज़रबैजान और ताजिकिस्तान ने भी जैविक लार्वा नियंत्रण रणनीतियों का उपयोग किया, जिसमें मच्छर खाने वाली मछली शुरू करना और मलेरिया वैक्टर को कम करने के लिए जल प्रबंधन प्रथाओं को लागू करना शामिल है।
    • सेबी के नए नियमों के अनुसार, म्यूचुअल फंड निवेशकों को फ्रीजिंग से बचने के लिए 30 सितंबर तक अपने फोलियो के लिए नामांकन करना होगा या नामांकन से बाहर निकलना होगा।
    • सेबी ने शुरुआत में म्यूचुअल फंड फोलियो में नामांकन के लिए 31 मार्च, 2023 की समय सीमा तय की थी, लेकिन इसे 30 सितंबर, 2023 तक बढ़ा दिया।
    • यह अधिदेश अकेले या संयुक्त रूप से म्यूचुअल फंड यूनिट रखने वाले सभी मौजूदा व्यक्तिगत यूनिट धारकों पर लागू होता है।
    • उचित नामांकन या बाहर निकलने के बिना, समय सीमा के बाद डेबिट के लिए म्यूचुअल फंड फोलियो को फ्रीज कर दिया जाएगा।
    • परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (एएमसी) और रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंटों (आरटीए) को नामांकन आवश्यकता का अनुपालन करने के लिए यूनिट धारकों को ईमेल और एसएमएस के माध्यम से पाक्षिक रूप से याद दिलाना आवश्यक है।
    • 1 अक्टूबर, 2022 के बाद बनाए गए फोलियो के लिए नामांकन प्रदान करना या बाहर निकलना पहले से ही अनिवार्य है।
    • 1 अक्टूबर, 2022 से पहले बनाए गए फोलियो वाले निवेशकों को 30 सितंबर, 2023 तक नामांकन प्रक्रिया पूरी करनी होगी या ऑप्ट-आउट करना होगा।
    • नामांकन या ऑप्ट-आउट प्रक्रिया या तो ऑनलाइन या भौतिक फॉर्म जमा करके, भौतिक सबमिशन के लिए गीले हस्ताक्षर या ऑनलाइन सबमिशन के लिए ई-साइन के साथ पूरी की जा सकती है।
    • इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए निवेशकों को यह सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है कि उनके संपर्क विवरण उनके म्यूचुअल फंड फोलियो में अद्यतन हों।
    • प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए, निवेशक ओटीपी या ई-साइन का उपयोग करके नामांकित विवरण या ऑप्ट-आउट घोषणाएं जमा करने के लिए कार्वी (केफिनटेक) या सीएएमएस वेबसाइटों पर जा सकते हैं।
    • नामांकन या बाहर निकलने के लिए भौतिक फॉर्म CAMS निवेशक सेवा केंद्रों या कार्वी (KFintech) केंद्रों पर भी स्वीकार किए जाते हैं।
    • नामांकन एक व्यक्तिगत यूनिट धारक को यूनिटधारक की मृत्यु की स्थिति में अपनी इकाइयों या मोचन आय का दावा करने के लिए एक व्यक्ति को नामित करने की अनुमति देता है।
    • संयुक्त रूप से धारित इकाइयों के मामले में, सभी संयुक्त धारकों को सभी संयुक्त धारकों की मृत्यु पर इकाइयों के अधिकार प्राप्त करने के लिए एक व्यक्ति को नामांकित करना होगा।
    • वाटरशेड प्रबंधन प्रथाओं में सुधार के लिए भारत सरकार, कर्नाटक और ओडिशा राज्य सरकारों और विश्व बैंक से जुड़े 115 मिलियन डॉलर के कार्यक्रम पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
    • इस पहल का उद्देश्य किसानों की जलवायु परिवर्तन के प्रति लचीलापन बढ़ाना, कृषि उत्पादकता बढ़ाना और आधुनिक वाटरशेड प्रथाओं के माध्यम से आय में सुधार करना है।
    • कार्यक्रम को ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग और कर्नाटक और ओडिशा में लागू किया जाएगा, जिसका लक्ष्य लचीली कृषि के लिए तकनीकी क्षमता और सेवा की गुणवत्ता को बढ़ावा देना है।
    • भारत की प्रतिबद्धता में 2030 तक 26 मिलियन हेक्टेयर बंजर भूमि को बहाल करना और 2023 तक किसानों की आय को दोगुना करना शामिल है, जिसमें प्रभावी वाटरशेड प्रबंधन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
    • कार्यक्रम कृषि विकास के लिए वाटरशेड विकास के महत्व पर जोर देता है, खासकर कर्नाटक और ओडिशा के किसानों के लिए जो प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील हैं।
    • समझौते पर हस्ताक्षर करने वालों में रजत मिश्रा (भारत सरकार), एस.आर. उमाशंकर (कर्नाटक सरकार), संजीव चोपड़ा (ओडिशा सरकार), और जुनैद अहमद (विश्व बैंक)।
    • विश्व बैंक टिकाऊ कृषि की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है जो जलवायु अनिश्चितताओं का सामना कर सके, विज्ञान-आधारित, डेटा-संचालित वाटरशेड प्रबंधन दृष्टिकोण की वकालत करता है।
    • कार्यक्रम का उद्देश्य क्षमता निर्माण और राष्ट्रीय नीतियों और मानकों के विकास सहित वाटरशेड विकास के लिए संस्थागत समर्थन और नीति को मजबूत करना है।
    • यह जलवायु लचीलेपन के लिए विज्ञान-आधारित योजना को बढ़ावा देगा, डिजिटल डेटा लाइब्रेरी का समर्थन करेगा, किसानों को लचीली प्रौद्योगिकियों को अपनाने में मदद करेगा और कृषि-प्रसंस्करण और विपणन के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी को एकीकृत करेगा।
    • भारत के जलक्षेत्र प्रबंधन के लिए विश्व बैंक के समर्थन में स्थानिक डेटा प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाना, निर्णय समर्थन उपकरण और राज्यों और विश्व स्तर पर सीखे गए पाठों को साझा करने के लिए ज्ञान का आदान-प्रदान शामिल है।
    • इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (आईबीआरडी) की वित्तीय व्यवस्था कर्नाटक के लिए 60 मिलियन डॉलर, ओडिशा के लिए 49 मिलियन डॉलर और केंद्र सरकार के भूमि संसाधन विभाग के लिए 6 मिलियन डॉलर है।
    • ऋण की परिपक्वता अवधि 4.5 वर्ष की छूट अवधि के साथ 15 वर्ष है।
    • भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को वित्तीय वर्ष 2017-18 में वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) से बिना किसी अनुरोध के 8,800 करोड़ रुपये की पुनर्पूंजीकरण राशि प्राप्त हुई।
    • भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) ने संसद में प्रस्तुत वित्त वर्ष 2011 के लिए अनुपालन ऑडिट रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला।
    • डीएफएस ने पुनर्पूंजीकरण के साथ आगे बढ़ने से पहले अपने मानक अभ्यास के अनुसार एसबीआई की पूंजी आवश्यकताओं का आकलन नहीं किया।
    • एसबीआई की ओर से कोई मांग नहीं होने के बावजूद, देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (पीएसबी) के रूप में एसबीआई की स्थिति को देखते हुए, ऋण वृद्धि का समर्थन करने के आधार पर डीएफएस द्वारा पूंजी निवेश को उचित ठहराया गया था।
    • सीएजी की रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि पुनर्पूंजीकरण में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा निर्धारित पूंजी मानदंडों पर छूट शामिल है, जिससे 7,785.81 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश हुआ।
    • एक अलग उदाहरण में, डीएफएस ने 2019-20 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र में 831 करोड़ रुपये का निवेश किया, जो अप्रयुक्त निधि में 33 करोड़ रुपये की वापसी को रोकने के लिए बैंक के अनुरोधित 798 करोड़ रुपये से अधिक था।
    • पीएसबी के पुनर्पूंजीकरण के लिए सरकार के तर्क में ऋण वृद्धि का समर्थन करना, पीएसबी को नियामक पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करना सुनिश्चित करना, आरबीआई के त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई ढांचे के तहत अच्छा प्रदर्शन करने वाले बैंकों को सुधार करने में सहायता करना और बैंक समामेलन से संबंधित पूंजी आवश्यकताओं को संबोधित करना शामिल है।
    • ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) की एक रिपोर्ट के अनुसार, कच्चे तेल, कोयला, हीरे, रसायन और इलेक्ट्रॉनिक्स के आयात में वृद्धि के कारण इस वित्तीय वर्ष में भारत का व्यापारिक आयात 16% बढ़कर 710 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है।
    • जीटीआरआई रिपोर्ट में कमजोर वैश्विक मांग और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था पर मध्यम प्रभाव का अनुमान लगाया गया है।
    • छह उत्पाद श्रेणियां-पेट्रोलियम और कच्चा तेल; कोयला और कोक; हीरे और कीमती धातुएँ; रसायन, फार्मास्यूटिकल्स, रबर और प्लास्टिक; इलेक्ट्रॉनिक्स; और मशीनरी- भारत के कुल व्यापारिक आयात का 82% हिस्सा बनाते हैं।
    • इस वित्तीय वर्ष के लिए पेट्रोलियम आयात का अनुमानित मूल्य 210 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जिसमें कच्चा तेल, एलएनजी और एलपीजी शामिल है, पिछले वित्तीय वर्ष से कच्चे तेल का आयात 53% बढ़ गया है।
    • भारत के कच्चे तेल के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं में इराक (36 बिलियन अमेरिकी डॉलर), सऊदी अरब (31 बिलियन अमेरिकी डॉलर), रूस (21 बिलियन अमेरिकी डॉलर), संयुक्त अरब अमीरात (7 बिलियन अमेरिकी डॉलर) और अमेरिका (11.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर) शामिल हैं, जिनका आयात रूस से होता है। पिछले वर्ष से 850% अधिक।
    • वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कोक और कोयले का आयात 51 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
    • कोकिंग कोयले का आयात 20.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो सकता है, जो पिछले वर्ष से 87% अधिक है, और भाप कोयले का आयात 23.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो सकता है, जो पिछले वर्ष से 105% अधिक है।
    • इस वित्तीय वर्ष में हीरे का आयात 27.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है, जिसमें से अधिकांश का निर्यात भारत के लिए 24 बिलियन अमेरिकी डॉलर कमाने के लिए किया जा रहा है।
    • भारत के आयात में रसायन, फार्मास्यूटिकल्स, प्लास्टिक और रबर का योगदान 98.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर या 13.8% है, जिसमें एक महत्वपूर्ण हिस्सा सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री (एपीआई), उर्वरक और प्लास्टिक सहित कार्बनिक रसायनों का है।
    • भारत अपने एपीआई का 65-70% चीन से आयात करता है, जो स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए भारत के एपीआई उद्योग को पुनर्जीवित करने और संपूर्ण आपूर्ति श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।
    • मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार आयात 135 बिलियन अमेरिकी डॉलर या भारत के आयात का 20.4% है।
    • रिपोर्ट चीन, कोरिया और जापान जैसे देशों से उनकी अतिरिक्त क्षमताओं और यूरोपीय संघ के कार्बन सीमा करों के कारण स्टील, धातु, अयस्कों और खनिजों के सब्सिडी वाले आयात के खिलाफ चेतावनी देती है।
    • भारत के मुख्य आयात भागीदार चीन, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, सऊदी अरब, इराक, रूस, इंडोनेशिया, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया हैं, सबसे बड़ा व्यापार घाटा चीन के साथ 87.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है।
    • भारत को चीन का निर्यात मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी और कार्बनिक रसायनों में होता है, जिसमें प्लास्टिक, उर्वरक और चिकित्सा और वैज्ञानिक उपकरणों सहित अन्य महत्वपूर्ण आयात होते हैं।
    • उम्मीद है कि वाणिज्य मंत्रालय अप्रैल के मध्य तक 2022-23 वित्तीय वर्ष के लिए आधिकारिक निर्यात और आयात आंकड़े जारी करेगा।
    • डॉ. प्रवीर सिन्हा को 1 मई, 2023 से 30 अप्रैल, 2027 तक प्रभावी चार साल के नए कार्यकाल के लिए टाटा पावर कंपनी लिमिटेड के सीईओ और प्रबंध निदेशक के रूप में फिर से नियुक्त किया गया है।
    • उनकी पुनर्नियुक्ति को कंपनी के सदस्यों से मंजूरी मिलनी बाकी है।
    • बिजली क्षेत्र में लगभग चार दशकों के अनुभव के साथ, डॉ. सिन्हा ने बिजली क्षेत्र की मूल्य श्रृंखला में कई नेतृत्वकारी भूमिकाएँ निभाई हैं।
    • उन्होंने टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के सफल बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, अन्य वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) और विकासशील देशों के लिए एक मॉडल परिचालन प्रणाली बनाने के लिए तकनीकी और सामाजिक हस्तक्षेप का उपयोग किया।
    • वर्तमान में, डॉ. सिन्हा टाटा पावर को एक टिकाऊ, प्रौद्योगिकी-केंद्रित, ग्राहक-केंद्रित हरित ऊर्जा समाधान प्रदाता में बदलने का नेतृत्व कर रहे हैं।
    • उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा नवाचारों के लिए भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय इनक्यूबेटर की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी भागीदारों और संस्थानों दोनों के साथ कई साझेदारियाँ स्थापित की हैं।
    • डॉ. सिन्हा सीआईआई पश्चिमी क्षेत्र परिषद के अध्यक्ष का पद संभालते हैं और बिजली पर सीआईआई राष्ट्रीय समिति के सह-अध्यक्ष हैं।
    • वह बिजनेस लॉ में मास्टर डिग्री के साथ एक योग्य इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने अपनी पीएच.डी. अर्जित की है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली से।
    • डॉ. सिन्हा अमेरिका के बोस्टन में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में विजिटिंग रिसर्च एसोसिएट भी हैं।
    • सीईओ और प्रबंध निदेशक के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल उनके नए कार्यकाल की शुरुआत से पहले 30 अप्रैल, 2023 को समाप्त होगा।
    • वॉल्ट डिज़नी कंपनी इंडिया के स्वामित्व वाली स्टार स्पोर्ट्स ने बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह को अपना ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है।
    • रणवीर सिंह स्टार स्पोर्ट्स से जुड़ने वाले पहले अभिनेता हैं, जो खेल और मनोरंजन के बीच बढ़ते संबंध का प्रतीक है।
    • ब्रांड एंबेसडर के रूप में, सिंह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सीज़न के लिए ‘सूत्रधार’ (कथावाचक) के रूप में काम करेंगे, जिसे 31 मार्च से शुरू होने वाली “अतुल्य लीग” कहा जाएगा, और लीग के लिए सामग्री बनाने में मदद करेंगे।
    • साझेदारी का उद्देश्य सिंह की व्यापक लोकप्रियता और खेल के प्रति जुनून का उपयोग व्यापक दर्शक वर्ग के साथ जुड़ने के लिए करना है, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने अभी तक खेल के साथ गहरा संबंध स्थापित नहीं किया है।
    • रणवीर सिंह ने स्टार स्पोर्ट्स में शामिल होने के बारे में अपना उत्साह व्यक्त किया, भारत में खेलों को देखने और उपभोग करने के तरीके को नया रूप देने में चैनल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला, और चैनल पर प्रतिष्ठित खेल क्षणों को देखने के साथ अपने व्यक्तिगत संबंध को साझा किया।
    • डिज़्नी स्टार के खेल प्रमुख संजोग गुप्ता ने भारत में खेल को एक व्यापक आंदोलन में बदलने के लिए निरंतर प्रशंसकों की आवश्यकता पर जोर दिया और उनका मानना ​​है कि सिंह की भागीदारी नए दर्शकों को खेल की ओर आकर्षित कर सकती है, जिसमें कम नियमित या गैर-क्रिकेट दर्शक भी शामिल हैं।
    • सिंह नेटवर्क पर अन्य प्रमुख खेल आयोजनों, जैसे विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल, प्रीमियर लीग, प्रो कबड्डी, एशिया कप और आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के अभियानों में भी शामिल होंगे।
    • हाल ही में, क्रोल के ‘सेलिब्रिटी ब्रांड वैल्यूएशन’ अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार, रणवीर सिंह ने $181.7 मिलियन के ब्रांड मूल्य के साथ, 2022 में विज्ञापन के लिए सबसे मूल्यवान सेलिब्रिटी के रूप में विराट कोहली को पीछे छोड़ दिया।
    • विराट कोहली, जिनकी ब्रांड वैल्यू पहले शीर्ष पर थी, पिछले दो वर्षों में गिरावट देखी गई है, जो भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम की कप्तानी से उनके इस्तीफे के कारण चिह्नित है, उनकी वैल्यू 2020 में 237.7 मिलियन डॉलर से घटकर 179.6 मिलियन डॉलर हो गई है।
    • प्लेटफॉर्म हासिल करने के पांच महीने बाद, एलोन मस्क पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को पछाड़कर ट्विटर पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले अकाउंट बन गए हैं।
    • गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, साइट के 44 बिलियन डॉलर के अधिग्रहण के बाद से ट्विटर पर मस्क के फॉलोअर्स की संख्या 133 मिलियन से अधिक हो गई है।
    • 51 साल के बराक ओबामा 2020 के बाद से ट्विटर पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले अकाउंट के मामले में पिछले रिकॉर्ड धारक थे।
    • गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर के लगभग 450 मिलियन मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं में से लगभग 30% मस्क का अनुसरण करते हैं।
    • सोशल ब्लेड डेटा से पता चलता है कि पिछले 30 दिनों में बराक ओबामा और कनाडाई गायक जस्टिन बीबर ने क्रमशः 268,585 और 118,950 से अधिक फॉलोअर्स खो दिए हैं।
    • गुरुवार तक मस्क के ट्विटर पर 133,084,560 फॉलोअर्स थे, जो ओबामा के 133,041,813 फॉलोअर्स से थोड़ा अधिक है।
    • मस्क ने कानूनी सीमाओं के भीतर न्यूनतम सेंसरशिप का वादा करते हुए ट्विटर को अधिक मुक्त संचार के लिए एक मंच के रूप में बढ़ावा दिया है।
    • ट्विटर ने घोषणा की कि 1 अप्रैल से, ‘ब्लू टिक’ सत्यापन कुछ व्यक्तिगत खातों से हटा दिया जाएगा और केवल भुगतान करने वाले ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगा।
    • फोर्ब्स की रियल-टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के अनुसार, एलोन मस्क की कुल संपत्ति वर्तमान में 190 बिलियन डॉलर है, जो उन्हें दुनिया के सबसे अमीर आदमी के रूप में एलवीएमएच के मालिक बर्नार्ड अरनॉल्ट के बाद दूसरे स्थान पर रखती है।
    • सुमिल विकमसे को 1 अप्रैल, 2023 से हिताची पेमेंट सर्विसेज का नया प्रबंध निदेशक (एमडी) नियुक्त किया गया है।
    • एमडी के रूप में अपनी नई भूमिका के अलावा, विकमसे कैश बिजनेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में अपनी जिम्मेदारियां जारी रखेंगे और उन्हें कंपनी के बोर्ड में शामिल किया जाएगा।
    • यह नियुक्ति पिछले एमडी रुस्तम ईरानी की सेवानिवृत्ति के बाद हुई है, जो सलाहकार के रूप में कंपनी से जुड़े रहेंगे।
    • रुस्तम ईरानी 2011 से हिताची पेमेंट सर्विसेज में एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं, जो एमडी और सीईओ सहित विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं।
    • सुमिल विकमसे 2010 की शुरुआत में हिताची पेमेंट्स में शामिल हुए और उन्होंने वित्त, रणनीति और विकास, एनालिटिक्स, व्हाइट लेबल एटीएम कार्यक्रम और अन्य व्यावसायिक क्षेत्रों जैसे विभिन्न कार्यों में कंपनी के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
    • कंपनी विकमसे के अनुभव और कौशल को हिताची पेमेंट्स की सफलता और भुगतान उद्योग में अग्रणी के रूप में उसकी स्थिति के लिए महत्वपूर्ण मानती है।
    • हिताची पेमेंट सर्विसेज के उपाध्यक्ष लोनी एंटनी ने कंपनी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका और कैश बिजनेस में उनके नेतृत्व के लिए विकमसे की प्रशंसा की, उनके जन-केंद्रित दृष्टिकोण और भुगतान क्षेत्र के गहन ज्ञान पर प्रकाश डाला।
    • मोटरसाइकिल और स्कूटर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने 1 मई, 2023 से निरंजन गुप्ता को अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है।
    • निरंजन गुप्ता को हीरो मोटोकॉर्प में मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ), प्रमुख – रणनीति और एम एंड ए के रूप में उनकी भूमिका से पदोन्नत किया गया था।
    • डॉ. पवन मुंजाल बोर्ड में कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्णकालिक निदेशक के रूप में अपनी भूमिका जारी रखेंगे।
    • निरंजन गुप्ता ने अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान हीरो मोटोकॉर्प के वित्तीय स्वास्थ्य और रणनीतिक साझेदारी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसमें हार्ले डेविडसन और ज़ीरो मोटरसाइकिल के साथ सहयोग शामिल है।
    • 25 वर्षों से अधिक के अनुभव के साथ, गुप्ता के पास उपभोक्ता वस्तुओं, धातु और खनन और ऑटोमोबाइल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में वित्त, विलय और अधिग्रहण, आपूर्ति श्रृंखला और रणनीति में विविध पृष्ठभूमि है।
    • गुप्ता अपने व्यापक नेतृत्व अनुभव को प्रदर्शित करते हुए एथर एनर्जी, एचएमसी एमएम ऑटो प्राइवेट लिमिटेड और एचएमसीएल कोलंबिया में निदेशक पदों पर भी हैं।
    • हीरो मोटोकॉर्प में शामिल होने से पहले, निरंजन गुप्ता ने विभिन्न वैश्विक भूमिकाओं में वेदांता लिमिटेड में तीन साल और यूनिलीवर में 20 साल बिताए।
    • डॉ. पवन मुंजाल ने गुप्ता की उनके व्यावसायिक कौशल, हीरो मोटोकॉर्प के विकास को परिभाषित करने में भूमिका और कंपनी के मजबूत नकदी प्रवाह और पूंजी आवंटन में योगदान के लिए प्रशंसा की।
    • सीईओ के रूप में गुप्ता की नियुक्ति को हीरो मोटोकॉर्प की प्रभावी उत्तराधिकार योजना और कंपनी के भविष्य के विकास और हितधारक मूल्य में उनके अपेक्षित योगदान के प्रमाण के रूप में रेखांकित किया गया है।
    • अपनी नियुक्ति पर, गुप्ता ने हीरो मोटोकॉर्प का नेतृत्व करने, वैश्विक विस्तार की योजनाओं, प्रीमियम सेगमेंट में प्रवेश करने और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए उत्साह व्यक्त किया।
    • निरंजन गुप्ता हीरो मोटोकॉर्प के बाजार नेतृत्व को और मजबूत करने और ग्राहक संतुष्टि और शेयरधारक मूल्य को बढ़ाने के लिए कंपनी के विजन, मिशन और मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
    • गुप्ता ने हीरो मोटोकॉर्प का नेतृत्व करने के अवसर के लिए आभार व्यक्त किया, कंपनी की उत्साही टीम और “मोबिलिटी का भविष्य बनें” के दृष्टिकोण को स्वीकार किया।
    • हीरो मोटोकॉर्प ने घोषणा की कि जल्द ही एक नया सीएफओ नियुक्त किया जाएगा।

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    • जयपुर में दुनिया के तीसरे और भारत के दूसरे सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के लिए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) और वेदांता के हिंदुस्तान जिंक (एचजेडएल) के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाने की तैयारी है।
    • राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित इन्वेस्ट राजस्थान समिट 2022 के हिस्से के रूप में, राजस्थान दिवस पर आरसीए अकादमी में एमओयू हस्ताक्षर समारोह होने वाला है।
    • वेदांता समूह के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने पहले शिखर सम्मेलन के दौरान अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम परियोजना के लिए सहयोग की घोषणा की थी।
    • एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले गणमान्य व्यक्तियों में सीपी जोशी (अध्यक्ष, राजस्थान विधानसभा और मुख्य संरक्षक, आरसीए), वैभव गहलोत (आरसीए अध्यक्ष), प्रिया अग्रवाल हैबर (अध्यक्ष, एचजेडएल, और निदेशक, वेदांता लिमिटेड), अरुण मिश्रा (सीईओ) शामिल हैं। एचजेडएल), और रितु झिंगोन (निदेशक ग्रुप कम्युनिकेशन, वेदांता लिमिटेड)।
    • एमओयू के बाद स्टेडियम का नाम “अनिल अग्रवाल इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, जयपुर” रखा जाएगा।
    • राजस्थान सरकार ने स्टेडियम के लिए गांव चौप, दिल्ली रोड, जयपुर में 100 एकड़ जमीन आवंटित की है, जिसका निर्माण कार्य पहले से ही चल रहा है।
    • स्टेडियम में 75,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता होगी, जिससे यह भारत के क्रिकेट बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।
    • परियोजना दो चरणों में पूरी की जाएगी, पहला चरण अभी प्रगति पर है, जिसका लक्ष्य 40,000 सीटों वाला विश्व स्तरीय स्टेडियम बनाने का लक्ष्य है, जिसकी लागत रु. 400 करोड़. एचजेडएल रुपये का योगदान देगा। 300 करोड़, और आरसीए शेष रुपये को कवर करेगा। 100 करोड़.
    • स्टेडियम में 11 क्रिकेट पिच, 2 अभ्यास मैदान, एक क्रिकेट अकादमी, छात्रावास सुविधाएं, पार्किंग, एक स्पोर्ट्स क्लब, एक होटल और एक जिम सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं होंगी।
    • पहला चरण पूरा होने पर इस महत्वाकांक्षी परियोजना का दूसरा चरण अगले साल शुरू होने की उम्मीद है।
    • चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने बेसल के सेंट जैकबशाले मैदान में चीन के टैन कियांग और रेन जियांग यू को हराकर स्विस ओपन 2023 पुरुष युगल खिताब जीता।
    • विश्व स्तर पर छठे स्थान पर मौजूद भारतीय जोड़ी ने 21-19, 24-22 के स्कोर के साथ दुनिया की 21वें नंबर की चीनी जोड़ी पर जीत के साथ 2023 सीज़न का अपना पहला खिताब जीता।
    • चीनी टीम की मजबूत रक्षा के बावजूद, जिसमें उल्लेखनीय 47-शॉट रैली भी शामिल थी, शेट्टी और रंकीरेड्डी ने BWF सुपर 300 फाइनल में पहला गेम हासिल किया।
    • यह हार स्विस ओपन 2023 में टैन कियांग और रेन जियांग यू के लिए पहली गेम हार है।
    • दूसरे गेम में कड़ा मुकाबला देखने को मिला जब तक स्कोर 11-11 से बराबर नहीं था, जिसके बाद शेट्टी के स्मैश और रंकीरेड्डी के सामरिक खेल ने भारतीय टीम को थोड़ी बढ़त दिला दी।
    • चीनी जोड़ी ने चार मैच प्वाइंट बचाकर वापसी की कोशिश की, लेकिन अंततः शेट्टी और रैंकीरेड्डी 54 मिनट में विजयी रहे।
    • इससे पहले भारतीय जोड़ी का आखिरी BWF खिताब फ्रेंच ओपन 2022 BWF सुपर 750 टूर्नामेंट था।
    • चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी अगले सप्ताह मैड्रिड में स्पेन मास्टर्स बीडब्ल्यूएफ सुपर 300 में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं।
    • पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने हत्या के एक मामले से संबंधित जमानत मामले में सहायता के लिए एआई चैटबॉट ChatGPT से परामर्श किया।
    • अपराध में शामिल क्रूरता के कारण अदालत ने आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर दी, लेकिन अदालत ने मुकदमे को शीघ्र पूरा करने का आदेश दिया।
    • उच्च न्यायालय ने स्पष्ट किया कि चैटजीपीटी का कोई भी संदर्भ मामले की योग्यता पर एक राय नहीं है, न ही इसे ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही को प्रभावित करना चाहिए।
    • चैटजीपीटी के इस उपयोग का उद्देश्य जमानत न्यायशास्त्र की व्यापक समझ प्रदान करना है, खासकर जहां क्रूरता एक महत्वपूर्ण कारक है।
    • न्यायमूर्ति अनूप चितकारा ने लुधियाना के जसविंदर सिंह उर्फ जस्सी द्वारा दायर जमानत याचिका की सुनवाई की अध्यक्षता की, जिस पर क्रूर हमले के कारण मौत का आरोप था।
    • मारपीट का मामला लुधियाना के शिमलापुरी पुलिस कमिश्नरेट में दर्ज किया गया था.
    • अदालती कार्यवाही के दौरान आरोपी को तीन अन्य आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया।
    • याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि परीक्षण से पहले कैद करने से उसे और उसके परिवार को अपूरणीय क्षति होगी।
    • राज्य के वकील ने आरोपी के आपराधिक इतिहास और भविष्य में अपराध की संभावना का हवाला देते हुए जमानत का विरोध किया।
    • अदालत ने कहा कि क्रूरता, खासकर जब मौत की ओर ले जाती है, जमानत के फैसलों में एक महत्वपूर्ण कारक है, जो प्रत्यक्ष पीड़ितों और समुदाय दोनों को प्रणालीगत रूप से प्रभावित करती है।
    • क्रूरता से जुड़े मामलों में जमानत मानदंडों पर वैश्विक परिप्रेक्ष्य इकट्ठा करने के लिए, अदालत ने चैटजीपीटी ओपन एआई से जानकारी मांगी।
    • चैटजीपीटी ने जवाब दिया कि जमानत के फैसले मामले की बारीकियों, क्षेत्राधिकार कानूनों और अपराध की गंभीरता, प्रतिवादी के आपराधिक इतिहास और सबूत की ताकत जैसे कारकों पर निर्भर करते हैं। इसमें निर्दोषता की धारणा और जमानत की संभावना पर जोर दिया गया जब तक कि इसे अस्वीकार करने के लिए बाध्यकारी कारण मौजूद न हों।
    • अंततः, पीठ ने जमानत याचिका खारिज करने का फैसला किया, लेकिन ट्रायल कोर्ट को अपने अंतिम निर्णय में चैटजीपीटी की प्रतिक्रिया का सीधे संदर्भ दिए बिना, 31 जुलाई तक मुकदमा समाप्त करने का निर्देश दिया।

    स्विट्जरलैंड के जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 52वें सत्र के दौरान “युद्ध और महिलाएं” नामक पुस्तक का विमोचन किया गया। लेखक, डॉ एम ए हसन ने पुस्तक प्रस्तुत की, जो 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई यौन हिंसा की शिकार बंगाली महिलाओं की पीड़ा पर प्रकाश डालती है। यह कार्यक्रम यूरोप में बांग्लादेश स्वतंत्रता सेनानी संसद द्वारा आयोजित किया गया था और इसे इस मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण माना गया था।

    अभिनेत्री और भारतीय सेंसर बोर्ड की सदस्य वाणी त्रिपाठी टीकू ने बच्चों के लिए अपनी पहली किताब “व्हाई कैन्ट एलिफेंट्स बी रेड??” नियोगी बुक्स द्वारा प्रकाशित। यह किताब अक्कू नाम की ढाई साल की लड़की के बारे में है जो कल्पनाशील, साहसी है और गुड़गांव और सिंगापुर में पली-बढ़ी है।

    इसे भी पढ़े: Current Affairs 30 March 2024 – अर्नब बनर्जी ATMA के नए अध्यक्ष नियुक्त, बैंक ऑफ इंडिया पर 564 करोड़ का जुर्माना इत्यादि

    विश्व बैकअप दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम है जो डेटा बैकअप और सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 31 मार्च को होता है। यह दिन व्यक्तियों और संगठनों को अपने डेटा की सुरक्षा के लिए सक्रिय कदम उठाने और हार्डवेयर विफलता, साइबर हमले या अन्य अप्रत्याशित घटनाओं के कारण महत्वपूर्ण जानकारी के नुकसान को रोकने के लिए प्रोत्साहित करता है। विश्व बैकअप दिवस पहली बार 31 मार्च, 2011 को इस्माइल जादुन नामक एक डिजिटल रणनीति और परामर्श फर्म की पहल के रूप में मनाया गया था। लक्ष्य डेटा बैकअप और सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और व्यक्तियों और संगठनों को अपने डेटा की सुरक्षा के लिए सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करना था।

    ट्रांसजेंडर डे ऑफ विजिबिलिटी एक वार्षिक अवकाश है जो 31 मार्च को ट्रांसजेंडर लोगों की उपलब्धियों और योगदान का जश्न मनाने के साथ-साथ दुनिया भर में ट्रांसजेंडर समुदाय द्वारा सामना किए जाने वाले भेदभाव और हिंसा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। ट्रांसजेंडर डे ऑफ विजिबिलिटी लैंगिक पहचान और अभिव्यक्तियों की विविधता का जश्न मनाने और ट्रांसजेंडर समुदाय की समझ और स्वीकृति को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

    अंतर्राष्ट्रीय ड्रग चेकिंग दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम है जो 2017 से 31 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को दवाओं और उनके प्रभावों के बारे में शिक्षित करना और नशीली दवाओं के उपयोग से जुड़े जोखिमों को कम करने के लिए नुकसान कम करने की पहल को बढ़ावा देना है। इसका मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में दवा जांच सेवाओं और संगठनों की उपलब्धता के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना है। यह दिन नशीली दवाओं से संबंधित नुकसान कम करने के कार्यों के महत्व पर जोर देता है और इसका उद्देश्य नशीली दवाओं से संबंधित जोखिमों को कम करना है।

    सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बातें:

    विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना: 7 अप्रैल 1948;

    विश्व स्वास्थ्य संगठन मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड;

    विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख: डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस।

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    Current Affairs 30 March 2024 – अर्नब बनर्जी ATMA के नए अध्यक्ष नियुक्त, बैंक ऑफ इंडिया पर 564 करोड़ का जुर्माना इत्यादि

    Current Affairs 30 March 2024

    Current Affairs 30 March 2024: 30 मार्च, 2024 के प्रमुख करेंट अफेयर्स के बारे में जानें, जिसमें दुनिया भर की महत्वपूर्ण झलकियाँ शामिल हैं। यह लेख दुबई के मैडम तुसाद में तेलुगु सिनेमा के स्टार अल्लू अर्जुन की मोम की प्रतिमा के अनावरण को सामने लाता है, जो अभिनेता के करियर में एक प्रतिष्ठित क्षण और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय सिनेमा के प्रतिनिधित्व का प्रतीक है।

    इसमें अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस के पालन को भी शामिल किया गया है, जिसमें महत्वपूर्ण पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ाने और टिकाऊ उपभोग और उत्पादन पैटर्न को बढ़ावा देने की वैश्विक प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, हम आपको माइक्रोसॉफ्ट के नवीनतम विकासों के बारे में बताते हैं, जिससे आपको नवाचार और कॉर्पोरेट बदलावों में तकनीकी दिग्गजों की प्रगति के बारे में जानकारी मिलती रहती है। आज की महत्वपूर्ण घटनाओं की हमारी व्यापक कवरेज से अवगत रहें।

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    आइए आज के ऐसे ही प्रमुख करेंट अफेयर्स पर नजर डालते हैं, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए अहम हैं।

    • अर्नब बनर्जी की नई भूमिका: अर्नब बनर्जी को भारत के ऑटोमोटिव टायर सेक्टर के प्राथमिक उद्योग समूह, ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ATMA) के नए अध्यक्ष के रूप में चुना गया है।
    • CEAT में पिछले पद: CEAT लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ बनने से पहले, बनर्जी ने 2018 से कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी के रूप में कार्य किया। वह शुरुआत में 2005 में उपाध्यक्ष-बिक्री और विपणन के रूप में CEAT में शामिल हुए।
    • शैक्षिक पृष्ठभूमि: अर्नब बनर्जी हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) कोलकाता और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर के पूर्व छात्र हैं। इसके अतिरिक्त, उनके पास एसोसिएट सर्टिफाइड कोच (ACC) प्रमाणन है।
    • एटीएमए के बारे में: ATMA 1975 में स्थापित, ATMA भारत के सबसे सक्रिय राष्ट्रीय उद्योग निकायों में से एक है, जो ₹90,000 करोड़ (लगभग $11 बिलियन) ऑटोमोटिव टायर उद्योग का प्रतिनिधित्व करता है।
    • सदस्यता और प्रतिनिधित्व: ATMA में आठ बड़ी टायर कंपनियां शामिल हैं, जिनमें भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का मिश्रण शामिल है, जो भारत में 90% से अधिक टायर उत्पादन के लिए जिम्मेदार हैं।
    • ATMA सदस्य कंपनियां: सदस्यों में अपोलो टायर्स, ब्रिजस्टोन इंडिया, सिएट, कॉन्टिनेंटल इंडिया, गुडइयर इंडिया, जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज, एमआरएफ और टीवीएस टायर्स शामिल हैं।
    • नेतृत्व परिवर्तन: पवन दावुलुरी को माइक्रोसॉफ्ट की संयुक्त विंडोज़ और सरफेस टीमों के नए प्रमुख के रूप में नामित किया गया है, जो अमेज़ॅन में उनके जाने के बाद पैनोस पानाय की जगह लेंगे।
    • दावुलुरी की पृष्ठभूमि: 23 साल के माइक्रोसॉफ्ट के अनुभवी दावुलुरी को विंडोज क्लाइंट और क्लाउड अनुभवों और सरफेस हार्डवेयर विकास की देखरेख का काम सौंपा गया है।
    • तत्काल पूर्ववर्ती: उन्होंने मिखाइल पारखिन का स्थान लिया, जिन्होंने माइक्रोसॉफ्ट के बाहर नई भूमिकाएँ तलाशने से पहले विंडोज़ और वेब अनुभव समूह का नेतृत्व किया था।
    • एकीकृत नेतृत्व: यह पुनर्गठन पहली बार दर्शाता है कि पनाय के बाहर निकलने के बाद माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम और उपकरणों के प्रयास एक नेता के अधीन हैं, जिसका लक्ष्य एआई युग में एक समग्र दृष्टिकोण है जैसा कि माइक्रोसॉफ्ट के राजेश झा ने नोट किया है।
    • शैक्षिक योग्यता: दावुलुरी के पास आईआईटी मद्रास और मैरीलैंड विश्वविद्यालय से डिग्री है और उन्होंने पीसी, एक्सबॉक्स, सरफेस और विंडोज टीमों सहित माइक्रोसॉफ्ट के भीतर विभिन्न नेतृत्व क्षमताओं में काम किया है।
    • हालिया फोकस: उनके हालिया काम में विंडोज और सिलिकॉन और सिस्टम इंटीग्रेशन के कॉर्पोरेट उपाध्यक्ष के रूप में आर्म-आधारित प्रोसेसर के लिए विंडोज को अनुकूलित करना शामिल है।
    • रणनीतिक पुनर्गठन: शेक-अप विंडोज समूह और माइक्रोसॉफ्ट की एआई टीम के बीच घनिष्ठ सहयोग की सुविधा प्रदान करता है, जिसका नेतृत्व अब डीपमाइंड के सह-संस्थापक मुस्तफा सुलेमान कर रहे हैं, जो उपभोक्ता एआई पहल पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
    • एआई पहल: यह कदम सीईओ सत्या नडेला के नेतृत्व में एआई पर माइक्रोसॉफ्ट के गहन फोकस का हिस्सा है, जिसमें इन्फ्लेक्शन एआई से प्रतिभा का अधिग्रहण और मुख्य एआई वैज्ञानिक के रूप में कैरेन सिमोनियन की नियुक्ति शामिल है।
    • दावुलुरी की चुनौतियाँ और उपलब्धियाँ: विंडोज़ पीसी के लिए आर्म चिप अपनाने को बढ़ावा देने जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का नेतृत्व करने के इतिहास के साथ, दावुलुरी का लक्ष्य अब विंडोज़ को एआई-संचालित भविष्य की ओर मार्गदर्शन करना है।
    • शीर्ष बीमा पदों पर रिक्तियां: एस त्रिपाठी फरवरी में सेवानिवृत्त हो गए, जिससे यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस में सीएमडी का पद खाली हो गया। अप्रैल के अंत में नीरजा कपूर की आगामी सेवानिवृत्ति से न्यू इंडिया एश्योरेंस में शीर्ष पद खाली हो जाएगा।
    • एफएसआईबी चयन: वित्तीय सेवा संस्थान ब्यूरो (एफएसआईबी) ने कृषि बीमा कंपनी (एआईसी) के अध्यक्ष और एमडी गिरिजा सुब्रमण्यम और एआईसी महाप्रबंधक भूपेश सुशील राहुल को क्रमशः न्यू इंडिया एश्योरेंस और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के लिए अगले सीएमडी के रूप में चुना।
    • कार्यकारी निदेशकों का चयन: पहली बार, एफएसआईबी ने दो दिनों में आभासी साक्षात्कार आयोजित करने के बाद पीएसयू सामान्य बीमाकर्ताओं के लिए नौ कार्यकारी निदेशकों का चयन किया।
    • अनुमोदन प्रक्रिया: चयनित नामों को वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) को भेजा जाएगा, जो उन्हें अंतिम मंजूरी के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति के पास भेजेगा। यह प्रक्रिया आम तौर पर दो महीने से अधिक समय तक चलती है, संभवतः आगामी चुनावों और प्रधान मंत्री की अभियान प्रतिबद्धताओं के कारण इसमें अधिक समय लग सकता है।
    • चयनित कार्यकारी निदेशक: चुने गए नौ कार्यकारी निदेशक ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी के लिए रश्मि बाजपेयी और अमित मिश्रा हैं; जीआईसी रे के लिए एचजे जोशी और राधिका सीएस; नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के लिए टी. बाबू पॉल और सीजी प्रसाद; यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के लिए सुनीता गुप्ता और पीसी गोठवाल; और एआईसीआईएल के लिए दशरथी सिंह।
    • ईडी पदों के लिए उम्मीदवार: सेक्टर के कुल 25 महाप्रबंधकों ने नौ कार्यकारी निदेशक पदों के लिए प्रतिस्पर्धा की।
    • सीएमडी शॉर्टलिस्ट: दो सीएमडी पदों के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए छह महाप्रबंधकों में राहुल, हितेश जोशी, जयश्री बाला, जीआईसी रे से वी बालकृष्ण और ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी से सुनीता गुप्ता और रेखा सोलंकी शामिल हैं।
    • उल्लेखनीय चयन प्रक्रिया: यह पहला उदाहरण है जहां एक पीएसयू इकाई के एक सेवारत सीएमडी ने किसी अन्य पीएसयू बीमाकर्ता के सीएमडी पद के लिए चयन प्रक्रिया में भाग लिया, जो पिछली प्रथाओं से हटकर है जहां एसीसी के साथ डीएफएस के कार्यकारी आदेशों द्वारा ऐसे परिवर्तन किए गए थे। अनुमोदन।
    • साझेदारी गठन: भारत के अग्रणी अंतरिक्ष संघ एसआईए-इंडिया और ब्राजील के प्रमुख उपग्रह संचार संघ एबीआरएएसएटी ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) के माध्यम से साझेदारी में प्रवेश किया है।
    • उद्देश्य: सहयोग का उद्देश्य उपग्रह संचार, रॉकेट लॉन्च, पेलोड विकास और ग्राउंड इंस्ट्रूमेंटेशन पर ध्यान केंद्रित करते हुए दोनों देशों के अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग और प्रगति को बढ़ावा देना है।
    • आपसी प्रतिबद्धता: एमओयू अंतरिक्ष में रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने, नवीन परियोजनाओं और तकनीकी सहयोग की नींव रखने के लिए एक आपसी समझौते का प्रतिनिधित्व करता है।
    • व्यापार विस्तार: इस साझेदारी से भारत और ब्राजील के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार वृद्धि और आपसी सहयोग को सक्षम बनाने की उम्मीद है।
    • दीर्घकालिक गठबंधन: एसआईए-भारत के अध्यक्ष डॉ. सुब्बा राव पावुलुरी ने उपग्रह संचार में गहन सहयोग की क्षमता पर जोर देते हुए भारत और ब्राजील के बीच सहयोग के लंबे इतिहास पर प्रकाश डाला।
    • अंतरिक्ष सहयोग का इतिहास: ABRASAT के अध्यक्ष माउरो वाजनबर्ग ने दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष सहयोग के सफल इतिहास का उल्लेख किया, जैसे कि अमेज़ोनिया 1 उपग्रह का प्रक्षेपण, एमओयू को संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा।
    • भारत की एफडीआई नीति: एसआईए-इंडिया के महानिदेशक अनिल प्रकाश ने रोजगार सृजन, तकनीकी उन्नति और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के रूप में अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की 100 प्रतिशत एफडीआई नीति की सराहना की।
    • ब्राज़ीलियाई सरकार की नीतियां: ABRASAT में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विकास के प्रमुख फैबियो एलेन्कर ने डिजिटल समावेशन और उपग्रह प्रौद्योगिकी में ब्राजील की सफल नीतियों पर प्रकाश डाला, जिससे उपग्रह सेवा विकास के लिए अनुकूल वातावरण तैयार हुआ।
    • वाणिज्यिक अवसर: समझौता ज्ञापन भारत और ब्राजील के बढ़ते अंतरिक्ष क्षेत्रों में नए बाजार की गतिशीलता, बुनियादी ढांचे के विकास और निजी निवेश का पता लगाने के लिए तैयार है, जो उद्योग के खिलाड़ियों के लिए विशाल वाणिज्यिक अवसर प्रदान करता है।
    • रणनीतिक सहयोग: भारतीय प्रबंधन संस्थान मुंबई (आईआईएम मुंबई) ने भारत में एएसडी उद्योग को बढ़ाने के लिए यूरोपीय एयरोस्पेस, नई अंतरिक्ष और रक्षा (एएसडी) त्वरक, स्टारबर्स्ट के साथ एक रणनीतिक साझेदारी बनाई है।
    • साझेदारी का उद्देश्य: इस सहयोग का उद्देश्य आईआईएम मुंबई के आसपास केंद्रित एक एएसडी पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना है, जो देश भर में एएसडी स्टार्टअप को आवश्यक सहायता और संसाधन प्रदान करता है।
    • महत्व: साझेदारी तब उभरी है जब भारत में एएसडी क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिसमें अप्रैल से दिसंबर 2023 तक अंतरिक्ष स्टार्टअप में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया है, जो इस क्षेत्र के परिवर्तन और विस्तार को उजागर करता है।
    • आधिकारिक साझेदारी घोषणा: औपचारिक समझौते की घोषणा 26 मार्च, 2024 को आईआईएम मुंबई में एक हस्ताक्षर समारोह के दौरान की गई, जिसमें आईआईएम मुंबई के निदेशक प्रोफेसर मनोज के तिवारी और स्टारबर्स्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले फ्रेंकोइस चोपार्ड शामिल थे।
    • उल्लेखनीय उपस्थित: इस कार्यक्रम में रक्षा व्यवसाय के अध्यक्ष, कल्याणी समूह और एसआईडीएम के अध्यक्ष राजिंदर भाटिया और गोदरेज एंड बॉयस के कार्यकारी निदेशक और सीईओ अनिल वर्मा जैसी महत्वपूर्ण हस्तियों ने भाग लिया।
    • उद्देश्य और लाभ: प्रोफेसर मनोज के तिवारी ने भारत में बढ़ते एएसडी स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र का पोषण और समर्थन करने के लिए साझेदारी के लक्ष्य पर प्रकाश डाला, जिससे एएसडी उद्योग पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए स्टार्टअप को सशक्त बनाने के लिए दोनों संस्थानों की विशेषज्ञता का लाभ उठाया जा सके।
    • स्टारबर्स्ट का योगदान: अपने वैश्विक नेटवर्क और गहन उद्योग ज्ञान के साथ, स्टारबर्स्ट सहयोग में मूल्यवान अनुभव लाता है, जिसका लक्ष्य भारत के एयरोस्पेस, नए अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्रों में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना है।
    • अपेक्षित परिणाम: इस साझेदारी के माध्यम से, भारत में एएसडी स्टार्टअप को मेंटरशिप, फंडिंग के अवसरों और अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क तक पहुंच प्राप्त होगी, जिसका लक्ष्य उनके विकास को उत्प्रेरित करना और एएसडी उद्योग में उनके योगदान को बढ़ाना है।
    • जुर्माना लगाया गया: आयकर विभाग ने बैंक ऑफ इंडिया पर 564.44 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है, जैसा कि सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता ने खुलासा किया है।
    • अपील प्रक्रिया: बैंक ऑफ इंडिया इस आदेश के खिलाफ आयकर आयुक्त, नेशनल फेसलेस अपील सेंटर (एनएफएसी) में अपील दायर करने की प्रक्रिया में है।
    • जुर्माने का कारण: बैंक की नियामक फाइलिंग के अनुसार, आकलन वर्ष 2018-19 से संबंधित जुर्माना, आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 270 ए के तहत विभिन्न अस्वीकृतियों के लिए लगाया गया था।
    • बैंक की स्थिति: बैंक ऑफ इंडिया अपील के लिए अपने तथ्यात्मक और कानूनी आधारों को लेकर आश्वस्त है, और अपीलीय प्राधिकारियों के उदाहरणों और आदेशों का हवाला देता है जो उसके रुख का समर्थन करते हैं।
    • वित्तीय प्रभाव: बैंक को उम्मीद है कि मांग कम हो जाएगी और दावा करता है कि इस मुद्दे का उसकी वित्तीय, परिचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
    • स्टॉक प्रदर्शन: इस घोषणा के बाद, बैंक ऑफ इंडिया के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर पिछले बंद से 3.79% की वृद्धि के साथ 137 रुपये पर बंद हुए।
    • राजकोषीय खरीद मील का पत्थर: विभिन्न मंत्रालयों और विभागों द्वारा खरीद में वृद्धि के कारण इस वित्तीय वर्ष के अंत तक सरकार के GeM पोर्टल से खरीद 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है।
    • GeM पोर्टल लॉन्च: केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों द्वारा ऑनलाइन खरीद के लिए सरकारी ई-मार्केट (GeM) पोर्टल 9 अगस्त 2016 को शुरू किया गया था।
    • वर्तमान खरीद स्थिति: GeM के सीईओ पी के सिंह के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में खरीद पहले ही 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो चुकी है, मौजूदा रुझानों के आधार पर 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
    • पिछले वर्षों की खरीद: 2021-22 में खरीद मूल्य 1.06 लाख करोड़ रुपये था और अगले वर्ष में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया।
    • सीपीएसई की भागीदारी: खरीद में कोल इंडिया जैसे केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) की भागीदारी बढ़ रही है, जिसमें सेल, एनटीपीसी और एसबीआई सहित 245 से अधिक सीपीएसई शामिल हैं।
    • GeM प्रतिभागी: 63,000 से अधिक सरकारी खरीदार संगठन और 62 लाख से अधिक विक्रेता और सेवा प्रदाता GeM का हिस्सा हैं, जो उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करते हैं।
    • अधिकृत उपयोगकर्ता: सरकारी विभागों, मंत्रालयों, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों, राज्य सरकारों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को GeM के माध्यम से लेनदेन करने की अनुमति है।
    • उत्पाद और सेवा रेंज: GeM कार्यालय स्टेशनरी से लेकर वाहनों तक उत्पादों का एक व्यापक स्पेक्ट्रम प्रदान करता है, जिसमें ऑटोमोबाइल, कंप्यूटर और कार्यालय फर्नीचर जैसी प्रमुख श्रेणियां शामिल हैं। परिवहन, रसद, अपशिष्ट प्रबंधन, वेबकास्टिंग और विश्लेषणात्मक जैसी सेवाएं भी सूचीबद्ध हैं।
    • वैश्विक रैंकिंग: दक्षिण कोरिया के KONEPS और सिंगापुर के GeBIZ के बाद GeM वर्तमान में विश्व स्तर पर अपनी तरह का तीसरा सबसे बड़ा मंच है।
    • राज्य/केंद्रशासित प्रदेश की भागीदारी: उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, ओडिशा, बिहार, असम और उत्तराखंड जैसे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इस वित्तीय वर्ष में महत्वपूर्ण खरीद आदेश दिए हैं।
    • सेवा क्षेत्र की वृद्धि: GeM पर कुल खरीद में सेवा क्षेत्र का योगदान 2021-22 में 23% से बढ़कर इस वित्तीय वर्ष में 50% हो गया है, जिसने पोर्टल को अपनाने और विकास को महत्वपूर्ण रूप से प्रेरित किया है।
    • रिकॉर्ड उच्च भंडार: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 22 मार्च तक 642.63 बिलियन डॉलर के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया।
    • लगातार वृद्धि: भंडार लगातार पांच सप्ताह से बढ़ रहा है।
    • साप्ताहिक वृद्धि: रिपोर्ट किए गए सप्ताह के दौरान भंडार में $139 मिलियन की वृद्धि हुई थी।
    • विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियाँ: विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में परिवर्तन को भंडार में शामिल किया जाता है, जो रखी गई अन्य मुद्राओं की सराहना या मूल्यह्रास से प्रभावित होते हैं।
    • रिज़र्व के घटक: रिज़र्व में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ भारत की रिज़र्व किश्त की स्थिति भी शामिल है।
    • आरबीआई का बाजार में हस्तक्षेप: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) भारतीय रुपये की अत्यधिक अस्थिरता को नियंत्रित करने के लिए विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप करता है।
    • रुपए की कीमत: गुरुवार को डॉलर के मुकाबले घरेलू मुद्रा रुपए की कीमत 83.40 रही।
    • बाजार बंद: भारत के वित्तीय बाजार शुक्रवार को छुट्टी के कारण बंद थे।
    • निष्कर्ष: भारत-मोज़ाम्बिक-तंजानिया त्रिपक्षीय अभ्यास (आईएमटी ट्रिलैट 24) 28 मार्च, 2024 को नाकाला, मोज़ाम्बिक में संपन्न हुआ।
    • अभ्यास का उद्देश्य: सप्ताह भर चलने वाले इस अभ्यास का उद्देश्य भारत, मोज़ाम्बिक और तंजानिया की नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग और अंतरसंचालनीयता को बढ़ाना है।
    • भाग लेने वाले भारतीय नौसेना जहाजों: आईएनएस तिर और सुजाता ने 21-28 मार्च तक संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण सत्र और सहयोगात्मक गतिविधियों में भाग लिया।
    • अभ्यास चरण: IMT TRILAT 24 दो चरणों में सामने आया: बंदरगाह चरण (21-24 मार्च) जिसमें ज़ांज़ीबार और मापुटो में प्रशिक्षण सत्र शामिल थे, और समुद्री चरण (24 मार्च से शुरू) संयुक्त संचालन के साथ।
    • हार्बर चरण की गतिविधियाँ: यात्रा, बोर्ड, खोज और जब्ती (वीबीएसएस), क्षति नियंत्रण, अग्निशमन अभ्यास, संचार प्रक्रियाओं और चिकित्सा व्याख्यान पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
    • समुद्री चरण संचालन: वीबीएसएस अभ्यास, रात्रि युद्धाभ्यास और तंजानिया और मोजाम्बिक से दूर ईईजेड की संयुक्त निगरानी पर ध्यान केंद्रित करते हुए, मोजाम्बिक नौसेना जहाज नामातिली और तंजानिया नौसैनिक जहाज फतुंडु के साथ संयुक्त अभियान चलाया गया।
    • समापन समारोह: नाकाला में आईएनएस तिर और आईएनएस सुजाता पर आयोजित, तीनों नौसेनाओं के प्रतिनिधियों ने सफल सहयोग और समुद्री क्षमताओं की समझ पर प्रकाश डाला।
    • भारत की सुरक्षा प्रतिबद्धता: समारोह में क्षेत्र में पसंदीदा सुरक्षा भागीदार के रूप में भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।
    • अतिरिक्त गतिविधियाँ: इसमें आधिकारिक और प्रशिक्षण आदान-प्रदान, क्रॉस-डेक दौरे, खेल कार्यक्रम और योग सत्र शामिल हैं, जिसमें भारतीय नौसैनिक जहाज ज़ांज़ीबार, मापुटो और नाकाला में आगंतुकों के लिए खुले हैं।
    • सामुदायिक आउटरीच: स्कूली बच्चों, भारतीय प्रवासियों और स्थानीय निवासियों सहित 1500 से अधिक आगंतुकों ने जहाजों का दौरा किया। भाग लेने वाले देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए स्थानीय अनाथालयों और स्वागत केंद्रों में आउटरीच गतिविधियां भी आयोजित की गईं।
    • विश्व मौसम विज्ञान दिवस: 23 मार्च, 1950 को विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की स्थापना की स्मृति में और मौसम विज्ञानियों के महत्वपूर्ण योगदान को स्वीकार करते हुए, 23 मार्च को प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
    • METOC सेमिनार ‘मेघयान-24’: 28 मार्च, 2024 को दक्षिणी नौसेना कमान में नौसेना समुद्र विज्ञान और मौसम विज्ञान स्कूल (एसएनओएम) और भारतीय नौसेना मौसम विज्ञान विश्लेषण केंद्र (आईएनएमएसी) द्वारा आयोजित, ‘जलवायु की अग्रिम पंक्ति पर’ विषय पर ध्यान केंद्रित किया गया। डब्लूएमओ द्वारा 2024 के लिए निर्दिष्ट कार्रवाई।
    • उद्घाटन भाषण: नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार द्वारा वस्तुतः दिया गया, जिसमें जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने की तत्काल आवश्यकता और सुरक्षा रणनीति में टिकाऊ पर्यावरण नीतियों और जलवायु विचारों के प्रति भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।
    • अतिथि वक्ता: आईएनसीओआईएस, हैदराबाद से डॉ. टीवीएस उदय भास्कर और एनसीएमआरडब्ल्यूएफ, नई दिल्ली से डॉ. राघवेंद्र आशित ने राष्ट्रीय नीति निर्णय लेने के लिए नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों और जलवायु डेटा विश्लेषण पर चर्चा की।
    • पैनल चर्चाएँ: ‘नौसेना संचालन पर मौसम और जलवायु परिवर्तन का प्रभाव’ पर केंद्रित, परिचालन योजना के लिए भारतीय नौसेना और वैज्ञानिक संगठनों द्वारा उपयोग की जाने वाली नवीनतम एमईटीओसी तकनीकों और पूर्वानुमानों पर प्रकाश डाला गया।
    • INDRA ऐप का लॉन्च: एक स्वदेशी मोबाइल एप्लिकेशन, INDRA (मौसम विश्लेषण के लिए भारतीय नौसेना गतिशील संसाधन), मौसम की जानकारी और पूर्वानुमान प्रसारित करने के लिए भारतीय नौसेना के नौसेना समुद्र विज्ञान और मौसम विज्ञान निदेशालय के समन्वय में BISAG द्वारा विकसित किया गया है।
    • उपस्थित लोग: रियर एडमिरल उपल कुंडू, चीफ ऑफ स्टाफ, दक्षिणी नौसेना कमान; कमोडोर अभिनव बर्वे, कमोडोर (एनओएम), नौसेना मुख्यालय; और श्री मिरेन करमता, निदेशक, बीआईएसएजी, अन्य शामिल थे।
    • सेमिनार के परिणाम: जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए मौसम और जलवायु सेवाओं और रणनीतियों पर ज्ञान साझा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया गया।
    • पुरस्कार सम्मान: द टाइम्स ग्रुप द्वारा नोएडा में आयोजित एक समारोह में स्टार एस्टेट के प्रबंध निदेशक विजय जैन को टाइम्स पावर आइकन 2024 पुरस्कार प्राप्त हुआ।
    • उद्योग उपलब्धियाँ: इस पुरस्कार ने विजय जैन के दूरदर्शी नेतृत्व और रियल एस्टेट क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियों का जश्न मनाया।
    • कार्यक्रम में उपस्थित लोग: इस कार्यक्रम में सिने आइकन अदा शर्मा सहित उद्योग जगत के नेताओं और मशहूर हस्तियों ने भाग लिया, जिन्होंने विजय जैन को पुरस्कार प्रदान किया।
    • व्यक्त किया आभार: पुरस्कार मिलने पर विजय जैन ने अपना सम्मान व्यक्त किया और सफलता का श्रेय स्टार एस्टेट टीम के सामूहिक प्रयास और समर्पण को दिया।
    • कंपनी प्रोफाइल: विजय जैन के नेतृत्व में स्टार एस्टेट ने खुद को भारत में एक अग्रणी और भरोसेमंद रियल एस्टेट परामर्श फर्म के रूप में स्थापित किया है।
    • नेतृत्व गुण: जैन को उनके प्रेरणादायक नेतृत्व, सहयोग और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने और पारदर्शिता, विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए जाना जाता है।
    • उद्योग पर प्रभाव: उनके नेतृत्व ने स्टार एस्टेट की उल्लेखनीय सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और रियल एस्टेट उद्योग में उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित किए हैं।
    • कंपनी का विस्तार: जैन के मार्गदर्शन में, स्टार एस्टेट ने एनसीआर, मुंबई, पुणे और बैंगलोर में गुरुग्राम को शामिल करने के लिए नोएडा से परे अपने परिचालन का विस्तार किया है।
    • ऐतिहासिक नियुक्ति: एक व्यक्ति ने ICC एलीट पैनल में नियुक्त होने वाले अपने देश के पहले व्यक्ति बनने पर सम्मान व्यक्त किया, जो उस पर रखे गए विश्वास को बनाए रखने के महत्व और उसके इरादे को उजागर करता है।
    • एलीट अंपायर पैनल की भूमिका: एलीट अंपायर पैनल को अधिकांश पुरुषों के टेस्ट और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग करने का काम सौंपा गया है, जबकि मैच अंपायर पैनल ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों को संभालता है।
    • करियर परिवर्तन: पूर्व स्पिन गेंदबाज शरफुद्दौला ने पीठ की चोट के कारण अपना प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर समाप्त कर लिया, लेकिन विभिन्न भूमिकाओं के माध्यम से क्रिकेट से जुड़े रहे।
    • पेशेवर बदलाव: बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के साथ क्रिकेट संचालन प्रबंधक के रूप में कार्यकाल के बाद, उन्होंने अंपायर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए इस्तीफा दे दिया, अब तक 10 टेस्ट, 63 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और 44 ट्वेंटी 20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं।
    • आईसीसी मान्यता: आईसीसी के मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलार्डिस ने पिछले कुछ वर्षों में शारफुद्दौला के लगातार प्रदर्शन को इस नियुक्ति के योग्य बताते हुए प्रशंसा की।
    • पैनल संरचना: शरफुद्दौला पैनल में अंपायरों के एक विविध समूह में शामिल हो गए हैं, जिसमें इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, भारत, पाकिस्तान और वेस्ट इंडीज के व्यक्ति शामिल हैं।
    • इस्तीफे की घोषणा: इंग्लैंड के क्रिस ब्रॉड ने अंपायरों के विशिष्ट पैनल से इस्तीफा दे दिया है, जिन्होंने 2003 से 123 टेस्ट, 361 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और 135 ट्वेंटी 20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की है।
    • वर्तमान पैनल के सदस्य: आईसीसी के अंपायरों के एलीट पैनल में अब डेविड बून (ऑस्ट्रेलिया), जेफ क्रो (न्यूजीलैंड), रंजन मदुगले (श्रीलंका), एंडी पाइक्रॉफ्ट (जिम्बाब्वे), रिची रिचर्डसन (वेस्टइंडीज) और जवागल श्रीनाथ (भारत) शामिल हैं। )
    • कार्यक्रम अनुसूची: अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE)-रेटेड रैपिड शतरंज टूर्नामेंट 30 और 31 मार्च, 2024 को आईआईटी मद्रास में होने वाला है।
    • आईआईटी मद्रास की भागीदारी: टूर्नामेंट में आईआईटी मद्रास के 35 से अधिक खिलाड़ियों के भाग लेने की उम्मीद है।
    • टूर्नामेंट संस्करण: इस आयोजन को ‘छठा शास्त्र रैपिड फिडे रेटेड शतरंज टूर्नामेंट’ नाम दिया गया है।
    • खिलाड़ियों की संरचना: टूर्नामेंट में छह ग्रैंडमास्टर, सोलह अंतर्राष्ट्रीय मास्टर, तीन महिला ग्रैंडमास्टर और एक महिला अंतर्राष्ट्रीय मास्टर शामिल होंगे, जिसमें विभिन्न देशों के खिलाड़ी भाग लेंगे।
    • शैक्षिक नीति समर्थन: आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटि ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप, छात्रों के समग्र विकास के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में इस कार्यक्रम पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से स्नातक प्रवेश के लिए खेल कोटा की शुरूआत पर ध्यान दिया।
    • पुरस्कार राशि: टूर्नामेंट की कुल पुरस्कार राशि ₹5,00,000 है, जिसमें प्रथम पुरस्कार ₹65,000 है।
    • विविधता और अवसर: टूर्नामेंट का लक्ष्य विभिन्न प्रकार के खिलाड़ियों को आकर्षित करना और पर्याप्त पुरस्कार राशि प्रदान करना, प्रतिस्पर्धा और सहयोग को बढ़ावा देना है।
    • आधिकारिक निमंत्रण: आईआईटी मद्रास के डीन (छात्र) प्रोफेसर सत्यनारायण एन गुम्मडी ने टूर्नामेंट के छठे संस्करण के लिए प्रतिभागियों, वक्ताओं, न्यायाधीशों और हितधारकों को निमंत्रण दिया, इस आयोजन को सहयोग, प्रेरणा और प्रचार के अवसर के रूप में जोर दिया। शतरंज की रणनीतियों और खेल कौशल की।
    • प्रतिस्पर्धियों के लिए शुभकामनाएं: प्रोफेसर गुम्माडी ने दो दिवसीय शतरंज टूर्नामेंट के दौरान सभी खिलाड़ियों को चुनौतीपूर्ण लेकिन पुरस्कृत अनुभव प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की।
    • उद्देश्य: शून्य अपशिष्ट का अंतर्राष्ट्रीय दिवस दुनिया भर में बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर देता है और टिकाऊ खपत और उत्पादन को बढ़ावा देता है।
    • वैश्विक अपशिष्ट आँकड़े: वार्षिक रूप से, मानवता 2.1 बिलियन से 2.3 बिलियन टन नगरपालिका ठोस अपशिष्ट का उत्पादन करती है, जिसमें 2.7 बिलियन लोगों के पास अपशिष्ट संग्रहण सेवाओं तक पहुंच नहीं है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 2 बिलियन लोग शामिल हैं।
    • पर्यावरणीय प्रभाव: अपशिष्ट प्रदूषण मानव कल्याण, आर्थिक समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा करता है और जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि और प्रदूषण से जुड़े त्रिग्रही संकट को बढ़ाता है।
    • भविष्य के अनुमान: यदि वर्तमान रुझान जारी रहता है, तो 2050 तक वार्षिक नगरपालिका ठोस अपशिष्ट उत्पादन 3.8 बिलियन टन तक पहुंचने की उम्मीद है।
    • उद्घाटन अवलोकन: सतत विकास में शून्य-अपशिष्ट पहल की भूमिका को उजागर करने के लिए 2023 में शून्य अपशिष्ट का पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस विश्व स्तर पर लाखों लोगों द्वारा मनाया गया था।
    • शून्य-अपशिष्ट पहल के लाभ: ये पहल प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन, अपशिष्ट न्यूनीकरण और रोकथाम को बढ़ावा देती हैं, रोकथाम, कटौती, पुन: उपयोग, पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण के माध्यम से #BeatWastePollution प्रयास में योगदान करती हैं।
    • सहायक संगठन: संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) और संयुक्त राष्ट्र मानव निपटान कार्यक्रम (यूएन-हैबिटेट) इस दिन के पालन का समर्थन करते हैं।
    • कार्रवाई का आह्वान: सदस्य राज्यों, संयुक्त राष्ट्र संगठनों और संबंधित हितधारकों को अपशिष्ट प्रदूषण से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए स्थानीय से राष्ट्रीय स्तर तक विभिन्न स्तरों पर शून्य-अपशिष्ट पहल अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
    • लुई गॉसेट जूनियर का निधन: प्रशंसित अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए अकादमी पुरस्कार जीतने वाले दूसरे अश्वेत व्यक्ति लुइस गॉसेट जूनियर का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके परिवार ने कारण का खुलासा किए बिना शुक्रवार को इस खबर की पुष्टि की। मौत की।
    • विविध भूमिकाएँ: गॉसेट जूनियर का अभिनय करियर टीवी मिनी-सीरीज़ “रूट्स” में एक गुलाम व्यक्ति, “एन ऑफिसर एंड ए जेंटलमैन” में एक ड्रिल सार्जेंट और “सआदत” में मिस्र के नेता सहित कई भूमिकाओं के लिए उल्लेखनीय था। ।”
    • अतिरिक्त योगदान: अभिनय से परे, गॉसेट जूनियर एक निर्माता, निर्देशक और सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्होंने एरेसिज्म फाउंडेशन की स्थापना की, जिसका उद्देश्य नस्लवाद का मुकाबला करना था।
    • मृत्यु का स्थान: कैलिफोर्निया के सांता मोनिका में एक पुनर्वास केंद्र में उनकी मृत्यु हो गई।
    • पारिवारिक वक्तव्य: उनके परिवार ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और इस कठिन समय के दौरान गोपनीयता की मांग की, साथ ही जनता को उनकी संवेदनाओं के लिए धन्यवाद दिया।
    • ऐतिहासिक ऑस्कर जीत: 1983 में, गॉसेट जूनियर ने “एन ऑफिसर एंड अ जेंटलमैन” में सार्जेंट एमिल फोले की भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का ऑस्कर जीतकर इतिहास रच दिया, सिडनी पोइटियर की जीत के बाद, वह इस श्रेणी को जीतने वाले दूसरे अश्वेत व्यक्ति बन गए। 19 साल पहले.
    • मृत्यु की घोषणा: व्यवहारिक अर्थशास्त्र के अग्रणी मनोवैज्ञानिक और नोबेल पुरस्कार विजेता डैनियल काह्नमैन का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।
    • उल्लेखनीय कार्य: कन्नमैन ने सहज-संचालित व्यवहार के पक्ष में तर्कसंगत निर्णय लेने की पारंपरिक धारणाओं को चुनौती देते हुए बेस्टसेलिंग पुस्तक “थिंकिंग, फास्ट एंड स्लो” लिखी।
    • रोजगार और पुष्टि: प्रिंसटन विश्वविद्यालय, जहां कन्नमैन ने अपनी मृत्यु तक एक इजरायली-अमेरिकी अकादमिक के रूप में काम किया, ने उनके निधन की पुष्टि की।
    • सामाजिक विज्ञान पर प्रभाव: एक पूर्व सहयोगी प्रोफेसर एल्डार शफीर ने एक प्रेस विज्ञप्ति में विभिन्न सामाजिक विज्ञान क्षेत्रों पर काह्नमैन के परिवर्तनकारी प्रभाव को मान्यता दी।
    • नोबेल पुरस्कार: 2002 में, कन्नमैन को मनोविज्ञान और अर्थशास्त्र में उनके योगदान के लिए आर्थिक विज्ञान में नोबेल मेमोरियल पुरस्कार मिला।
    • अनुसंधान सहयोग: अमोस टावर्सकी के साथ, काह्नमैन ने यह प्रदर्शित करके आर्थिक सिद्धांत को महत्वपूर्ण रूप से बदल दिया कि निर्णय लेना अक्सर संज्ञानात्मक पूर्वाग्रहों और अनुमानों से प्रभावित होता है।
    • प्रारंभिक जीवन: कन्नमैन का जन्म तेल अवीव में हुआ था और उन्होंने 1950 के दशक में अपनी इज़राइली राष्ट्रीय सेवा पूरी की।
    • पारिवारिक वक्तव्य: अमोस टावर्सकी की विधवा और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान की प्रोफेसर बारबरा टावर्सकी ने कहा कि परिवार मृत्यु के स्थान या कारण का खुलासा नहीं करेगा।
    • साथियों से प्रशंसा: स्टीवन पिंकर ने कन्नमैन को “दुनिया का सबसे प्रभावशाली जीवित मनोवैज्ञानिक” करार दिया।
    • व्यक्तिगत चिंतन: कन्नमैन ने गार्जियन के साथ 2015 के एक साक्षात्कार में अपने करियर और जीवन पर विचार किया, शुरुआत में प्रसिद्धि की आकांक्षा नहीं होने के बावजूद संतुष्टि और आनंद व्यक्त किया।
    • मोम की प्रतिमा का अनावरण: दुबई के मैडम तुसाद में अल्लू अर्जुन की मोम की प्रतिमा का अनावरण किया गया, जो उनके करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
    • सोशल मीडिया घोषणा: अल्लू अर्जुन ने अपने सोशल मीडिया पर इस सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया और इसे “प्रत्येक अभिनेता के लिए एक मील का पत्थर का क्षण” बताया।
    • अनोखा टीज़र: पूरी प्रतिमा दिखाने के बजाय, अल्लू अर्जुन ने अपनी फिल्म अला वैकुंठपुरमलू की पोशाक पहने हुए, प्रतिमा के पीछे के दृश्य की एक झलक साझा की।
    • प्रतिमा की पोशाक: मोम की प्रतिमा को लाल ब्लेज़र, काली पतलून और औपचारिक जूते से सजाया गया है, जो उल्लिखित ब्लॉकबस्टर फिल्म से अल्लू अर्जुन के लुक को दर्शाता है।
    • प्रशंसक प्रत्याशा: प्रशंसक झलक से उत्साहित हैं और मोम की प्रतिमा के पूर्ण अनावरण का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, मैडम तुसाद के कारीगरों की शिल्प कौशल को देखने के लिए उत्सुक हैं।
    • आगामी फिल्म रिलीज: अल्लू अर्जुन अपनी हिट फिल्म “पुष्पा: द राइज” की अगली कड़ी “पुष्पा: द रूल” की रिलीज की तैयारी कर रहे हैं, जिसका प्रीमियर 15 अगस्त को होगा।
    • सीक्वल से उम्मीदें: “पुष्पा: द रूल” एक एक्शन से भरपूर ड्रामा होने की उम्मीद है, जिससे तेलुगु सिनेमा में एक प्रमुख अभिनेता के रूप में अल्लू अर्जुन की प्रतिष्ठा बढ़ने की उम्मीद है।

    इसे भी पढ़े: Current Affairs 29 March 2024 – कांग्रेस को IT का 1823 करोड़ का नोटिस, विक्रम राकेट के फेज-२ का सफल परिक्षण इत्यादि.

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    Current Affairs 29 March 2024 – कांग्रेस को IT का 1823 करोड़ का नोटिस, विक्रम राकेट के फेज-२ का सफल परिक्षण इत्यादि.

    Current Affairs 29 March

    Current Affairs 29 March: कांग्रेस को IT का 1823 करोड़ का नोटिस, विक्रम राकेट के फेज-२ का सफल परिक्षण, निधु सक्सेना बैंक ऑफ महाराष्ट्र के MD और CEO बने। अडाणी ग्रुप की ‘कच्छ कॉपर’ ने प्रोडक्शन शुरू किया। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अडाणी पावर से मध्यप्रदेश पावर प्रोजेक्ट में 26% हिस्सेदारी खरीदी है।

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    आइए आज के ऐसे ही प्रमुख करेंट अफेयर्स पर नजर डालते हैं, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए अहम हैं।

    आयकर विभाग द्वारा जारी नोटिस: 29 मार्च को आयकर विभाग ने कांग्रेस पार्टी को एक नया डिमांड नोटिस जारी किया, जिसमें रुपये की मांग की गई। 1,823 करोड़. यह मांग 2017-18 से 2020-21 तक के वित्तीय वर्ष को कवर करती है और इसमें जुर्माना और ब्याज भी शामिल है।

    कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया आरोप: नोटिस के बाद, कांग्रेस ने बीजेपी पर कुल 10 करोड़ रुपये के कर उल्लंघन का आरोप लगाया। 4,600 करोड़.

    दिल्ली हाई कोर्ट का फैसला: नोटिस जारी होने से एक दिन पहले 28 मार्च को दिल्ली हाई कोर्ट ने कांग्रेस की एक याचिका खारिज कर दी. यह याचिका वर्ष 2017-18 से 2020-21 के लिए आयकर पुनर्मूल्यांकन कार्यवाही को चुनौती दे रही थी।

    पिछली कानूनी चुनौतियाँ: कांग्रेस ने पहले भी वर्ष 2014-15 से 2016-17 की मूल्यांकन कार्यवाही को चुनौती दी थी, जिसे भी अदालत ने खारिज कर दिया था।

    कांग्रेस के खातों से वसूली: वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए आयकर विभाग ने लगभग रु। कांग्रेस के खाते से निकले 135 करोड़ l

    Current Affairs 29 March - विक्रम रॉकेट के दूसरे चरण का सफल परीक्षण हुआ

    विक्रम रॉकेट के दूसरे चरण का सफल परीक्षण: 28 मार्च को भारत की पहली निजी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी कंपनी स्काईरूट एयरोस्पेस ने विक्रम-1 रॉकेट के दूसरे चरण का सफल परीक्षण किया।

    परीक्षण का स्थान: परीक्षण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के तत्वावधान में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में आयोजित किया गया था।

    कलाम-250 हाई पावर रॉकेट मोटर: परीक्षण में कलाम-250 शामिल था, एक उच्च शक्ति कार्बन मिश्रित रॉकेट मोटर जिसे पृथ्वी के वायुमंडल से रॉकेट को अंतरिक्ष के निर्वात में ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया था।

    परीक्षण की अवधि और जोर: परीक्षण 85 सेकंड तक चला, जिसमें 186 किलोन्यूटन का उच्च-स्तरीय समुद्र-स्तर का जोर हासिल किया गया। रॉकेट की उड़ान के दौरान यह जोर लगभग 235 किलोन्यूटन में परिवर्तित होने की उम्मीद है।

    स्काईरूट एयरोस्पेस द्वारा पिछला मील का पत्थर: नवंबर 2022 में, स्काईरूट एयरोस्पेस ने विक्रम-एस का परीक्षण किया, जिसने ‘सब-ऑर्बिटल’ रॉकेट लॉन्च करने वाली देश की पहली निजी कंपनी के रूप में अपनी उपलब्धि हासिल की।

    नियुक्ति की घोषणा: 27 मार्च को केंद्र सरकार ने निधु सक्सेना को सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक का कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया।

    पिछला पद: इस नियुक्ति से पहले, निधि सक्सेना ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में कार्य किया था।

    बैंकिंग करियर की शुरुआत: निधु सक्सेना ने अपने बैंकिंग करियर की शुरुआत बैंक ऑफ बड़ौदा से की।

    अन्य बैंकों में अनुभव: उन्होंने यूको बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में भी विभिन्न पदों पर काम किया है।

    यूनियन बैंक में भूमिकाएँ: यूनियन बैंक में, उन्होंने शाखा प्रबंधक, जोनल मैनेजर और वर्टिकल चीफ जैसी भूमिकाएँ निभाईं।

    बोर्ड सदस्यता: वह यूनियन एसेट मैनेजमेंट कंपनी के बोर्ड के सदस्य रहे हैं।

    नियुक्ति प्राधिकरण: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में एमडी और सीईओ की नियुक्ति वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा संस्थान ब्यूरो (एफएसआईबी) द्वारा की जाती है।

    अडानी ग्रुप की कच्छ कॉपर ने उत्पादन शुरू किया: 28 मार्च को, अडानी ग्रुप की कंपनी कच्छ कॉपर ने मुंद्रा स्थित अपने ग्रीनफील्ड कॉपर रिफाइनरी प्रोजेक्ट में उत्पादन शुरू किया।

    कैथोड का पहला बैच भेजा गया: कंपनी ने धातु उद्योग में अपने प्रवेश को चिह्नित करते हुए अपने ग्राहकों के लिए कैथोड का पहला बैच भी भेज दिया है।

    संयंत्र निर्माण चरण: तांबा गलाने का संयंत्र दो चरणों में पूरा किया जाना है, पहले चरण में सालाना 500,000 टन तांबे का उत्पादन होने की उम्मीद है।

    दूसरे चरण का विस्तार: दूसरे चरण में 500,000 टन सालाना की क्षमता वाला एक दूसरा संयंत्र भी बनाया जाएगा, जिससे कुल उत्पादन 1 मिलियन टन सालाना हो जाएगा।

    दुनिया का सबसे बड़ा धातु स्मेल्टर: पूरा होने पर, यह एक ही स्थान पर स्थित दुनिया का सबसे बड़ा धातु स्मेल्टर होगा, जिसकी कुल उत्पादन क्षमता सालाना 1 मिलियन टन होगी।

    कच्छ कॉपर ट्यूब लिमिटेड: कंपनी बिजली के उपकरणों के लिए कॉपर ट्यूब के उत्पादन के लिए कच्छ कॉपर ट्यूब लिमिटेड की स्थापना पर भी काम कर रही है।

    तांबा उत्पादन में भारत की स्थिति: तांबा उत्पादन क्षमता में तेजी से वृद्धि के साथ, भारत तांबा उत्पादन में चीन जैसे देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है।

    तांबा आयात: भारत अपनी तांबे की जरूरतों का 90% दक्षिण अमेरिका और कई अन्य देशों से आयात करता है।

    रिलायंस और अडानी के बीच साझेदारी: 27 मार्च को, मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मध्य प्रदेश में एक बिजली परियोजना के लिए गौतम अडानी की अडानी पावर में 26% हिस्सेदारी हासिल कर ली।

    कैप्टिव उपयोग समझौता: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने संयंत्र से 500 मेगावाट बिजली के कैप्टिव उपयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

    अपनी तरह की पहली साझेदारी: यह दो प्रतिस्पर्धी अरबपति उद्योगपतियों के बीच साझेदारी का पहला उदाहरण है।

    सार्वजनिक घोषणाएँ: दोनों कंपनियों ने स्टॉक एक्सचेंजों के साथ अलग-अलग फाइलिंग में इस साझेदारी का खुलासा किया।

    शेयर खरीद विवरण: रिलायंस अदानी पावर लिमिटेड की सहायक कंपनी महान एनर्जी लिमिटेड से 5 करोड़ इक्विटी शेयर खरीदेगी।

    रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रोफाइल: रिलायंस भारत में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका बाजार पूंजीकरण रु। 20,14,010.63 करोड़।

    अडानी पावर प्रोफाइल: गौतम अडानी की अडानी पावर भारत की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर उत्पादक है।

    उत्पादन क्षमता: इसकी आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, अदानी पावर की बिजली उत्पादन क्षमता 15,250 मेगावाट है, जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड में थर्मल पावर प्लांट और गुजरात में 40 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शामिल है। .

    1857 – मंगल पांडे का विद्रोह: आज ही के दिन 1857 में मंगल पांडे ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत की थी। यह बंगाल के बैरकपुर परेड मैदान में हुआ, जहां 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री के एक सैनिक पांडे ने दो ब्रिटिश अधिकारियों पर हमला किया और बाद में अपनी ही बंदूक से खुद को घायल कर लिया।

    2008 – श्रीनिवास रथ पुरस्कार: उज्जैन के संस्कृत विद्वान प्रोफेसर श्रीनिवास रथ को उत्तर प्रदेश संस्कृति पुरस्कार प्राप्तकर्ता घोषित किया गया।

    2003 – तुर्की एयरलाइंस के अपहरणकर्ताओं ने आत्मसमर्पण किया: तुर्की एयरलाइंस की एक उड़ान के अपहरणकर्ताओं ने आत्मसमर्पण कर दिया।

    2001 – अमेरिका ने क्योटो प्रोटोकॉल को अस्वीकार किया: संयुक्त राज्य अमेरिका ने ग्लोबल वार्मिंग पर क्योटो प्रोटोकॉल का पालन करने से इनकार कर दिया।

    1999 – पैराग्वे के राष्ट्रपति का इस्तीफा: पैराग्वे के राष्ट्रपति राउल क्यूबास ने इस्तीफा दिया।

    1982 – तेलुगु देशम पार्टी की स्थापना: एन.टी. रामा राव ने तेलुगु देशम पार्टी की स्थापना की।

    1953 – हिलेरी और तेनजिंग द्वारा एवरेस्ट फतह: एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नोर्गे सफलतापूर्वक माउंट एवरेस्ट के शिखर पर पहुंचे।

    1943 – पूर्व ब्रिटिश प्रधान मंत्री का जन्म: यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधान मंत्री जॉन मेजर का जन्म हुआ।

    इसे भी पढ़े: Bihar Election Voter List 2024 जारी : जानिये कैसे करना है डाउनलोड

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    Bhumij Vidroh | भूमिज विद्रोः 1832-33 – गंगा नारायण सिंह के नेतृत्व में

    BHUMIJ VIDROH

    Bhumij Vidroh | भूमिज विद्रोह, 19वीं सदी की शुरुआत में भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण विद्रोह था। गंगा नारायण सिंह के नेतृत्व में, यह मुख्य रूप से जंगल महल क्षेत्र में हुआ, जिसमें वर्तमान बिहार (अब झारखंड), पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्से शामिल थे।

    विद्रोह की विशेषता ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की शोषणकारी नीतियों के खिलाफ व्यापक प्रतिरोध था, जिसमें भूमि राजस्व प्रणाली, कराधान और स्वदेशी समुदायों पर लगाए गए उत्पीड़न के अन्य रूप शामिल थे। गंगा नारायण सिंह भूमिज और कोल (हो) समुदायों सहित विभिन्न जातियों और जनजातियों से समर्थन जुटाकर एक प्रमुख नेता के रूप में उभरे।

    Bhumij Vidroh के नेता - गंगा नारायण सिंह
    Bhumij Vidroh के नेता – गंगा नारायण सिंह

    ब्रिटिश अधिकारियों और प्रतिष्ठानों पर रणनीतिक हमलों के माध्यम से विद्रोह ने गति पकड़ी, अंततः अंग्रेजों को कुछ नीतियों को वापस लेने और शासन सुधार लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा। अपने अंततः दमन के बावजूद, भूमिज विद्रोह ने औपनिवेशिक अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ प्रतिरोध के प्रतीक के रूप में सेवा करते हुए, क्षेत्र के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा।

    आइये जानते है भूमिज कौन थे और Bhumij Vidroh | भूमिज विद्रोः के बारे में विस्तार से –

    भूमिज कौन थे ?

    भूमिज एक स्वदेशी समुदाय है जो मुख्य रूप से भारत के पूर्वी क्षेत्रों में पाया जाता है, जिसमें बिहार (अब झारखंड), पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्से शामिल हैं। वे जंगल महल क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी समूहों में से एक हैं, जो अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक प्रथाओं, भाषा और परंपराओं के लिए जाने जाते हैं।

    ऐतिहासिक रूप से, भूमिज मुख्य रूप से कृषि, वन-आधारित आजीविका और पारंपरिक शिल्प कौशल में शामिल रहे हैं। औपनिवेशिक काल के दौरान, अन्य स्वदेशी समुदायों के साथ, भूमिज को ब्रिटिश शासन के तहत शोषण और हाशिए पर जाने का सामना करना पड़ा, जिसके कारण अंततः ब्रिटिश उत्पीड़न के खिलाफ भूमिज विद्रोह | Bhumij Vidroh जैसे आंदोलनों में उनकी भागीदारी हुई। आज भारत में भूमिज समुदाय की सांस्कृतिक विरासत और अधिकारों को संरक्षित और बढ़ावा देने के प्रयास किये जा रहे हैं।

    Bhumij Vidroh | भूमिज विद्रोह कि पुरी कहानी

    Bhumij Vidreoh | भूमिज विद्रोह, जिसे भूमिज विद्रोह या गंगा नारायण का हंगामा के नाम से भी जाना जाता है, 19वीं सदी की शुरुआत में मिदनापुर जिले के धालभूम और जंगल महल क्षेत्रों में भड़का था, जिसका नेतृत्व गंगा नारायण सिंह ने किया था। यह विद्रोह राजा विवेक नारायण सिंह की मृत्यु के बाद बाराभूम राज के भीतर उत्तराधिकार विवाद के कारण शुरू हुआ था।

    भूमिज रीति-रिवाजों के अनुसार, लक्ष्मण को असली उत्तराधिकारी मानते हुए, उनके बेटों, लक्ष्मण नारायण सिंह और रघुनाथ नारायण सिंह के बीच विवाद पैदा हो गया। हालाँकि, ब्रिटिश प्रशासन ने रघुनाथ का समर्थन किया, जिसके कारण लक्ष्मण को सत्ता से हटा दिया गया और बांधडीह गाँव की जागीर में वापस कर दिया गया।

    इस झटके के बावजूद, लक्ष्मण ने अपने अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखा और उनके बेटे गंगा नारायण सिंह ने अंततः अपने पिता के साथ हुए अन्याय के विरोध में ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह कर दिया। गंगा नारायण के नेतृत्व में चिह्नित यह विद्रोह, 19वीं शताब्दी के दौरान औपनिवेशिक उत्पीड़न के खिलाफ प्रतिरोध और बंगाल में स्वदेशी अधिकारों के लिए संघर्ष की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है।

    गंगा नारायण ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ प्रतिरोध में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में उभरे, जिससे सरदार गोरिल्ला वाहिनी सेना का गठन हुआ, एक आंदोलन जिसने विभिन्न जाति समूहों से समर्थन प्राप्त किया। मुख्य कमांडर जिरपा लाया के नेतृत्व में, सेना ने 2 अप्रैल, 1832 को वनडीह में ब्रिटिश सत्ता का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख व्यक्तियों, जैसे बाराभूम के दीवान और ब्रिटिश दलाल माधब सिंह, पर हमले शुरू किए।

    धालभूम, पातकुम, शिखरभूम, सिंहभूम, पंचेत, झालदा, बामनी, बाघमुंडी, मानभूम, अंबिका नगर, अमियापुर, श्यामसुंदरपुर, फुलकुसमा, रायपुर और काशीपुर सहित क्षेत्रों के राजा-महाराजाओं और जमींदारों द्वारा समर्थित, गंगा नारायण के आंदोलन को महत्वपूर्ण गति मिली। इस समर्थन ने उनकी कार्य योजना के विस्तार को सुविधाजनक बनाया, जिसमें बड़ाबाजार मुफस्सिल की अदालत, नमक निरीक्षक के कार्यालय और स्थानीय पुलिस स्टेशन का नियंत्रण शामिल था।

    अंग्रेजों द्वारा विद्रोह को दबाने के प्रयासों, जिसमें बांकुरा के कलेक्टर रसेल का प्रयास भी शामिल था, को उग्र प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। रसेल के बाल-बाल बचने के बावजूद, गंगा नारायण की सेना ने ब्रिटिश सत्ता को चुनौती देना जारी रखा, जिससे छतना, झालदा, अक्रो, अंबिका नगर, श्यामसुंदरपुर, रायपुर, फुलकुसमा, शिल्डा और कुइलापाल जैसे क्षेत्रों में उथल-पुथल मच गई।

    Bhumij Vidroh का प्रभाव बंगाल से परे पुरुलिया, बर्धमान, मेदिनीपुर और बांकुरा जैसे क्षेत्रों के साथ-साथ बिहार (अब झारखंड) में छोटानागपुर और उड़ीसा में मयूरभंज, क्योंझर और सुंदरगढ़ तक फैल गया। लेफ्टिनेंट कर्नल कपूर के नेतृत्व में अंग्रेजों द्वारा भेजे गए सुदृढीकरण के बावजूद, गंगा नारायण की सेनाएं लचीली रहीं और उन्होंने बर्धमान और छोटानागपुर के कमिश्नरों को हराया।

    अगस्त 1832 से फरवरी 1833 तक, Bhumij Vidroh ने जंगल महल क्षेत्र को बाधित कर दिया और अंग्रेजों को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया, जिसके परिणामस्वरूप भूमि बिक्री कानून, विरासत कानून, लाख पर उत्पाद शुल्क, नमक कानून और जंगल नियम जैसे दमनकारी कानून वापस ले लिए गए। .

    गंगा नारायण के रणनीतिक गठबंधन ब्रिटिश अधिकारियों के साथ सीधे टकराव से आगे बढ़े। उन्होंने खरसावां के ठाकुर चेतन सिंह के खिलाफ कोल (हो) जनजातियों को संगठित किया, स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर न केवल ब्रिटिश शासन को बल्कि औपनिवेशिक शक्तियों का पक्ष लेने वाले सहयोगियों को भी चुनौती दी।

    दुखद रूप से, ब्रिटिश और स्थानीय शासकों के खिलाफ लड़ते हुए, हिंदशहर पुलिस स्टेशन पर हमले के दौरान 6 फरवरी, 1833 को गंगा नारायण की मृत्यु हो गई। ब्रिटिश उत्पीड़न के खिलाफ एक बहादुर योद्धा के रूप में उनकी विरासत अमर है, जिसने क्षेत्र के इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी है।

    गंगा नारायण के नेतृत्व में विद्रोह ने अंततः शासन में महत्वपूर्ण बदलावों को प्रेरित किया, जिसमें राजस्व नीतियों में संशोधन और 1833 के विनियमन XIII के तहत दक्षिण-पश्चिम सीमा एजेंसी के हिस्से के रूप में छोटानागपुर की मान्यता शामिल थी। उनकी बहादुरी और दृढ़ संकल्प पीढ़ियों को प्रेरित करते रहे, जो स्थायी का प्रतीक है। औपनिवेशिक उत्पीड़न के विरुद्ध प्रतिरोध की भावना।

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    Bhumij Vidroh के करण

    गंगा नारायण सिंह के नेतृत्व में विद्रोह, जिसे भूमिज विद्रोह | Bhumij Vidroh के रूप में जाना जाता है, विभिन्न परस्पर जुड़े कारकों के कारण भड़क उठा:

    • कंपनी शासन के विरुद्ध प्रतिरोध: गंगा नारायण का आंदोलन ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा लागू की गई शोषणकारी नीतियों के लिए एक सीधी चुनौती के रूप में उभरा। भूमि राजस्व प्रणाली और कराधान सहित इन नीतियों को स्थानीय समुदायों के कल्याण के लिए दमनकारी और हानिकारक माना गया।
    • आर्थिक शोषण: विद्रोह आर्थिक शिकायतों से प्रेरित था, विशेष रूप से ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा भूमि हस्तांतरण और संसाधन शोषण से संबंधित था। इस आर्थिक हाशिए पर रहने से भूमिज और कोल (हो) जनजातियों जैसे समुदायों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, जिससे उन्हें ब्रिटिश प्रभुत्व का विरोध करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
    • सांस्कृतिक संरक्षण: विद्रोह ने स्वदेशी संस्कृतियों और परंपराओं की रक्षा करने की इच्छा को भी प्रतिबिंबित किया, जिन्हें अक्सर ब्रिटिश औपनिवेशिक नीतियों द्वारा दबा दिया गया था या कमजोर कर दिया गया था। गंगा नारायण का नेतृत्व सांस्कृतिक स्वायत्तता को पुनः प्राप्त करने और सांस्कृतिक अस्मिता का विरोध करने के उद्देश्य से एक व्यापक आंदोलन का प्रतीक था।
    • गंगा नारायण का नेतृत्व: गंगा नारायण एक करिश्माई नेता के रूप में उभरे जिन्होंने जाति बाधाओं को पार किया और विद्रोह के लिए व्यापक समर्थन हासिल किया। उनकी रणनीतिक कौशल और प्रतिरोध के बैनर तले विभिन्न समुदायों को एकजुट करने की क्षमता ने विद्रोह की गति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
    • सहयोगियों का विरोध: विद्रोह ने न केवल ब्रिटिश अधिकारियों को बल्कि ब्रिटिश शोषण को बढ़ावा देने वाले स्थानीय सहयोगियों को भी निशाना बनाया। यह विरोध खरसावां के ठाकुर चेतन सिंह जैसे शख्सियतों के साथ टकराव में स्पष्ट था, जिसने औपनिवेशिक शक्तियों के साथ सहयोग के खिलाफ व्यापक भावना को उजागर किया।
    • स्वायत्तता की खोज: इसके मूल में, विद्रोह स्वदेशी समुदायों के बीच स्वायत्तता और स्वशासन की खोज का प्रतिनिधित्व करता था। विद्रोह का उद्देश्य बाहरी प्रभुत्व को चुनौती देना और स्थानीय भूमि और संसाधनों पर नियंत्रण स्थापित करना था, जो संप्रभुता और स्वतंत्रता की गहरी इच्छा को दर्शाता था।

    संक्षेप में, गंगा नारायण सिंह के नेतृत्व में Bhumij Vidroh ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन, आर्थिक शोषण, सांस्कृतिक दमन और क्षेत्र की स्वदेशी आबादी के बीच स्वायत्तता की आकांक्षा से उपजी शिकायतों के जटिल जाल की एक बहुमुखी प्रतिक्रिया थी।

    अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

    भूमिज विद्रोः कब हुआ ?

    भूमिज विद्रोह, जिसे भूमिज विद्रोह या गंगा नारायण का हंगामा के नाम से भी जाना जाता है, 1832-1833 के दौरान हुआ l

    भूमिज विद्रोह कहां हुआ था ?

    भूमिज विद्रोह 1832-1833 के दौरान पूर्व बंगाल राज्य में मिदनापुर जिले के धालभूम और जंगल महल क्षेत्रों में हुआ था।

    भूमि विद्रोह के नेता कौन थे?

    भूमिज विद्रोह के नेता, जिसे भूमिज विद्रोह या गंगा नारायण का हंगामा भी कहा जाता है, गंगा नारायण सिंह थे।

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    1875 में Arya Samaj Ki Sthapna Kisne Ki | आर्य समाज की स्थापना किसने की

    Arya Samaj ki sthapna kisne ki

    Arya Samaj Ki Sthapna Kisne Ki : आर्य समाज की स्थापना स्वामी दयानंद सरस्वती ने की थी। उन्होंने 10 अप्रैल, 1875 को भारत के बॉम्बे (अब मुंबई) में आर्य समाज की स्थापना की। स्वामी दयानंद सरस्वती एक प्रमुख हिंदू धार्मिक नेता और सुधारक थे जिनका उद्देश्य वैदिक शिक्षाओं को पुनर्जीवित करना और भारतीय समाज में सामाजिक सुधार को बढ़ावा देना था।

    अब हम जानेंगे कि आर्य समाज का निर्माण कैसे हुआ, भारत में इसका प्रसार कैसे हुआ, मूल सिद्धांत और मान्यताएँ, समकालीन प्रासंगिकता और, आर्य समाज से संबंधित आलोचना और विवाद।

    उससे भी पहले जानते है आर्य समाज | Arya Samaj के संस्थापक : स्वामी दयानन्द सरस्वती के बारे में –

    Arya Samaj |आर्य समाज के संस्थापक: स्वामी दयानंद सरस्वती

    स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म मूल शंकर तिवारी के रूप में 12 फरवरी, 1824 को टंकारा, गुजरात, भारत में हुआ था। वह वैदिक परंपराओं में गहराई से निहित एक कट्टर हिंदू परिवार से थे। बड़े होकर, उन्होंने आध्यात्मिक मामलों और धार्मिक ग्रंथों में गहरी रुचि दिखाई, अक्सर स्थानीय विद्वानों और पुजारियों के साथ चर्चा में शामिल होते थे। कम उम्र में अपने पिता को खोने के बावजूद, दयानंद के पालन-पोषण ने उनमें नैतिक मूल्यों की मजबूत भावना और वेदों के प्रति गहरी श्रद्धा पैदा की।

    Arya Samaj ki sthapna kisne ki - Swami Dayanand Saraswati
    Arya Samaj ki sthapna kisne ki – Swami Dayanand Saraswati

    अपने प्रारंभिक वयस्कता के दौरान, दयानंद ने गहन आध्यात्मिक खोज शुरू की, अस्तित्व संबंधी सवालों के जवाब और परमात्मा की गहरी समझ की तलाश की। उन्होंने पूरे भारत में बड़े पैमाने पर यात्रा की, विभिन्न धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया और कठोर आध्यात्मिक प्रथाओं में संलग्न रहे। आत्मनिरीक्षण की इस अवधि के दौरान दयानंद को कई गहन रहस्योद्घाटन का अनुभव हुआ, जिसके कारण उन्होंने कई प्रचलित धार्मिक प्रथाओं और अनुष्ठानों को अस्वीकार कर दिया, जिन्हें उन्होंने वेदों की शुद्ध शिक्षाओं से विचलन माना।

    अपनी आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि से प्रेरित और धार्मिक और सामाजिक सुधार की उत्कट इच्छा से निर्देशित, दयानंद सरस्वती ने अपने सुधारवादी आदर्शों को तैयार करना शुरू किया। उन्होंने एकेश्वरवाद, तर्कसंगतता और नैतिक जीवन पर जोर देते हुए वेदों की मूल शिक्षाओं की ओर लौटने की वकालत की। बाद के हिंदू धर्मग्रंथों और परंपराओं के अधिकार को अस्वीकार करते हुए, जिनके बारे में उनका मानना था कि वे वैदिक सिद्धांतों से भटक गए थे, दयानंद ने अपनी प्रामाणिक शिक्षाओं को बहाल करके हिंदू धर्म को शुद्ध और पुनर्जीवित करने की मांग की।

    दयानंद के सुधारवादी आदर्शों की विशेषता मूर्ति पूजा, जाति भेदभाव और भारतीय समाज में प्रचलित अन्य सामाजिक अन्यायों का कट्टर विरोध था। उन्होंने समानता, सामाजिक सद्भाव और बौद्धिक जांच के सिद्धांतों पर आधारित समाज की कल्पना की। अपनी शिक्षाओं और लेखन के माध्यम से, दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की नींव रखी, जो वैदिक मूल्यों को बढ़ावा देने और सामाजिक सुधार के लिए समर्पित एक सामाजिक-धार्मिक आंदोलन था।

    कुल मिलाकर, स्वामी दयानंद सरस्वती का प्रारंभिक जीवन, आध्यात्मिक खोज और सुधारवादी आदर्शों के विकास ने उन्हें एक दूरदर्शी नेता के रूप में आकार दिया, जिसने हिंदू धर्म और भारतीय समाज के पाठ्यक्रम को गहराई से प्रभावित किया। उनकी शिक्षाएँ लाखों अनुयायियों को प्रेरित करती रहती हैं और उन्होंने भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी है।

    आर्य समाज | Arya Samaj से सम्बंधित जानकारी

    इस पैराग्राफ में जानेंगे की आर्य समाज | Arya Samaj की स्थापना और संगठनात्मक संरचना, उद्देश्य और मिशन वक्तव्य, और आर्य समाज के गठन के दौरान प्रारंभिक चुनौतियाँ और विरोध

    Arya Samaj Ki Sthapna Kisne Ki एवं संगठनात्मक संरचना:

    आर्य समाज की स्थापना आधिकारिक तौर पर स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा 10 अप्रैल, 1875 को बॉम्बे (अब मुंबई), भारत में की गई थी। प्रारंभ में, इसकी शुरुआत समान विचारधारा वाले व्यक्तियों की एक छोटी सभा के रूप में हुई, जिन्होंने धार्मिक और सामाजिक सुधार के लिए दयानंद के दृष्टिकोण को साझा किया। जैसे-जैसे आंदोलन ने गति पकड़ी, आर्य समाज की शाखाएँ भारत के विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ महत्वपूर्ण भारतीय प्रवासी वाले अन्य देशों में भी स्थापित की गईं।

    आर्य समाज | Arya Samaj की संगठनात्मक संरचना विकेंद्रीकृत थी, जिसकी स्थानीय शाखाएँ “प्रचारक” या मिशनरियों के नाम से जाने जाने वाले निर्वाचित नेताओं के मार्गदर्शन में स्वायत्त रूप से संचालित होती थीं। प्रत्येक शाखा अपने संबंधित समुदाय के भीतर धार्मिक सेवाओं, शैक्षिक गतिविधियों और सामाजिक कल्याण पहलों के संचालन के लिए जिम्मेदार थी। इस विकेन्द्रीकृत संरचना ने आर्य समाज की शिक्षाओं के प्रसार को सुविधाजनक बनाया और स्थानीय आवश्यकताओं और चिंताओं को संबोधित करने में लचीलेपन की अनुमति दी।

    आर्य समाज | Arya Samaj के उद्देश्य और मिशन वक्तव्य

    आर्य समाज के प्राथमिक उद्देश्यों को स्वयं स्वामी दयानंद सरस्वती ने रेखांकित किया था और बाद में संगठन के नेताओं द्वारा परिष्कृत किया गया था। आर्य समाज का व्यापक मिशन वेदों के सिद्धांतों का प्रचार करना और वैदिक आदर्शों के आधार पर सामाजिक सुधार को बढ़ावा देना था। मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं:

    • धर्म और दर्शन के मामलों में अंतिम प्रमाण के रूप में वेदों की सर्वोच्चता की वकालत करना।
    • मूर्ति पूजा और बहुदेववाद को अस्वीकार करते हुए एकेश्वरवाद और एक सच्चे ईश्वर की पूजा को बढ़ावा देना।
    • जातिगत भेदभाव, अस्पृश्यता और लैंगिक असमानता जैसी सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के लिए प्रयास करना।
    • समाज के सभी वर्गों के बीच शैक्षिक सुधारों और साक्षरता के प्रसार को प्रोत्साहित करना।
    • हाशिये पर पड़े और वंचित समुदायों के उत्थान के लिए समाज सेवा और परोपकार की भावना को बढ़ावा देना।

    आर्य समाज | Arya Samaj का मिशन वक्तव्य वेदों के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित आध्यात्मिक ज्ञान, सामाजिक न्याय और बौद्धिक जांच के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

    आर्य समाज | Arya Samaj के गठन में प्रारंभिक चुनौतियाँ और विरोध

    अपने प्रारंभिक वर्षों में, आर्य समाज को विभिन्न क्षेत्रों से महत्वपूर्ण चुनौतियों और विरोध का सामना करना पड़ा। परंपरावादी हिंदू समूहों, साथ ही इसके सुधारवादी एजेंडे से खतरे में पड़े निहित स्वार्थों ने इस आंदोलन को संदेह और शत्रुता की दृष्टि से देखा। आर्य समाज की मूर्ति पूजा और जाति पदानुक्रम की अस्वीकृति ने गहराई से स्थापित धार्मिक और सामाजिक मानदंडों को चुनौती दी, जिससे हिंदू समाज के भीतर रूढ़िवादी तत्वों का विरोध हुआ।

    इसके अलावा, आर्य समाज के तर्कवाद पर जोर और अंधविश्वासों की आलोचना ने रूढ़िवादी धार्मिक अधिकारियों की आलोचना को आकर्षित किया। इस आंदोलन को औपनिवेशिक प्रशासकों के विरोध का भी सामना करना पड़ा जिन्होंने इसे राष्ट्रवादी भावना और सामाजिक अशांति का एक संभावित स्रोत माना।

    इन चुनौतियों के बावजूद, आर्य समाज | Arya Samaj कायम रहा और धीरे-धीरे आध्यात्मिक नवीनीकरण और सामाजिक प्रगति चाहने वाले भारतीय समाज के वर्गों के बीच स्वीकृति और प्रभाव प्राप्त कर रहा था। समय के साथ, यह आधुनिक भारत में सबसे प्रभावशाली सामाजिक-धार्मिक आंदोलनों में से एक के रूप में उभरा, जिसने हिंदू विचार और सामाजिक सुधार प्रयासों पर स्थायी प्रभाव छोड़ा।

    आर्य समाज | Arya Samaj के मूल सिद्धांत और मान्यताएँ

    आर्य समाज धर्म, दर्शन और नैतिकता के मामलों में वेदों को अंतिम प्रमाण मानता है। स्वामी दयानंद सरस्वती ने बाद के प्रक्षेपों और विकृतियों से मुक्त होकर, वेदों को उनके वास्तविक सार में पढ़ने और समझने के महत्व पर जोर दिया।

    आर्य समाज का दावा है कि वेदों में ईश्वर द्वारा प्रकट शाश्वत सत्य हैं और यह हिंदू धर्म की नींव के रूप में काम करता है। आर्य समाज के सदस्यों को नैतिक आचरण, आध्यात्मिक विकास और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने, अपने दैनिक जीवन में वैदिक शिक्षाओं की व्याख्या करने और लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

    आर्य समाज की विश्वास प्रणाली के केंद्र में एकेश्वरवाद की अवधारणा है, जो एक सर्वोच्च और निराकार ईश्वर के अस्तित्व पर जोर देती है, जिसे “ब्राह्मण” या “परमात्मा” कहा जाता है। आर्य समाज मूर्ति पूजा और कई देवताओं की पूजा को सख्ती से खारिज करता है, इसे वेदों की सच्ची शिक्षाओं से विचलन मानता है।

    इसके बजाय, आर्य समाज के सदस्यों को प्रार्थना, ध्यान और धार्मिक कर्मों के पालन के माध्यम से निराकार ईश्वर की पूजा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यह आंदोलन मध्यस्थ अनुष्ठानों या मूर्तियों से रहित, परमात्मा के साथ सीधे और व्यक्तिगत संबंध की वकालत करता है।

    आर्य समाज सामाजिक सुधार को बढ़ावा देने और भारतीय समाज में प्रचलित विभिन्न सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है। वेदों के सिद्धांतों से प्रेरित होकर, आर्य समाज जाति भेदभाव, अस्पृश्यता और सामाजिक अन्याय के अन्य रूपों को खत्म करने का प्रयास करता है।

    यह आंदोलन जाति, पंथ या लिंग की परवाह किए बिना सभी व्यक्तियों की अंतर्निहित गरिमा और मूल्य पर जोर देते हुए सामाजिक समानता की वकालत करता है। आर्य समाज शैक्षिक सुधारों, दलितों के उत्थान और न्यायपूर्ण और न्यायसंगत सामाजिक व्यवस्था को बढ़ावा देने को प्रोत्साहित करता है।

    आर्य समाज वैदिक शिक्षाओं के आधार पर लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के सिद्धांत का समर्थन करता है। स्वामी दयानंद सरस्वती ने समाज में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और उनकी शिक्षा और जीवन के सभी क्षेत्रों में भागीदारी की वकालत की। आर्य समाज पितृसत्तात्मक मानदंडों और भेदभावपूर्ण प्रथाओं को खारिज करता है जो महिलाओं के अधिकारों और अवसरों को प्रतिबंधित करते हैं।

    इसके बजाय, यह महिलाओं के लिए सम्मान, गरिमा और समानता के आदर्शों को बढ़ावा देता है, आध्यात्मिक प्राणियों और सामाजिक परिवर्तन के एजेंटों के रूप में उनकी समान स्थिति को मान्यता देता है। यह आंदोलन महिलाओं को धार्मिक अनुष्ठानों, शैक्षिक गतिविधियों और सामाजिक सुधार पहलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे समग्र रूप से समाज की उन्नति में योगदान मिलता है।

    आर्य समाज | Arya Samaj का प्रसार एवं प्रभाव :

    भारत के अंदर आर्य समाज का विकास :

    1875 में अपनी स्थापना के बाद आर्य समाज ने भारत के भीतर महत्वपूर्ण विकास और विस्तार देखा। आर्य समाज की शाखाएँ पंजाब, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान सहित देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित की गईं। इन शाखाओं ने धार्मिक पूजा, शैक्षिक गतिविधियों और सामाजिक सुधार पहलों के लिए केंद्र के रूप में कार्य किया, जिससे विभिन्न पृष्ठभूमि से विविध प्रकार के अनुयायी आकर्षित हुए।

    वैदिक सिद्धांतों, सामाजिक समानता और शैक्षिक सुधार पर आंदोलन के जोर ने आध्यात्मिक नवीनीकरण और सामाजिक उत्थान की मांग करने वाले कई भारतीयों को प्रभावित किया। समय के साथ, आर्य समाज भारत में सबसे प्रभावशाली सामाजिक-धार्मिक आंदोलनों में से एक बन गया, जिसकी व्यापक उपस्थिति और पूरे देश में हिंदुओं के बीच समर्पित अनुयायी थे।

    आर्य समाज का भारतीय समाज और संस्कृति में योगदान

    आर्य समाज | Arya Samaj ने वैदिक शिक्षाओं, सामाजिक सुधार पहलों और शैक्षिक प्रयासों पर जोर देकर भारतीय समाज और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस आंदोलन ने धार्मिक और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को बढ़ावा देने, जनता के बीच वेदों के अध्ययन और व्याख्या को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

    सामाजिक समानता, लैंगिक सशक्तिकरण और शैक्षिक सुधारों के लिए आर्य समाज की वकालत ने पारंपरिक पदानुक्रम और भेदभावपूर्ण प्रथाओं को चुनौती देते हुए भारतीय समाज पर परिवर्तनकारी प्रभाव डाला। नैतिक आचरण, परोपकार और सामाजिक सेवा पर आंदोलन के जोर ने कई व्यक्तियों को सामुदायिक कल्याण गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रेरित किया, जिससे समग्र रूप से समाज की बेहतरी में योगदान मिला।

    आर्य समाज के स्वतंत्रता आंदोलन पर प्रभाव

    आर्य समाज | Arya Samaj ने भारतीय जनता के बीच राष्ट्रीय गौरव, एकता और स्वाभिमान की भावना को बढ़ावा देकर भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। धार्मिक आचरण, सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय अखंडता के महत्व पर स्वामी दयानंद सरस्वती की शिक्षाएं कई स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रवादियों के साथ गूंजती थीं, जिन्होंने भारत को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराने की मांग की थी।

    आर्य समाज | Arya Samaj के सदस्यों ने विरोध, बहिष्कार और सविनय अवज्ञा अभियान सहित विभिन्न स्वतंत्रता आंदोलन गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया। स्वदेशी (आत्मनिर्भरता) और स्वराज (स्वशासन) के आदर्शों पर आंदोलन के जोर ने राष्ट्रवाद की भावना और विदेशी प्रभुत्व के खिलाफ प्रतिरोध को और बढ़ावा दिया। स्वतंत्रता आंदोलन में आर्य समाज के योगदान ने भारतीय राष्ट्र के कल्याण और मुक्ति के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया, जिससे भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक स्थायी विरासत बची।

    निष्कर्ष

    क. आर्य समाज | Arya Samaj की स्थापना यात्रा का पुनर्कथन: 1875 में स्वामी दयानंद सरस्वती के नेतृत्व में आर्य समाज की स्थापना यात्रा ने भारत में हिंदू धर्म और सामाजिक सुधार के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय दर्ज किया। वेदों के सिद्धांतों में निहित और धार्मिक पुनरुत्थान और सामाजिक नवीनीकरण की दृष्टि से प्रेरित, आर्य समाज आध्यात्मिक ज्ञान और सामाजिक न्याय चाहने वाले लाखों लोगों के लिए आशा की किरण बनकर उभरा। बंबई में अपनी साधारण शुरुआत से, आर्य समाज एक दुर्जेय सामाजिक-धार्मिक आंदोलन में विकसित हुआ, जिसने वैदिक ज्ञान और समतावाद के अपने संदेश को पूरे भारत और उसके बाहर फैलाया।

    ख. इसके स्थायी महत्व पर चिंतन: आर्य समाज | Arya Samaj का स्थायी महत्व स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा प्रतिपादित सत्य, धार्मिकता और सामाजिक सेवा के सिद्धांतों के प्रति इसकी अटूट प्रतिबद्धता में निहित है। दशकों से, आर्य समाज वैदिक मूल्यों, लैंगिक समानता और सामाजिक सुधार का एक दृढ़ समर्थक बना हुआ है, जिसने भारतीय समाज और संस्कृति के ताने-बाने पर एक अमिट छाप छोड़ी है। शिक्षा, सामाजिक कल्याण और राष्ट्रीय चेतना में इसके योगदान ने एक स्थायी विरासत छोड़ी है, जो पीढ़ियों को अधिक न्यायपूर्ण और प्रबुद्ध समाज के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करती है।

    ग. समसामयिक प्रासंगिकता के लिए इसकी शिक्षाओं का अध्ययन करने और उनकी सराहना करने का आह्वान: जैसे-जैसे हम आधुनिक दुनिया की जटिलताओं से निपटते हैं, आर्य समाज की शिक्षाएँ गंभीर सामाजिक, नैतिक और आध्यात्मिक चुनौतियों के समाधान के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि और मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। वेदों के कालातीत ज्ञान और आर्य समाज के सुधारवादी आदर्शों का अध्ययन और सराहना करके, हम अपने समुदायों में सद्भाव, समानता और नैतिक अखंडता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं। आइए हम व्यक्तिगत पूर्ति और सामूहिक कल्याण की हमारी खोज में उनकी स्थायी प्रासंगिकता को पहचानते हुए, आर्य समाज की शिक्षाओं को खुले दिमाग और दयालु हृदय से अपनाने के आह्वान पर ध्यान दें।

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